प्रजातंत्र में सरकार की नीतियों का विरोध करने का प्रचलन रहा है। अपना विरोध दर्ज कराने के लिए धरना, प्रदर्शन और बंद करने का भी प्रचलन रहा है। असंतोष जताने का यह एक आम तरीका है। सरकार से नाराज लोग अक्सर सरकारी कामकाज को ठप करते रहें है। हालिया दिनो में गैर सरकारी कामकाज ठप करने का प्रचलन भी शुरू हो चुका है। नतीजा, बंद समर्थक और दुसरे अन्य लोगो के बीच कई बार टकराव की नौबत उत्पन्न होने लगा है। बंद का अर्थ व्यवस्था पर भी प्रतिकूल देखा जा रहा है। लिहाजा, यह एक बड़ी समस्या बन चुकी है और आज इसकी पड़ताल करना जरुरी हो गया है।
This post was published on दिसम्बर 25, 2020 17:00
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