नई दिल्ली। ग्लैन मैक्सवैल की कप्तानी वाली प्रिति जिंटा की टीम पंजाब किंग्स शनिवार को दिल्ली डेयरडेविल्स से भिड़ेगी। कई स्टार खिलाड़ियों से सजी राइजिंग पुणे सुपरजाइंट के खिलाफ 97 रन की बड़ी जीत हासिल करने के बाद दिल्ली डेयरडेविल्स के हौसले बुलंद हैं. पिछले मैच में मिली इस जीत ने जहीर खान के जांबाजों के आत्मविश्वास को ऊंचाई दी है। अपने घरेलू मैदान फिरोजशाह कोटला पर दिल्ली की टीम शनिवार को जब किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ मैदान में उतरेगी तो उसकी कोशिश जीत के इस सिललिसे को बरकरार रखने की होगी।
दिल्ली का गेंदबाजी आक्रमण काफी मजबूत नजर आ रहा है इसमें जहीर खान, मो. शमी, पैट कमिंस, क्रिस मॉरिस और अमित मिश्रा जैसे खिलाड़ी है। गेंदबाजी के मुकाबले दिल्ली की बल्लेबाजी में कुछ कमियां हैं जिससे टीम को पार पाना होगा। दूसरी तरफ ग्लेन मैक्सवेल की अगुआई वाली पंजाब की टीम का मजबूत पक्ष उसकी बल्लेबाजी है। लेकिन कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ पिछले मैच में आठ विकेट की हार के दौरान बल्लेबाजों ने निराश किया। टीम के गेंदबाज अब तक काफी प्रभावित नहीं कर पाए हैं जिसका फायदा दिल्ली की टीम कल उठाने की कोशिश करेगी। दिल्ली की बैटिंग अब तक ऋषभ पंत और संजू सैमसन के इर्दगिर्द केंद्रित रही है। सैमसन ने राइजिंग पुणे सुपरजाइंट के खिलाफ पिछले मैच में अपने करियर और आईपीएल 10 का पहला शतक जड़ा।
पंत ने पहले मैच में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूर के खिलाफ अर्धशतक जड़ा। दूसरे मैच में भी उन्होंने तेजतर्रार पारी खेली लेकिन टीम के अन्य बल्लेबाज अब तक उम्मीदों में खरा उतरने में नाकाम रहे। क्रिस मॉरिस ने पुणे के खिलाफ सिर्फ नौ गेंद में नाबाद 38 रन की पारी खेलकर मौजूदा सत्र में टीम की ओर से प्रभावी आलराउंडर की भूमिका निभाने के संकेत दिया। उन्होंने गेंदबाजी में भी प्रभावित किया है और आरसीबी के खिलाफ तीन विकेट चटकाने के बाद पुणे के खिलाफ भी किफायती गेंदबाजी की।
कोरी एंडरसन ने पुणे के खिलाफ आलराउंडर की अपनी भूमिका में निराश किया। सैमसन और मॉरिस के साथ उन्होंने दो साझेदारियां की और इस दौरान 81 रन बने लेकिन इसमें एंडरसन का योगदान सिर्फ दो रन का रहा। टीम के पास कार्लोस ब्रेथवेट के रूप में एक और आलराउंडर मौजूद है लेकिन उन्होंने भी पहले मैच में गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों में निराश किया था। टीम को अगर टूर्नामेंट में प्रभावी प्रदर्शन जारी रखना है तो आगामी मैचों में सलामी जोड़ी के अलावा आलराउंडरों को भी बेहतर प्रदर्शन करना होगा। बल्लेबाज करुण नायर भी मौके को भुनाने में विफल रहे हैं। डेयरडेविल्स के गेंदबाजों ने अब तक दोनों मैचों में प्रभावित किया है।
मॉरिस के अलावा कप्तान जहीर खान भी दोनों मैचों में रंग में दिखे। उन्होंने आरसीबी के खिलाफ दो जबकि पुणे के खिलाफ तीन विकेट चटकाए। पैट कमिंस ने भी उनका अच्छा साथ निभाया। लेग स्पिनर अमित मिश्रा पहले मैच में काफी महंगे साबित हुए लेकिन पुणे के खिलाफ उन्होंने जबर्दस्त वापसी करते हुए 11 रन देकर तीन विकेट चटकाए. बाएं हाथ के स्पिनर शाहबाज नदीम ने भी अब तक दोनों मैचों में किफायती गेंदबाजी करने के अलावा विकेट भी हासिल किए हैं। टीम के पास इसके अलावा मोहम्मद शमी और कागिसो रबादा जैसे दो दिग्गज तेज गेंदबाज भी मौजूद हैं जिन्हें आजमाया जा सकता है। दूसरी तरफ किंग्स इलेवन पंजाब का मजबूत पक्ष उसकी बल्लेबाजी है. हाशिम अमला और मनन वोहरा की सलामी जोड़ी ने टीम को अब तक लगभग सभी मैचों में उम्दा शुरुआत दिलाई है लेकिन वोहरा अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में बदलने में नाकाम रहे हैं। अमला ने रायल चैलेंजर्स बेंगलूर के खिलाफ अर्धशतक जड़ा था जबकि अन्य मैचों में भी अच्छी शुरुआत की।
दोनों टीमें इस प्रकार हैं..
दिल्ली डेयरडेविल्स : जहीर खान (कप्तान), मोहम्मद शमी, शाहबाज नदीम, जयंत यादव, अमित यादव, श्रेयस अय्यर, संजू सैमसन, करुण नायर, ऋषभ पंत, चामा मिलिंद, खलील अहमद, प्रत्युष सिंह, मुरुगन अश्विन, आदित्य तारे, शशांक सिंह, अंकित बावने, नवदीप सैनी, कोरी एंडरसन, एंजेलो मैथ्यूज, पैट कमिंस, कागिसो रबादा, क्रिस मौरिस, कार्लोस ब्रेथवेट और सैम बिलिंग्स ।
किंग्स इलेवन पंजाब : ग्लेन मैक्सवेल (कप्तान), डेविड मिलर, मनन वोहरा, हाशिम अमला, शॉन मार्श, अरमान जाफर, मार्टिन गुप्टिल, इयोन मोर्गन, रिंकू सिंह, संदीप शर्मा, अरमान जाफर, अनुरीत सिंह, मोहित शर्मा, केसी करियप्पा, प्रदीप साहू, स्वप्निल सिंह, टी. नटराजन, मैट हेनरी, वरुण आरोन, अक्षर पटेल, मार्कस स्टोइनिस, गुरकीरत मान, राहुल तेवतिया, डेरेन सैमी, ऋद्धिमान साहा, निखिल नाईक, इशांत शर्मा ।