बिहार के मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड में सीबीआई की स्टेटस रिपोर्ट से चौकाने वाला खुलाशा हुआ है। स्टेटस रिपोर्ट में सीबीआई ने विशेष अदालत को बताया है कि रात होते ही बालिका गृह से लड़कियों के खीखने की आवाज अक्सर पड़ोस में रहने वाले सुनते थे और पड़ोसी इन बातों से भलीभांति वाकिफ थे कि यहां क्या हो रहा है? किंतु, संचालक ब्रजेश ठाकुर के आतंक के चलते कोई भी अपना जुबान खोलने को तैयार नहीं था।
अदालत ने पढ़ा स्टेटस रिपोर्ट
विशेष अदालत के जस्टिस एमबी लोकुर और दीपक गुप्ता की पीठ ने इस मामले में सीबीआई की रिपोर्ट को पढ़ा और इस खुलासे पर ध्यान भी दिया है। पीठ ने सीबीआई को यह आदेश दिया कि वह ब्रजेश ठाकुर के प्रभाव और उसके संबंधों को खंगालें। अदालत ने कहा कि ऐसा लगता है कि एनजीओ सेवा संकल्प एवम् विकास समिति के संचालक ब्रजेश ठाकुर काफी प्रभावशाली व्यक्ति है और पड़ोसी उसके खौफ के चलते उसके खिलाफ शिकायत करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे। हालांकि, पड़ोसियो ने लड़कियों के चीखने की आवाज सुनी और चुप रहना ही मुनासिब समझा।