KKN न्यूज ब्यूरो। बिहार के मुजफ्फरपुर जिला अन्तर्गत मीनापुर विधानसभा क्षेत्र में अपराध की घटनाओं में अचानक इजाफा होने से लोग दहशत में है। अनुसंधान का दावा करने वाली पुलिस के हाथ अपराधियों की गिरेंवां तक नहीं पहुंचने से अपराधियों का मनोबल सातवें आसमान पर पहुंच गया है। आलम ये है कि बेखौफ अपराधी अब नेताओं को भी तारगेट करने लगें हैं। नतीजा, स्थानीय विधायक ने विधि व्यवस्था का हवाला देकर पुलिस और प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोलने का ऐलान कर दिया है। इससे पुलिस के आलाधिकारी सकते में है।
पिछले दिनो राजद नेता दिनेश साह को अपराधियों के द्वारा गोली मार कर जख्मी कर देने के बाद विधायक मुन्ना यादव ने पुलिस के खिलाफ तीन चरणो में आंदोलन करने की घोषणा कर दी है। प्रथम चरण में विधायक श्री यादव ने रविवार को डीएसपी पूर्वी डॉ. गौरव पांडेय की मौजूदगी में मीनापुर थाना अध्यक्ष दिनेश कुमार, सिवाईपट्टी के थाना अध्यक्ष प्रमोद कुमार यादव व पानापुर ओपी अध्यक्ष रूपनाथ झा के साथ डीएसपी कार्यालय में बैठक करके पुलिस पर अनुसंधान में देरी करने का आरोप लगाते हुए दो सप्ताह के भीतर कारवाई करने की मांग कर दी है। विधायक ने डीएसपी पूर्वी को बताया कि बीते चार महीने में मीनापुर में एक दर्जन से अधिक अपराधीक वारदात होने के बावजूद पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है। कहा कि यदि पुलिस ने समय सीमा के भीतर घटना का अनुसंधान पूरा नहीं किया तो राजद के कार्यकर्ता सड़क पर उतर कर विधि व्यवस्था का कमान अपने हाथो में थामने के लिए विवश हो जायेंगे। इस बीच डीएसपी पूर्वी डॉ. गौरव पांडेय ने शीघ्र ही कारवाई का भरोसा देकर मातहत पुलिस अधिकारी को सख्त कदम उठाने के निर्देश दे दिएं हैं।
विधायक मुन्ना यादव ने बताया कि यदि दो सप्ताह के भीतर राजद नेता दिनेश साह सहित अन्य सभी अपराधियों की पहचान और गिरफ्तारी नहीं हुई तो राजद के कार्यकर्ता सड़को पर उतर कर विधि व्यवस्था की कामन अपने हाथों में थाम लेंगे और राजद के कार्यकर्ता रात्रि गश्ती करके अपराधियों से मुकाबला करेंगे। विधायक ने बताया कि इससे भी बात नहीं बनी तो तीसरे चरण में वे विधानसभा के भीतर भूख हड़ताल करेंगे और अपराध की रोकथाम के लिए सरकार को विवश कर देंगे।
बतातें चलें कि इसी 6 अक्टूबर को मॉनिंग वॉक पर निकले राजद नेता दिनेश साह को बासुदेव छपरा के समीप अपराधियों ने गोली मार कर जख्मी कर दिया था। इसी घटना के बाद विधायक मुन्ना यादव ने पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। दिनेश को गोली मारने से पहले इसी महीने की 4 तारीख को कपड़ा कारोबारी विजय चौधरी को बदमाशो ने हरका के समीप गोली मार कर जख्मी कर दिया था। इससे पहले 1 अक्टूबर को हरशेर में जमीनी विवाद में गोली लगने से तीन लोग जख्मी हो गए थे। इसी प्रकार 25 सितम्बर को अपराधियों ने मुकसूदपुर पेट्रोल पंप के समीप गोली मार कर छपरा गांव के अजित बैठा की हत्या कर दी और गोली लगने से विजय पासवान जख्मी हो गया था। 24 सितम्बर को चकजमाल के वीभा देवी की हत्या हो गई। 19 सितम्बर को अलीनेउरा के कुंदन कुमार की हत्या। 17 सितम्बर को नेहालपुर का रजनीश बदमाशो की गोली से जख्मी हो गया। 10 सितम्बर को मुस्तफागंज में राजनन्दनी देवी की गोली मार कर हत्या कर दी गई। इससे पहले 4 सितम्बर को मानिकपुर के नवल राय को बदमाशो ने गोली मार कर जख्मी कर दिया। 3 सितम्बर को छपरा के सुधीर कुमार को बदमाशो ने गोली मार दी। इससे पहले 7 अगस्त को सुरजन पकड़ी के दिनेश ठाकुर की हत्या कर दी गई और 5 मई को बनघारा के टेंट व्यवसाई को बदमाशो ने गोली मार कर हत्या कर दी। इस घटना के बाद से इलाके में दहशत है और अनुसंधान के नाम पुलिस के अधिकारी कारवाई करने में देरी कर रहें है। लिहाजा, लोगो में पुलिस के खिलाफ आक्रोश पनपने लगा है।
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