KKN गुरुग्राम डेस्क | भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बिहार में मौसम को लेकर एक अलर्ट जारी किया है। 8 मार्च से 10 मार्च के बीच राज्य के कई इलाकों में तेज आंधी, वज्रपात और भारी बारिश की संभावना जताई गई है। IMD के अनुसार, यह बदलाव प्री-मॉनसून के कारण हो रहा है, जो मौसम में अचानक बदलाव का कारण बन सकता है।
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मौसम विभाग के मुताबिक, इस दौरान राज्य के विभिन्न जिलों में आंधी और वज्रपात की संभावना अधिक है। इसलिए, इन जिलों के निवासियों को मौसम के इस परिवर्तन के लिए तैयार रहने की सलाह दी गई है।
8 से 10 मार्च तक प्रभावित क्षेत्र
IMD के द्वारा जारी अलर्ट के अनुसार, बिहार के कई जिले 8 मार्च से 10 मार्च तक प्रभावित हो सकते हैं। इसमें प्रमुख जिले हैं सुपौल, अररिया, किशनगंज, मधेपुरा, पूर्णिया, कटिहार, भागलपुर, सहरसा, खगड़िया, मुंगेर, बांका और जमुई। इन जिलों में तेज बारिश के साथ आंधी और वज्रपात की संभावना है। मौसम विभाग ने इन जिलों के निवासियों से सतर्क रहने और आवश्यक सुरक्षा उपाय अपनाने की अपील की है।
इसके अलावा, इन जिलों में 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने और वज्रपात की संभावना जताई गई है। इन परिस्थितियों के मद्देनजर, IMD ने इन इलाकों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, जिससे लोग सावधान रहें।
येलो अलर्ट: वज्रपात और तेज आंधी का खतरा
IMD ने बिहार के कुछ जिलों में वज्रपात और आंधी के खतरे को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, भागलपुर, बांका और जमुई जिलों में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने और आंधी के साथ वज्रपात की संभावना है।
यहां के निवासियों को बाहर निकलने से बचने और बिजली के उपकरणों से दूर रहने की सलाह दी गई है। इसके अलावा, सड़कों पर पानी भरने या गड्ढे होने के कारण यात्रा करने में भी परेशानी हो सकती है।
बिहार में तापमान की स्थिति
मौसम विभाग के अनुसार, गुरुवार को बिहार के औरंगाबाद जिले में 29.8 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया, जो इस मौसम में सबसे अधिक था। इसके साथ ही, राज्य के अन्य इलाकों जैसे वाल्मीकिनगर, मोतिहारी, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, बक्सर, भोजपुर, सासाराम, अरवल, औरंगाबाद और किशनगंज में भी तापमान में वृद्धि देखी गई।
हालांकि, जैसे ही 8 मार्च से लेकर 10 मार्च तक बारिश का अनुमान है, तापमान में गिरावट आ सकती है, जिससे कुछ राहत मिल सकती है। यह तापमान में अचानक बदलाव भी लोगों के लिए असुविधाजनक हो सकता है, खासकर बारिश और आंधी के दौरान।
मौसम विभाग की सलाह: क्या करें और क्या न करें?
बिहार में मौसम का यह परिवर्तन आमतौर पर प्री-मॉनसून गतिविधियों के तहत होता है। हालांकि, इसका असर लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी पर पड़ सकता है। ऐसे में यह जरूरी है कि लोग मौसम विभाग द्वारा जारी की गई सलाह का पालन करें।
सुरक्षा उपाय:
- बिजली से बचाव करें: वज्रपात के दौरान खुले में न रहें और पेड़ों या खंभों के पास खड़े होने से बचें। घर के अंदर रहकर सुरक्षित महसूस करें।
- सुरक्षित स्थानों पर रहें: तेज आंधी से बचने के लिए खुले स्थानों पर जाने से बचें और घर के अंदर ही रहें।
- यात्रा से बचें: अगर यात्रा करना जरूरी हो, तो मौसम की जानकारी लेकर ही निकलें। बारिश और आंधी से बचने के लिए यात्रा करने से पहले अपडेट लें।
- बिजली के उपकरणों से दूर रहें: वज्रपात के दौरान बिजली के उपकरणों का इस्तेमाल न करें। इससे शॉर्ट सर्किट और करंट का खतरा हो सकता है।
- पानी से बचाव: भारी बारिश के कारण पानी भरने की संभावना होती है, जिससे सड़कें बंद हो सकती हैं। इसलिए, खराब मौसम में बाहर निकलने से बचें।
प्री-मॉनसून की चुनौतियाँ और फसल पर असर
बिहार में प्री-मॉनसून बारिश का यह समय किसानों के लिए बहुत अहम होता है। यह बारिश खेतों में सींचाई के लिए जरूरी होती है, खासकर गर्मियों में। हालांकि, अचानक भारी बारिश और तूफान से फसल को नुकसान भी हो सकता है।
वहीं, लगातार बदलते मौसम और तेज हवाओं से पेड़-पौधों को भी नुकसान हो सकता है। कृषि गतिविधियों को प्रभावित करने वाली इन प्राकृतिक आपदाओं से बचने के लिए सही समय पर एहतियाती कदम उठाना महत्वपूर्ण है।
बिहार में आगामी मौसम: क्या उम्मीदें हैं?
अगर हम अगले कुछ दिनों के मौसम की बात करें तो 8 से 10 मार्च के बीच बिहार में भारी बारिश और तूफानों के कारण अचानक तापमान में गिरावट देखने को मिल सकती है। IMD द्वारा जारी अलर्ट के मुताबिक, इस बदलाव के कारण अगले कुछ दिनों में राहत महसूस हो सकती है। हालांकि, इन मौसम बदलावों के साथ किसी भी अप्रत्याशित घटना की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।
इसलिए, मौसम में होने वाले इन बदलावों से सुरक्षित रहने के लिए सभी लोगों को सतर्क रहना चाहिए और मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करना चाहिए।
8 से 10 मार्च के बीच बिहार में भारी बारिश, आंधी और वज्रपात की संभावना है। IMD के अलर्ट के अनुसार, यह प्री-मॉनसून की गतिविधियों के कारण हो रहा है, जो राज्य के कई जिलों में प्रभावित करेगा। ऐसे में, सभी बिहारवासियों को मौसम के इस बदलाव से निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए और सुरक्षा उपायों का पालन करना चाहिए।
Stay informed और stay safe इस समय सबसे महत्वपूर्ण है। मौसम विभाग के द्वारा दिए गए अलर्ट को नज़रअंदाज़ न करें, ताकि इस अप्रत्याशित मौसम में किसी भी प्रकार के नुकसान से बचा जा सके।
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