संतोष कुमार गुप्ता
पटना । इस बार इंटर और मैट्रीक की परीक्षा जिस प्रकार से ली गयी।जिस प्रकार से कॉपियो का मूल्याकंन हुआ। लोगो मे इस बात की चर्चा होती रही की इस बार कोई गड़बड़ी नही हुई है। हालांकि परिणाम जानने के बाद भी लोग गड़बड़ी की बात नही कही। लेकिन हकिकत यह है कि इस बार भी बड़ी गड़बड़ी हुई है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति और विवादों का चोलीदामन का रिश्ता रहा है। मंगलवार को इंटर साइंस, आर्ट्स और वाणिज्य का रिजल्ट घोषित होने के बाद ही सवाल उठने शुरू हो गये। सबसे पहला सवाल उन छात्रों और अभिभावकों की ओर से उठना शुरू हुआ, जिनके बच्चे फेल हुए व जो परीक्षार्थी फेल हुए हैं। इतना ही नहीं, बुधवार को भारी संख्या में इंटर में फेल छात्रों ने इंटर काउंसिल के सामने हंगामा किया, स्थिति इतनी बिगड़ी की पुलिस को लाठी चार्ज तक करनी पड़ी। बताया जा रहा है कि 13 लाख परीक्षार्थियों में से लगभग आठ लाख के फेल हो जाने के बाद रिजल्ट की विश्वसनीयता पर सवाल उठना शुरू हो गया। हंगामा का दौर जारी है। अभिभावक दोबारा कॉपी जांच की बात कर रहे हैं, वहीं छात्र फोन कर पैसे मांगने और नहीं देने पर फेल कर देने का आरोप लगा रहे हैं। कई टीवी चैनलों में पैसा वसूलने वालों की टेलीफोन वार्ता को भी प्रसारित किया गया है। अब ताजा सवाल उठने शुरू हो गये हैं, इंटर आर्ट्स से टॉप हुए छात्र गणेश को लेकर।
आर्ट्स का टॉपर गायब
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इंटर आर्ट्स का टॉपर गणेश फरार है। मीडिया में छपी खबरों के मुताबिक झारखंड के गिरिडीह के सरिया का रहने वाले गणेश अचानक समस्तीपुर पहुंचकर टॉपर कैसे बन गया। मीडिया ने अपनी रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया है कि गणेश ठाकुर न ही सरिया में है और न ही समस्तीपुर में। टीवी रिपोर्ट के मुताबिक गणेश ने समस्तीपुर के रामनंदन सिंह जगदीप नारायण उच्च माध्यमिक स्कूल से फार्म भरा था। उसके प्रधानाध्यापक अभितेंद्र कुमार भी गणेश को खोज रहे हैं। उन्होंने बताया कि मैं भी विद्यालय के टॉपर को ढूंढ रहा हूं। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि गणेश कुमार का कोई संपर्क नंबर नहीं है। उसने फार्म भरते वक्त अपना स्थायी पता गिरिडीह दिया है। उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति को पता लगाने के लिए उसके स्थायी पत्ते पर भेजा गया है। जैसे ही कोई सूचना मिलेगी मीडिया को बताया जायेगा।
This post was published on जून 1, 2017 20:34
या आप जानते हैं कि गिद्ध क्यों विलुप्त हो गए? और इसका मानव जीवन पर… Read More
भारत और पाकिस्तान के 1947 के बंटवारे में केवल जमीन ही नहीं, बल्कि घोड़ागाड़ी, बैंड-बाजा,… Read More
7 दिसंबर 1941 का पर्ल हार्बर हमला केवल इतिहास का एक हिस्सा नहीं है, यह… Read More
सफेद बर्फ की चादर ओढ़े लद्दाख न केवल अपनी नैसर्गिक सुंदरता बल्कि इतिहास और संस्कृति… Read More
आजादी के बाद भारत ने लोकतंत्र को अपनाया और चीन ने साम्यवाद का पथ चुना।… Read More
मौर्य साम्राज्य के पतन की कहानी, सम्राट अशोक के धम्म नीति से शुरू होकर सम्राट… Read More