उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में एक खौ़फनाक हत्या का मामला सामने आया है, जिसमें पटना के एक कपल की लाशें जंगल में मिलीं। पुलिस का कहना है कि यह हत्या पारिवारिक सम्मान के नाम पर की गई है। लड़की के भाई ने कपल को धोखे से घर बुलाकर उनके रिश्ते को लेकर पारिवारिक मंजूरी देने का झांसा दिया था, और फिर दोनों को मौत के घाट उतार दिया। इस खौ़फनाक घटना ने भारत में पारिवारिक सम्मान और सामाजिक पूर्वाग्रहों को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, खासकर ग्रामीण इलाकों में।
Article Contents
हत्या के विवरण और जांच की शुरुआत
पटना के रहने वाले मुन्नी कुमारी (21) और राजू कुमार (21) ने पांच महीने पहले घर छोड़कर एक साथ रहने का फैसला किया था, हालांकि दोनों परिवारों ने इस रिश्ते का विरोध किया था। कपल ने मोतिपुर गांव (नौबतपुर, पटना) को छोड़कर गुजरात के सूरत में शरण ली थी। राजू के भाई, मुकेश कुमार के अनुसार, मुन्नी उस समय चार महीने की गर्भवती थी। दोनों परिवारों की कड़ी नफरत और विरोध के बावजूद, यह कपल अपने प्यार को जीने की कोशिश कर रहा था।
मगर 26 सितंबर, 2025 से कपल का फोन स्विच ऑफ था और उनका कोई पता नहीं चल रहा था। मुकेश कुमार ने गुजरात में मिसिंग रिपोर्ट दर्ज की थी, जिसके बाद पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू की। जांच में सोनभद्र में दो शव मिलने से मामला और गंभीर हो गया, और पुलिस ने पाया कि यह हत्या पटना के लापता कपल से जुड़ी हुई थी।
सोनभद्र में भयावह खोज
जांच की प्रक्रिया में एक और भयावह मोड़ आया, जब 24 सितंबर, 2025 को खोकहा तिराहा के पास एक युवती की लाश मिली। लड़की के चेहरे पर खून के धब्बे थे और उसकी छाती में गोली की गोली के निशान थे। उसी दिन बाद में, राजखद घाटी में एक मानव कंकाल पाया गया। डूढ़िया कोतवाली क्षेत्र में हुई इस घटना के बाद फॉरेंसिक टीम ने महत्वपूर्ण सामान जैसे रीढ़ की हड्डी, जबड़े की हड्डी, बालों के रेशे, एक चूड़ी और एक नीला और नारंगी तिरपाल भी पाया। यह तिरपाल उस शव को लपेटने के लिए इस्तेमाल किया गया था, जिसे बाद में जंगली जानवरों ने इधर-उधर फैला दिया।
फॉरेंसिक जांच और पुलिस ने महिला के सामान से मिले मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल करके उसकी पहचान की और सोशल मीडिया से भी पुष्टि की कि यह मृतक लड़की पटना से लापता कपल की सदस्य थी।
कैसे हुई हत्या: धोखा और हिंसा
पुलिस के अनुसार, मुन्नी के भाई ने कपल को यह विश्वास दिलाया कि उनका रिश्ता अब पारिवारिक मंजूरी प्राप्त कर चुका है। उसने उन्हें मिर्जापुर के विंध्याचल बुलाया और वादा किया कि उनकी शादी आयोजित की जाएगी। कपल ने बिना किसी संदेह के सोनभद्र जाने के लिए कार किराए पर ली। रास्ते में एक और साथी बर्काचा मोड़ के पास उनके साथ जुड़ा। कुछ ही दूरी पर दोनों को गोली मारी गई और उनके शव को अलग-अलग जंगलों में फेंक दिया गया। मुन्नी की लाश हतनाला जंगल में और राजू की लाश डूढ़िया जंगल में पाई गई।
पुलिस कार्रवाई: गिरफ्तारी और जांच अपडेट्स
सोनभद्र के पुलिस अधीक्षक ने पुष्टि की कि मुख्य आरोपी, मुन्नी का भाई, गिरफ्तार कर लिया गया है और उसने अपराध की स्वीकारोक्ति की है। पुलिस अभी दो अन्य संदिग्धों की तलाश कर रही है और इस मामले में तेजी से जांच कर रही है। पुलिस का कहना है कि यह एक पारिवारिक सम्मान से जुड़ी हत्या का मामला है। मृतक कपल के रिश्ते को लेकर पारिवारिक अवरोध था और परिवार ने इस रिश्ते को गलत मानते हुए हत्या कर दी।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट दोनों शवों की जांच के बाद अब जांच में शामिल कर दी गई है और पुलिस इसे प्रमाण के रूप में इस्तेमाल कर रही है।
सामाजिक प्रभाव: स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
यह दोनों हत्याएं स्थानीय लोगों के बीच गहरे सदमे का कारण बनीं हैं। लोगों का कहना है कि यह घटना अब भी दिखाती है कि समाज में परिवारिक सम्मान और सामाजिक पूर्वाग्रह अभी भी मजबूत हैं। एक पड़ोसी ने कहा, “वे बस एक साथ रहना चाहते थे। यह दिल दहला देने वाला है कि प्रेम को अब भी मौत की सजा दी जाती है।”
यह घटना पारिवारिक सम्मान के नाम पर होने वाली हत्याओं की गंभीर समस्या को उजागर करती है। यह दिखाता है कि पुराने विचार और सामाजिक दबाव आज भी बहुत से गांवों में जीवन के लिए खतरनाक साबित हो रहे हैं, जो प्यार और रिश्तों को नकारात्मक रूप से प्रभावित करता है।
पुलिस की निगरानी और सुरक्षा उपाय
इस मामले के बाद, स्थानीय पुलिस ने बयान दिया कि वे युवा जोड़ों के मामलों में ज्यादा निगरानी रखेंगे, खासकर उन मामलों में जिनमें अंतरजिला लापता होने की शिकायतें हैं। पुलिस को आशंका है कि इसी तरह के घटनाएं फिर से हो सकती हैं, यदि सुरक्षा के उपाय नहीं बढ़ाए गए। पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत दें और युवा जोड़ों को धोखे और हिंसा से बचाने के लिए सतर्क रहें।
मुन्नी कुमारी और राजू कुमार की हत्या ने इस बात को उजागर किया है कि जब युवा जोड़े पारिवारिक और सामाजिक अपेक्षाओं से बाहर जाकर अपना जीवन जीने की कोशिश करते हैं तो उन्हें खतरों का सामना करना पड़ता है। यह प्रेम कहानी अंततः एक दुःखद त्रासदी में बदल गई, जहां दोनों की जान चली गई। यह घटना पारिवारिक सम्मान के नाम पर हिंसा को बढ़ावा देने वाले विचारों को चुनौती देने की आवश्यकता को और अधिक महत्वपूर्ण बना देती है।
पुलिस अब इस मामले में न्याय सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है और साथ ही भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रयास कर रही है। यह घटना यह भी दर्शाती है कि समाज में पारिवारिक सम्मान और सामाजिक दबाव के कारण हो रही हिंसा को समाप्त करने के लिए अभी बहुत काम किया जाना बाकी है।
Read this article in
KKN लाइव WhatsApp पर भी उपलब्ध है, खबरों की खबर के लिए यहां क्लिक करके आप हमारे चैनल को सब्सक्राइब कर सकते हैं।
Share this:
- Click to share on WhatsApp (Opens in new window) WhatsApp
- Click to share on Facebook (Opens in new window) Facebook
- Click to share on X (Opens in new window) X
- Click to share on LinkedIn (Opens in new window) LinkedIn
- Click to share on Threads (Opens in new window) Threads
- Click to share on Telegram (Opens in new window) Telegram



