कोरोना वायरस की वजह से देश में लॉकडाउन जारी है। लॉकडाउन के दौरान लोग एक दूसरे से मिल नही पा रहे, तो लोग एक दूसरे से जुड़ने के लिए Zoom App का इस्तेमाल कर रहे हैं। बहुत से दफ्तरों में भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए इस ऐप का इस्तेमाल किया जा रहा है।
इस बीच सरकार ने एडवाइजरी जारी की है, जिसमे बताया गया है, की इसका इस्तेमाल सुरक्षित नहीं है। एडवाइजरी के अनुसार Zoom App वीडियो कांफ्रेंस के लिए सुरक्षित प्लेटफार्म नहीं है। जो उपयोगकर्ता Zoom App का इस्तेमाल निजी कार्यों के लिए करते हैं, उनके लिए गाइडलाइंस जारी की गई हैं।
बता दें कि लॉकडाउन के दौरान लोग इस एप का काफी ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं। गृह मंत्रालय ने एक नई एडवाइजरी जारी कर कहा कि, किसी भी व्यक्ति के लिए जूम एप एक सुरक्षित प्लेटफार्म नहीं है। गाइडलाइन की मदद से किसी गैर अधिकृत व्यक्ति का कॉन्फ्रेंस में हस्तक्षेप और अवांछित गतिविधि को रोका जा सकेगा। गाइडलाइंस का पालन किया जाए, तो उपयोगकर्ताओं के अलावा कोई दूसरा व्यक्ति उनकी गतिविधि को प्रभावित नहीं कर सकता है और उसके साथ ही पासवर्ड और यूजर एक्सेस के जरिए डीओएस अटैक को भी रोका जा सकता है। गृह मंत्रालय की गाइडलाइंस के मुताबिक Zoom App मे ज्यादातर सेटिंग्स लॉगिन करके की जा सकती है, या फिर अपने लैपटॉप या फोन में एप्लीकेशन डाउनलोड करके की जा सकती है।
अधिकारीयों की माने तो जूम एप से निजी सुरक्षा को लेकर कई सवाल उठे हैं। ZoomApp के ज्यादातर सर्वर चीन में हैं और तकनीकी विश्लेषण कहता है कि इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप से मीटिंग का डाटा लीक हो सकता है।