भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर मो0 कैफ को ये लगता है कि युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह ने कोहली और धोनी पर जो आरोप लगाए थे वो पूरी तरह से गलत और आधारहीन है। हाल ही में योगराज सिंह ने विराट और एम एस धोनी पर ये आरोप लगाए थे कि इन्होंने युवराज के मुश्किल वक्त में उसका साथ नहीं दिया। योगराज ने कहा था कि युवराज को अपना कौशल दिखाने के लिए पर्याप्त मौके नहीं मिले।
कैफ ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से साल 2018 में संन्यास लिया था। उन्होंने कहा कि उजले गेंद के क्रिकेट में युवराज सिंह चैंपियन हैं। वहीं उन्होंने ये भी कहा कि अगर कोई अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहा है तो टीम में उनकी जगह बनी रहे ऐसा मुश्किल होता है, उन्होंने कहा कि भारत जैसे देश में अच्छे खिलाड़ियों की कोई कमी नहीं है जो घरेलू पिच पर शानदार प्रदर्शन करके टीम इंडिया में जगह बनाने के लिए अपनी दावेदारी पेश करते रहते हैं।
कैफ ने कहा कि मुझे नहीं लगता है कि युवराज के पिता का आरोप सही है, लेकिन हाॅं युवराज सिमित ओवरों के क्रिकेट में चैंपियन थे और उन्हें और ज्यादा मौके मिलने चाहिए थे। भारतीय टीम में अपनी जगह बनाए रखना काफी मुश्किल होता है क्योंकि दूसरे कई प्रतिभावान खिलाड़ी टीम में आने के लिए इंतजार कर रहे होते हैं। अगर आपने अपना फॉर्म खो दिया तो टीम में जगह बनाए रखना मुश्किल हो जाता है।
भारत के लिए 13 टेस्ट और 125 वनडे मैच खेल चुके है कैफ
भारत के लिए 13 टेस्ट और 125 वनडे मैच खेलने वाले कैफ ने धौनी की सराहना कि और कहा कि बाद में उन्हें टीम चयन से संबंधित दूसरे विकल्प के लिए कुछ आजादी की जरूरत थी। कैफ ने साफ तौर पर कहा कि वो कभी भी पक्षपात जैसी रणनीति का सहारा नहीं लेते। धाेनी भारत के लिए सिमित प्रारूप में सबसे सफल कप्तान हैं। वो अपनी खुद की टीम का चयन करने के मामले में और फ्रीडम डीजर्व करते थे। अगर वह फेल होते तो आप उनपर सवाल उठा सकते थे, लेकिन उनका रिकॉर्ड बहुत शानदार है। उन्होंने भारत के लिए कई सारे खिताब जीते हैं।
धाेनी साल 2007 में भारत के कप्तान बने थे और उनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका में उसी साल टी20 वर्ल्ड कप ट्रॉफी जीती थी। इसके बाद उनकी कप्तानी में टीम ने वनडे और टेस्ट में भी काफी अच्छा किया और उन्होंने सफलता का स्वाद जल्द ही चख लिया। उन्होंने न सिर्फ कप्तान के तौर पर बल्कि जिम्मेदारी पूर्वक रन भी बनाए। उन्होंने 2014 में टेस्ट से जबकि 2017 में वनडे और टी20 टीम की कप्तानी छोड़ दी थी।