BPSC 70वीं प्रीलिम्स परीक्षा विवाद: दोबारा परीक्षा कराने की मांग पर अड़े अभ्यर्थी, बिहार सरकार पर बढ़ा दबाव

BPSC 70th Prelims Protest: Candidates Demand Re-Examination, Bihar Minister Assures Meeting with CM Nitish Kumar

KKN गुरुग्राम डेस्क |  बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) 70वीं प्रीलिम्स परीक्षा विवाद दिन-ब-दिन तूल पकड़ता जा रहा है। 18 दिसंबर 2024 से हजारों अभ्यर्थी गर्दनीबाग, पटना में धरने पर बैठे हैं, उनकी एक ही मांग है – परीक्षा को रद्द कर दोबारा आयोजित किया जाए

हालांकि, BPSC 70वीं प्रारंभिक परीक्षा के परिणाम घोषित हो चुके हैं, लेकिन अभ्यर्थी अभी भी अपनी मांग पर अडिग हैं। उनका आरोप है कि परीक्षा में अनियमितताएं और गड़बड़ियां हुई हैं, जिससे योग्य उम्मीदवारों के साथ अन्याय हुआ है।

इस बीच, बिहार सरकार के वन, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रेम कुमार ने धरना स्थल पर पहुंचकर छात्रों से मुलाकात की और उन्हें आश्वासन दिया कि वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनकी मुलाकात करवाने का प्रयास करेंगे।

BPSC अभ्यर्थी क्यों कर रहे हैं प्रदर्शन?

BPSC 70वीं प्रीलिम्स परीक्षा को लेकर छात्र जिस तरह सड़क पर उतर आए हैं, उसकी मुख्य वजहें निम्नलिखित हैं:

✔ पेपर लीक और धांधली के आरोप: छात्रों का दावा है कि परीक्षा में गड़बड़ी हुई थी, जिससे कई योग्य उम्मीदवारों के साथ अन्याय हुआ
✔ रिजल्ट में अनियमितताएं: कई अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया है कि परिणामों में पारदर्शिता नहीं रखी गई और कई छात्रों को अनुचित तरीके से बाहर कर दिया गया
✔ निष्पक्ष परीक्षा की मांग: प्रदर्शनकारी छात्र BPSC से पारदर्शिता और निष्पक्ष परीक्षा प्रक्रिया की मांग कर रहे हैं।

चूंकि BPSC परीक्षा बिहार में सरकारी नौकरियों के लिए बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है, छात्रों का मानना है कि अगर अनियमितताएं नहीं सुधारी गईं, तो भविष्य में और भी परीक्षाओं में गड़बड़ी हो सकती है।

धरना स्थल पर पहुंचे मंत्री प्रेम कुमार, छात्रों को दिया आश्वासन

बढ़ते प्रदर्शन और छात्रों की नाराजगी को देखते हुए बिहार सरकार के वन, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रेम कुमार पटना के गर्दनीबाग धरना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने छात्रों को आश्वस्त किया कि:

✔ वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलवाने की कोशिश करेंगे।
✔ छात्रों से धरना समाप्त कर पढ़ाई पर ध्यान देने की अपील की।
✔ सरकार से उनकी मांगों पर विचार करने की बात कही।

हालांकि, छात्रों ने स्पष्ट कर दिया कि जब तक मुख्यमंत्री खुद उनकी मांगों पर कोई ठोस फैसला नहीं लेते, तब तक आंदोलन जारी रहेगा

छात्रों का संघर्ष: ठंड में सड़कों पर बिताए 6 हफ्ते

पिछले छह हफ्तों से हजारों छात्र दिन-रात सड़क पर प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने कई कठिनाइयों का सामना किया:

  • कड़ाके की ठंड में खुले आसमान के नीचे रातें गुजारी।
  • मच्छरों और अस्वस्थ परिस्थितियों में भी डटे रहे।
  • कई छात्रों की तबीयत खराब हो गई, फिर भी उन्होंने आंदोलन जारी रखा।

इन सबके बावजूद छात्र अपने भविष्य को सुरक्षित करने के लिए आंदोलन में डटे हुए हैं।

राजनीतिक प्रतिक्रियाएं और सरकार की स्थिति

BPSC 70वीं प्रारंभिक परीक्षा विवाद अब राजनीतिक रंग भी लेने लगा है।

✔ विपक्षी दलों ने सरकार को घेरा, कहा कि बिहार सरकार और BPSC पारदर्शी परीक्षा प्रक्रिया लागू करने में विफल रही है
✔ कई राजनीतिक नेताओं ने प्रदर्शनकारी छात्रों का समर्थन किया, और परीक्षा में हुई गड़बड़ियों की निष्पक्ष जांच की मांग की।
✔ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अभी तक इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, मंत्री प्रेम कुमार के हस्तक्षेप के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि सरकार इस पर कोई ठोस कदम उठा सकती है।

अब सवाल यह उठता है कि क्या सरकार छात्रों की मांगों को मानते हुए परीक्षा दोबारा आयोजित करेगी या नहीं?

अब आगे क्या? BPSC 70वीं परीक्षा को लेकर आगे की रणनीति

✔ क्या मुख्यमंत्री नीतीश कुमार छात्रों से मिलेंगे? – मंत्री प्रेम कुमार ने मुलाकात करवाने का आश्वासन दिया है, लेकिन इसकी कोई निश्चित तारीख अभी तय नहीं हुई है।
✔ क्या BPSC परीक्षा फिर से होगी? – अब तक BPSC ने कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, जिससे छात्रों की चिंता बढ़ गई है।
✔ क्या आंदोलन और तेज होगा? – अगर सरकार ने जल्द कोई फैसला नहीं लिया, तो छात्र और उग्र आंदोलन कर सकते हैं

बिहार सरकार के सामने अब एक बड़ा फैसला लेने की चुनौती खड़ी हो गई है, क्योंकि अगर छात्रों की मांगों को नजरअंदाज किया गया, तो इससे प्रशासन और शिक्षा प्रणाली की साख पर सवाल उठ सकते हैं

BPSC 70वीं प्रारंभिक परीक्षा विवाद बिहार में सरकारी भर्ती परीक्षाओं में पारदर्शिता और निष्पक्षता की मांग को उजागर करता है। हजारों अभ्यर्थियों के भविष्य पर यह फैसला निर्भर करता है, इसलिए सरकार को इस पर जल्द और निष्पक्ष निर्णय लेना होगा।

✔ मंत्री प्रेम कुमार की पहल से उम्मीद जगी है, लेकिन अंतिम फैसला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) को लेना है।
✔ छात्र अभी भी आंदोलन जारी रखे हुए हैं, और जब तक उनकी मांगों पर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया जाता, वे पीछे हटने को तैयार नहीं हैं।
✔ क्या बिहार सरकार छात्रों की मांग को मानेगी या इस विवाद को और लंबा खींचेगी? इसका जवाब आने वाले दिनों में मिलेगा।

🔴 क्या BPSC 70वीं परीक्षा फिर से होगी? क्या सरकार छात्रों की मांगें मानेगी? बने रहें हमारे साथ ताज़ा अपडेट्स के लिए!

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