यह एक खूबसूरत महिला है। बोलती है, हंसती है और रोती भी है। इसके अंदर जज्जवात है। ख्यालात है और यह बेहद ही इंटेलिजेंट है। किंतु, यह अस्थी और मज्जा से नही, बल्कि धातु के टुकड़े और तारों से बनी है। इसका जन्म किसी मां की कोख से नही, बल्कि, आधुनिक विज्ञान के लैव में हुआ है। यह कुदरत की करिश्मा नही, बल्कि, हमारे विकासवाद की उपज है। देखिए, एक मशीन के मानवीकरण का वीडियो विश्लेषण