बिहार के सुपौल जिले में दुकानदार की हत्या (Murder) से आक्रोश (Anger) भड़क उठा है। यह हत्या एक सिगरेट (Cigarette) को लेकर हुए विवाद (Dispute) के कारण हुई। गुस्साए लोगों ने जमकर बवाल (Bawal) किया है। हालात को कंट्रोल (Control) करने के लिए पैरामिलिट्री फोर्स (Paramilitary Force) को बुलाना पड़ा।
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यह घटना सदर थाना क्षेत्र के बैरो चौक पर हुई थी। शुक्रवार शाम पान दुकानदार साजन उर्फ धीरज मुखिया की हत्या कर दी गई थी। पोस्टमार्टम (Post-mortem) के बाद साजन का शव (Dead Body) जैसे ही घर पहुँचा। लोगों का गुस्सा (Anger) सातवें आसमान पर पहुँच गया।
शनिवार सुबह 7 बजे से ही सैकड़ों लोग सड़क पर उतर आए। इनमें पुरुष (Men) और महिलाएं (Women) दोनों शामिल थीं। वे सब मिलकर जोरदार प्रदर्शन (Protest) करने लगे।
सड़क जाम और टायर जलाकर विरोध
गुस्साए लोगों ने साजन के शव को बैरो चौक के पास सड़क पर रख दिया। उन्होंने मुख्य सड़क को पूरी तरह जाम (Jam) कर दिया। यह जाम सुपौल-नवहट्टा रोड पर लगाया गया था। प्रदर्शनकारियों (Protesters) ने सड़क पर टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन भी किया। इस आक्रोश (Anger) को दुकानदारों का समर्थन मिला। सभी दुकानदारों ने अपनी दुकानें (Shops) खुद ही बंद कर दीं।
करीब चार घंटे तक पूरे बाजार में दहशत (Panic) का माहौल बना रहा। पुलिस (Police) की टीम वहाँ मौजूद थी। लेकिन पुलिस केवल मूकदर्शक (Mute Spectator) बनी रही। उनकी निष्क्रियता से प्रदर्शनकारी और भी भड़क उठे।
अधिकारियों के प्रयास असफल, पैरामिलिट्री तैनात
जाम (Jam) लगने की सूचना पर सदर एसडीएम (SDM) और एसडीपीओ (SDPO) मौके पर पहुँचे। उन्होंने प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास (Attempt) किया। उन्होंने जाम हटाने की अपील भी की। लेकिन प्रदर्शनकारी (Protesters) उनकी बात मानने को बिल्कुल तैयार नहीं थे। अधिकारी इस प्रयास में असफल (Failed) रहे।
लोगों का गुस्सा लगातार बढ़ता जा रहा था। इसे देखकर भारी संख्या में पुलिस बल को बुलाया गया। इसके अलावा अर्द्धसैनिक बल (पैरामिलिट्री) को भी तैनात (Deployed) किया गया है। कानून व्यवस्था (Law and Order) बनाए रखना एक बड़ी चुनौती (Challenge) बन गया है।
प्रदर्शनकारियों की मांग: खून के बदले खून
आक्रोशित प्रदर्शनकारी अपनी मांग (Demand) पर अड़े रहे। वे जिलाधिकारी (DM) को जाम स्थल पर बुलाने की मांग कर रहे हैं। पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं का भी गुस्सा (Anger) उफान पर है। कई महिलाओं ने तो खून के बदले खून (Blood for Blood) की मांग कर दी।
उन्होंने आरोपी (Accused) आदित्य कुमार को खतरनाक बताया। महिलाओं ने कहा कि आदित्य एक अपराधी किस्म (Criminal Minded) का आदमी है। यह जेल से छूटकर किसी और की हत्या करेगा। उन्होंने जोर दिया कि ऐसे लोगों को जिंदा रहने का कोई अधिकार नहीं है।
12 घंटे में आरोपी गिरफ्तार: पुलिस की त्वरित कार्रवाई
दूसरी ओर, एसपी शरथ आर.एस. ने कार्रवाई की जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि परिजनों की शिकायत पर प्राथमिकी (FIR) दर्ज़ कर ली गई है। उन्होंने यह भी बताया कि आरोपी आदित्य कुमार को कल सुबह ही गिरफ्तार कर लिया गया है।
एसपी ने बताया कि घटना के तुरंत बाद ही टीम बनाई गई थी। सदर एसडीपीओ के नेतृत्व (Leadership) में यह विशेष टीम (Special Team) गठित हुई थी। पुलिस ने देर रात ताबड़तोड़ छापेमारी की। इस छापेमारी (Raid) के बाद आरोपी (Accused) को दबोच लिया गया। पुलिस ने शांति बनाए रखने की अपील की है।



