बसंत के आने का मतलब है बहार का आना। परिंदों की चहचहाहट का बढ़ जाना और पेड़ों की डलियों पर नई पत्तियां या कोमल कोपलें आना… ऐसा खुबशुरत नजारा चहुओर आपको देखने को मिल जाता है। कायनात में तरह-तरह के फूल खिल उठते हैं और दुनिया रंग-बिरंगी दिखने लगती है। क़ुदरत मानो अंगड़ाई लेती है, सर्दियों का आलस पीछे छुट जाता है। ज़िंदगी को नई रफ़्तार मिलती है। कलियां खिल उठती हैं और फूल महकने लगते हैं
This post was published on फ़रवरी 7, 2018 19:00
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