KKN न्यूज ब्यूरो। मानवाधिकार एक व्यापक और जटिल विषय है। इसके कई आयाम है। लोग अक्सर मानवाधिकार हनन की बात करते मिल जायेंगे। पर, मानवाधिकार को समग्रता में समझने का, लोगो के पास वक्त नहीं होता है। उल्टे खुद के नकारात्म सोच को समाज पर थोपने वाले अक्सर आपको मिल जायेंगे। दरअसल, मानवाधिकार को तीन विषिष्ठ आयामो में समझने की जरुरत है। पहला ये, कि मानवाधिकार है क्या? दूसरा ये, कि मानवाधिकार का हनन कब, कहां और कैसे हो रहा है? और तीसरा, मानवाधिकार आंदोलन का भटकाव या यूं कहें कि मानवाधिकार का राजनीतिकरण। दरअसल, इन तीनो आयामो को अलग-अलग समझने के लिए देखिए पूरा रिपोर्ट…
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