भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए इंग्लैंड को उसकी ही जमीन पर पराजित कर पहली बार टी20 अंतरराष्ट्रीय सीरीज अपने नाम कर ली है। बुधवार को खेले गए चौथे टी20 मैच में भारत ने इंग्लैंड को 6 विकेट से हराकर पांच मैचों की सीरीज में 3-1 की अजेय बढ़त बना ली। यह जीत न सिर्फ स्कोरबोर्ड की कहानी कहती है, बल्कि भारतीय महिला क्रिकेट के इतिहास में एक नया अध्याय भी जोड़ती है।
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IND W vs ENG W 4th T20I: मैच का संक्षिप्त विवरण
इंग्लैंड की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने का फैसला किया, लेकिन भारत की शानदार गेंदबाज़ी के सामने मेज़बान टीम 20 ओवर में सिर्फ 126 रन ही बना सकी। जवाब में भारतीय महिला टीम ने 17 ओवर में ही लक्ष्य हासिल कर लिया, और मैच को 6 विकेट से जीतते हुए सीरीज पर कब्जा जमा लिया।
इस जीत के साथ भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ पहली बार T20I सीरीज में जीत दर्ज की है और महिला क्रिकेट के अंतरराष्ट्रीय मंच पर एक मजबूत संदेश दिया है।
इंग्लैंड की कमजोर शुरुआत, भारतीय गेंदबाज़ों का जलवा
टॉस जीतने के बाद इंग्लैंड की शुरुआत बेहद धीमी रही। नियमित अंतराल पर विकेट गिरते रहे, और कोई भी बल्लेबाज़ बड़ी पारी नहीं खेल सका। ओपनर सोफिया डंकली ने 22 रन बनाए, जो इंग्लैंड की ओर से सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर रहा।
भारत की ओर से गेंदबाज़ी में ये खिलाड़ी खास रहे:
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श्री चरणी: 4 ओवर में 2 विकेट
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राधा यादव: 4 ओवर में 2 विकेट
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अमरजोत कौर और दीप्ति शर्मा को एक-एक विकेट मिला
श्री चरणी और राधा यादव ने मिलकर 8 ओवर में सिर्फ 45 रन खर्च करते हुए 4 विकेट लिए और इंग्लैंड को बड़ा स्कोर बनाने से रोक दिया। उनकी गेंदबाज़ी में सटीकता और नियंत्रण स्पष्ट रूप से नजर आया।
मंधाना-शेफाली की जोड़ी ने रखी जीत की नींव
127 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत आक्रामक रही। स्मृति मंधाना और शेफाली वर्मा की ओपनिंग जोड़ी ने सिर्फ 7 ओवर में 56 रन जोड़कर मैच का रुख भारत की ओर मोड़ दिया।
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स्मृति मंधाना: 32 रन (शानदार टाइमिंग और कंट्रोल)
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शेफाली वर्मा: 31 रन (तेज शुरुआत, स्ट्राइक रोटेशन)
दोनों के आउट होने के बाद जेमिमा रोड्रिग्स और कप्तान हरमनप्रीत कौर ने जिम्मेदारी संभाली। जेमिमा ने नाबाद 24 रन बनाए, जबकि हरमनप्रीत ने 26 रनों की उपयोगी पारी खेली और भारत को 17वें ओवर में ही जीत दिला दी।
इतिहास रचा: इंग्लैंड में पहली बार महिला टी20 सीरीज पर कब्ज़ा
इस जीत के साथ भारतीय महिला टीम ने वो कर दिखाया जो पहले कभी नहीं हुआ था — इंग्लैंड की धरती पर T20I सीरीज जीतना। यह न केवल एक खेल जीत थी, बल्कि एक मानसिक और रणनीतिक जीत भी थी, जिसने यह दिखाया कि अब भारत की महिला टीम कहीं से भी पीछे नहीं है।
पिछले वर्षों में भारत ने कई बार इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया जैसे मजबूत टीमों के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन सीरीज जीतने की बाधा को पार नहीं कर पाया था। इस बार टीम ने अपने प्रदर्शन और आत्मविश्वास से उस दीवार को तोड़ दिया।
कप्तान हरमनप्रीत कौर ने टीम की तारीफ की
मैच के बाद कप्तान हरमनप्रीत कौर ने अपने बयान में कहा:
“यह जीत सिर्फ टीम की नहीं, पूरे भारत की है। इंग्लैंड में सीरीज जीतना हमारे लिए एक सपना था जो आज सच हो गया। हर खिलाड़ी ने अपनी भूमिका निभाई — गेंदबाज़ी हो या बल्लेबाज़ी।”
हरमनप्रीत की कप्तानी इस सीरीज में एक मजबूत पक्ष रही है। उन्होंने रणनीति, गेंदबाज़ों के रोटेशन और फील्ड प्लेसमेंट में निपुणता दिखाई।
इस सीरीज में चमकते सितारे
पूरी सीरीज में भारतीय टीम के कई खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया। यहां कुछ खास नाम हैं जिन्होंने इस ऐतिहासिक जीत में बड़ी भूमिका निभाई:
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शेफाली वर्मा: तेज शुरुआत देने वाली विस्फोटक बल्लेबाज़
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स्मृति मंधाना: अनुभव और स्थिरता का प्रतीक
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राधा यादव: विकेट लेने की आदत और किफायती गेंदबाज़ी
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श्री चरणी: उभरती गेंदबाज़, शानदार लाइन-लेंथ
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जेमिमा रोड्रिग्स: मिडिल ऑर्डर में संयम और क्लास
इस तरह अनुभवी और युवा खिलाड़ियों का संतुलन भारत को और मजबूत बनाता है।
महिला क्रिकेट में भारत का बढ़ता दबदबा
यह सीरीज जीत न केवल एक अकेली जीत है, बल्कि यह बताती है कि भारतीय महिला क्रिकेट का स्तर अब दुनिया की किसी भी टीम से कम नहीं है। खासकर विदेशी पिचों पर प्रदर्शन में जिस तरह का सुधार आया है, वह भारतीय क्रिकेट के भविष्य के लिए शुभ संकेत है।
अब भारत की नजरें होंगी:
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महिला एशिया कप 2025 पर
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और फिर ICC महिला T20 वर्ल्ड कप 2026 पर
इस फॉर्म और आत्मविश्वास को देखते हुए, भारत निश्चित ही अगले विश्व कप में चैंपियन बनने की दावेदार मानी जाएगी।
भारत बनाम इंग्लैंड महिला टी20I सीरीज 2025 को इतिहास में एक मील का पत्थर कहा जाएगा। 3-1 की बढ़त केवल एक स्कोर नहीं, बल्कि उस परिवर्तन की शुरुआत है जहां भारतीय महिलाएं अब सिर्फ भाग नहीं लेंगी, बल्कि दावेदारी पेश करेंगी।
यह जीत दिखाती है कि अब भारत की बेटियां किसी भी मैदान पर किसी भी चुनौती का डटकर सामना कर सकती हैं। इस ऐतिहासिक जीत के साथ, भारतीय महिला क्रिकेट का भविष्य और भी उज्जवल नजर आता है।
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