गले मे डाला दी वरमाला
संतोष कुमार गुप्ता
सुख के सब साथी दुख मे ना कोय…। किंतु यहां ऐसा बात नही है। कहते है प्यार उम्र की मोहताज नही होता। प्रेम तो दिल का रिश्ता होता है। यह प्रेम कथा की आदर्श बानगी है। माैत के दरवाजे पर खड़े शख्स की अाखिरी ख्वाहिश हर काेई पूरी करना चाहेगा। फिर चाहे ये ख़्वाहिश अपनी प्रेमिका से शादी करना ही क्याें ना हाे। 45 साल की ट्रेसी ब्रुक्स और 63 साल के रे केर्शा कुछ समय तक डेटिंग करने के बाद एक-दूसरे से शादी करने का फैसला किया। लेकिन पिछले साल मार्च में रे काे पता चला कि उन्हें टर्मिनल कैंसर है और उनके पास जीने के लिए महज कुछ ही दिन बचे थे। बावजूद इसके उन्हाेंने अपनी गर्लफ्रेंड से शादी करने की इच्छा जताई। रे की बिगड़ती हालत को देखते हुए उनकी शादी 20 मई को तय की गई।
इस मामले में गिफ़्ट ऑफ़ ए वेडिंग नाम की संस्था ने शानदार पहल दिखाते हुए इस कपल की मदद करने का फ़ैसला किया और उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर लोगों के सामने ट्रेसी और रे के लिए मदद की गुहार लगाई। इस अपील के कुछ घंटों के अंदर ही कई लोग रे और ट्रेसी की मदद के लिए आगे आए। लोगों ने फ़ूल, कार, वेन्यू ड्रेस और केक जैसी ही शादी की कई ज़रुरी चीज़ों के लिए मदद की पेशकश की।
ट्रेसी और रे को विश्वास ही नहीं हो रहा था कि लोगों ने इतने शॉर्ट नोटिस पर इतना सारा पैसा डोनेट कर दिया। उनकी शादी के इंतज़ाम को महज 24 घंटों में निपटा लिया गया। ट्रेसी की रिश्तेदार मेलिसा किंग ने बताया कि गिफ़्ट ऑफ़ ए वेडिंग और अस्पताल के स्टाफ़ ने जो किया, वह बेहद खास था। ये लोग सारी रात जागकर इस शादी के समारोह को सफ़ल बनाने के लिए प्रयास करते रहे।