KKN गुरुग्राम डेस्क | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल “परीक्षा पे चर्चा 2025” का दूसरा एपिसोड आज लाइव स्ट्रीम किया गया। इस एपिसोड में बॉलीवुड एक्ट्रेस, उद्यमी, और मानसिक स्वास्थ्य की पैरोकार दीपिका पादुकोण ने छात्रों से मानसिक स्वास्थ्य और मानसिक संतुलन की अहमियत पर बातचीत की। इस दौरान दीपिका ने छात्रों को परीक्षा के समय आने वाली मानसिक चुनौतियों और तनाव से निपटने के उपाय भी बताए।
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यह एपिसोड शिक्षा मंत्रालय, मायगव इंडिया, पीएम मोदी और दूरदर्शन के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर देखा जा सकता था, जिससे अधिक से अधिक छात्रों और शिक्षकों ने इसे देखा और सुना।
दीपिका पादुकोण का मानसिक स्वास्थ्य के प्रति योगदान
दीपिका पादुकोण का नाम आज केवल बॉलीवुड के सबसे बड़े सितारों में नहीं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के प्रति उनके योगदान के लिए भी लिया जाता है। वह मानसिक स्वास्थ्य के बारे में खुलकर बात करती हैं और इसके महत्व को समाज में बढ़ावा देती हैं। अपने व्यक्तिगत संघर्षों को साझा करके दीपिका ने यह साबित किया कि मानसिक स्वास्थ्य को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता, और इसका सम्मान किया जाना चाहिए।
दीपिका की परीक्षा पे चर्चा में उपस्थिति इस दिशा में एक और कदम था। उन्होंने छात्रों से कहा कि मानसिक स्वास्थ्य और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों का ध्यान रखना जरूरी है, खासकर परीक्षा के समय। वह चाहती हैं कि छात्र तनाव और दबाव के बावजूद अपने मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखें और इसे प्राथमिकता दें।
छात्रों से बातचीत: परीक्षा के तनाव से निपटने के उपाय
दीपिका पादुकोण ने छात्रों के साथ बहुत ही फ्रेंडली अंदाज में बातचीत की और उनका दिल जीत लिया। वह बेहद सहज होकर मंच पर आईं और छात्रों से कहा, “मैं बहुत शरारती बच्ची थी। हमेशा टेबल, कुर्सी और सोफे पर चढ़कर कूद पड़ती थी।” इस मजेदार किस्से से उन्होंने छात्रों के बीच हंसी का माहौल बनाया और उन्हें सहज किया।
दीपिका ने अपनी परीक्षा की तैयारी का अनुभव भी साझा किया। उन्होंने बताया कि वह खुद गणित में कमजोर थीं और यह हमेशा उनका स्ट्रेस बना रहता था। वह कहती हैं, “मैं हमेशा परीक्षा के दौरान बहुत तनाव में रहती थी, खासकर गणित के लिए, क्योंकि वह मुझे अभी भी मुश्किल लगता है।” इस व्यक्तिगत अनुभव को साझा करने से छात्रों को यह समझने में मदद मिली कि यहां तक कि बड़े सितारे भी परीक्षा के दौरान तनाव महसूस करते हैं।
“तनाव महसूस करना स्वाभाविक है”: दीपिका ने तनाव से निपटने के टिप्स दिए
दीपिका पादुकोण ने इस दौरान यह बात भी की कि तनाव महसूस करना पूरी तरह से सामान्य है, खासकर जब आप किसी महत्वपूर्ण परीक्षा के लिए तैयारी कर रहे होते हैं। उन्होंने छात्रों को बताया कि तनाव एक प्राकृतिक प्रतिक्रिया है और इसे महसूस करना कोई असामान्य बात नहीं है।
दीपिका ने छात्रों को अपने अनुभव से कुछ तनाव कम करने के उपाय भी बताए। उनका कहना था कि अच्छी तरह से तैयारी करना, नियमित ब्रेक लेना, हाइड्रेटेड रहना और पर्याप्त नींद लेना, यह सब मानसिक संतुलन बनाए रखने में मदद कर सकता है। इसके अलावा, दीपिका ने योग और ध्यान (मेडिटेशन) करने की भी सलाह दी, जो तनाव को कम करने में बेहद प्रभावी हैं।
मानसिक स्वास्थ्य पर चर्चा: खुद से प्यार और आत्मसमर्पण की आवश्यकता
दीपिका ने मानसिक स्वास्थ्य पर जोर देते हुए छात्रों को खुद से प्यार करने और अपनी गलतियों से सीखने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति की अपनी एक यात्रा होती है, और यह जरूरी नहीं कि हर कोई अपने रास्ते पर एक जैसा ही चले। दीपिका ने बताया कि परीक्षा के परिणामों के बारे में चिंता करने के बजाय, छात्रों को अपने प्रयासों और मेहनत को प्राथमिकता देनी चाहिए।
उन्होंने कहा, “जो कुछ भी आप कर रहे हैं, वह आपके प्रयासों और मेहनत की गवाही देता है, और यही सबसे महत्वपूर्ण है।” उन्होंने छात्रों से यह भी कहा कि यदि आप असफल होते हैं, तो इसका मतलब यह नहीं कि आप पूरी तरह से विफल हैं। यह केवल एक नया मौका है सुधारने का।
खुद को समझने और दबाव को कम करने की सलाह
दीपिका पादुकोण ने छात्रों को यह भी समझाया कि मानसिक संतुलन बनाए रखने के लिए खुद को समझना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि अगर कोई छात्र अपने दम पर किसी समस्या को हल नहीं कर पा रहा है, तो उसे अपने परिवार, दोस्तों या शिक्षक से मदद लेनी चाहिए। “हमें खुद को और अपनी स्थिति को समझने की जरूरत है। मानसिक स्वास्थ्य को लेकर किसी भी तरह की शर्मिंदगी महसूस नहीं करनी चाहिए।”
दीपिका ने छात्रों से यह अपील की कि वे मानसिक स्वास्थ्य को लेकर खुलकर बात करें और अपनी समस्याओं का समाधान खोजने में संकोच न करें। जब आप एक कठिन समय से गुजर रहे होते हैं, तो कभी-कभी बात करना और अपनी भावनाओं को व्यक्त करना बहुत फायदेमंद हो सकता है।
सही आदतें बनाना: मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य का समन्वय
दीपिका ने इस दौरान यह भी बताया कि एक स्वस्थ जीवनशैली को अपनाना मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है। वह नियमित शारीरिक व्यायाम, अच्छा आहार और पर्याप्त नींद को मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए महत्वपूर्ण मानती हैं।
उन्होंने कहा, “अगर हमारा शरीर अच्छा महसूस करता है, तो हमारा दिमाग भी अच्छे तरीके से काम करता है। इसलिए हमें अपनी शारीरिक सेहत का ध्यान रखना चाहिए।”
दीपिका पादुकोण का परीक्षा पे चर्चा 2025 में छात्रों से बातचीत करना एक बहुत ही सकारात्मक पहल है, जो मानसिक स्वास्थ्य की अहमियत को दर्शाता है। उन्होंने यह संदेश दिया कि सफलता केवल परीक्षा के परिणामों में नहीं है, बल्कि अपने प्रयासों, मेहनत और मानसिक संतुलन में भी है।
दीपिका के अनुभव और सलाह छात्रों को न सिर्फ परीक्षा के तनाव से निपटने में मदद करेगी, बल्कि उन्हें जीवन में मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को समझने में भी मदद करेगी। इस सत्र ने यह स्पष्ट किया कि मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना न केवल अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिए आवश्यक है, बल्कि यह हमारे समग्र विकास और खुशहाली के लिए भी महत्वपूर्ण है|
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