संतोष कुमार गुप्ता
बेंगलुरू। गेंदबाजो के शानदार प्रदर्शन के बाद भी रॉयल चैलेंजर बेंगलूरू की टीम से जीत अभी भी रूठी है। विराट कोहली की वापसी के वावजूद टीम शानदार शुरूआत को जीत मे नही बदल सकी। बेन स्टोक्स, शार्दुल ठाकुर और जयदेव उनादकट की त्रिमूर्ति की धारदार गेंदबाजी से राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स ने रविवार को यहां अपने अपेक्षाकृत सामान्य स्कोर का अच्छी तरह से बचाव करके रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूर (आरसीबी) को 27 रन से शिकस्त दी और इस तरह से आईपीएल दस में अपनी दूसरी जीत दर्ज की।
पहले बल्लेबाजी का न्यौता पाने वाले पुणे के लिए अंजिक्य रहाणे 30 और राहुल त्रिपाठी 31 ने पहले विकेट के लिए 63 जबकि कप्तान स्टीवन स्मिथ 27 और महेंद्र सिंह धोनी 28 ने तीसरे विकेट के लिए 58 रन की साझेदारी की, लेकिन बीच में उसने नौ गेंद और तीन रन के अंदर पांच विकेट गंवा दिए। आखिर में मनोज तिवारी ने 11 गेंदों पर 27 रन ठोककर पुणे को आठ विकेट पर 161 रन तक पहुंचाया।
चिन्नास्वामी स्टेडियम में इसके जवाब में आरसीबी की टीम शुरू में ही लड़खड़ा गई। पुणे ने कप्तान विराट कोहली 19 गेंद पर 28 के तेवर पावरप्ले में ही ठंडे कर दिए जबकि एबी डिविलियर्स 30 गेंद पर 29 भी जलवा नहीं दिखा पाए। आखिर में आरसीबी की टीम अपने घरेलू मैदान पर नौ विकेट पर 134 रन ही बना पाई।
पुणे ने केवल पांच गेंदबाजों का उपयोग किया। स्टोक्स ने 18 रन देकर तीन, ठाकुर ने 35 रन देकर तीन और उनादकट ने 25 रन देकर दो विकेट लिए। इन तीनों को इमरान ताहिर 27 रन देकर एक विकेट और डेनियल क्रिस्टियन चार ओवर में 26 रन का भी अच्छा साथ मिला।
पुणे की यह आरसीबी पर पहली जीत है। इससे उसके पांच मैचों में चार अंक हो गए हैं और वह छठे स्थान पर पहुंच गया है। आरसीबी की यह पांच मैचों में चौथी हार है जिससे वह आठवें और अंतिम स्थान पर खिसक गया है।
कोहली ने उनादकट पर डीप स्क्वायर लेग पर छक्का जडक़र आरसीबी की पारी की शुरुआत की लेकिन ठाकुर का अगला ओवर घटनाप्रधान रहा। अपनी पहली गेंद पर उन्होंने कोहली का मुश्किल कैच छोड़ा जबकि अगली गेंद पर स्लिप में तिवारी ने आसान कैच टपकाया। ठाकुर ने मनदीप सिंह शून्य को धोनी के हाथों कैच कराया।
कोहली को जीवनदान पुणे को ज्यादा महंगा नहीं पड़ा क्योंकि उन्होंने पारी के छठे ओवर में स्टोक्स की उछाल लेती गेंद पर किसी भी सूरत में शॉट मारने के प्रयास में रहाणे को आसान कैच थमाया। इससे रन गति पर अंकुश लगा और आरसीबी दस ओवर में 69 रन तक ही पहुंच पाया।
बीच में पांचवें से लेकर 15वें ओवर तक केवल एक बार गेंद सीमा रेखा तक पहुंची। स्टोक्स, क्रिस्टियन, ठाकुर, ताहिर और उनादकट किसी ने भी बल्लेबाजों को खुलकर नहीं खेलने दिया। पारी के नौवें ओवर में डिविलियर्स ने हमवतन ताहिर की गेंद छक्के के लिए भेजी थी लेकिन इस लेग स्पिनर ने अगले ओवर में फ्लाइट लेती गेंद पर इस बल्लेबाज को चकमा दे दिया और बाकी काम धोनी ने कर दिखाया।
केदार जाधव 22 गेंदों पर 18 रन और शेन वाटसन 18 गेंदों पर 14 रन भी रन बनाने के लिए जूझते रहे। स्टुअर्ट बिन्नी आठ गेंदों पर 18 रन और पवन नेगी 11 ने कुछ प्रयास किए लेकिन ठाकुर ने इन्हें एक ओवर में आउट करके आरसीबी की रही सही उम्मीद भी समाप्त कर दी।
इससे पहले रहाणे और त्रिपाठी ने सहजता से खेलते हुए पहले विकेट के लिए अर्धशतकीय साझेदारी की। कोहली की समझबूझ भरी कप्तानी और चपल क्षेत्ररक्षण से ये दोनों छह रन के अंदर पवेलियन लौटे। कोहली ने पहले सैमुअल बद्री से कुछ मंत्रणा की और इस कैरेबियाई लेग स्पिनर ने अगली गेंद गुगली करके रहाणे की गिल्लियां बिखेर दी जिन्होंने अपनी 25 गेंद की पारी में पांच चौके लगाए थे।
नेगी के अगले ओवर में त्रिपाठी ने कवर क्षेत्र में करारा शॉट जमाया लेकिन कोहली ने डाइव लगाकर उसे कैच में तब्दील कर दिया। त्रिपाठी ने 23 गेंदें ख्ेाली तथा तीन चौके और एक छक्का लगाया।
पुणे ने बल्लेबाजी क्रम में बदलाव करके धोनी को चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए भेजा और इस पूर्व भारतीय कप्तान ने सैमुअल बद्री पर दो चौके लगाकर शुरूआत की। कोहली ने अपने तुरूप के इक्के युजवेंद्र चहल को 14वें ओवर में पहली बार गेंद सौंपी। धोनी ने उनकी गेंद स्टेडियम से बाहर भेजकर आरसीबी के समर्थकों को भी ताली बजाने के लिए मजबूर किया।
धोनी और स्मिथ ने तीसरे विकेट के लिए 58 रन जरूर जोड़े लेकिन इसके लिए उन्होंने 46 गेंदें खर्च की। आखिरी चार ओवरों में टीम को इन दोनों की सख्त जरूरत थी लेकिन पुणे ने नौ गेंदों के अंदर इन दोनों और स्टोक्स सहित पांच विकेट गंवा दिए।
धोनी को वाटसन ने बोल्ड किया तो अगले ओवर की पहली गेंद पर एस अरविंद ने स्मिथ का विकेट थर्रा दिया। इसी ओवर में नए बल्लेबाज क्रिस्टियन भी आउट हो गए। एडम मिल्ने ने अगले ओवर की पहली दो गेंदों पर स्टोक्स दो और ठाकुर को पवेलियन भेजा।
तिवारी ने ऐसे में बखूबी जिम्मेदारी संभाली। उन्होंने वाटसन के पारी के 19वें ओवर में तीन चौकों और एक छक्के की मदद से 19 रन बटोरने के अलावा मिल्ने की गेंद भी छह रन के लिए भेजी।
आरसीबी की तरफ से मिल्ने ने 27 रन देकर जबकि अरविंद ने 29 रन देकर दो-दो विकेट लिए। नेगी ने तीन ओवर में 12 रन देकर एक विकेट लिया।
This post was published on %s = human-readable time difference 09:51
7 दिसंबर 1941 का पर्ल हार्बर हमला केवल इतिहास का एक हिस्सा नहीं है, यह… Read More
सफेद बर्फ की चादर ओढ़े लद्दाख न केवल अपनी नैसर्गिक सुंदरता बल्कि इतिहास और संस्कृति… Read More
आजादी के बाद भारत ने लोकतंत्र को अपनाया और चीन ने साम्यवाद का पथ चुना।… Read More
मौर्य साम्राज्य के पतन की कहानी, सम्राट अशोक के धम्म नीति से शुरू होकर सम्राट… Read More
सम्राट अशोक की कलिंग विजय के बाद उनका जीवन पूरी तरह से बदल गया। एक… Read More
KKN लाइव के इस विशेष सेगमेंट में, कौशलेन्द्र झा मौर्यवंश के दूसरे शासक बिन्दुसार की… Read More