मुजफ्फरपुर। मीनापुर प्रखंड के चतुरसी पंचायत में कार्यरत आवास सहायक पर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत चयनित लाभुको से रिश्वत लेने का मामला प्रकाश में आया है। यह खुलासा कोई और नहीं, बल्कि, पंचायत के मुखिया महानंद राय ने किया है। मुखिया की ओर से आवास सहायक पर रिश्वत वसूलने के आरोप को गंभीरता से लेते हुए बीडीओ संजय कुमार सिन्हा ने जांच का आदेश दिया है।
इससे पहले शनिवार को मुखिया महानंद राय ने बीडीओ को पत्र लिख कर आवास सहायक पर रिश्वत लेने का आरोप लगाते हुए इसकी जांच कराने की मांग की। उन्होंने अपने पत्र में आधा दर्जन लाभुकों का नाम भी बीडीओ को दिया है। मुखिया ने अधिकारी को बताया कि आवास सहायक ने इसके अतिरिक्त भी कई अन्य लाभुकों से वसूली की है। दूसरी ओर आवास सहायक ज्ञानदीप कुमार ने आरोप को निराधार बतातें हुए किसी भी प्रकार के अवैध वसूली से इनकार किया है। दूसरी ओर आवास पर्यवेक्षक शशिकांत कुमार ने आवास सहायक द्वारा रिश्वत वसूले जाने पर अनभिज्ञता प्रकट करते हुए अपने स्तर से इसकी जांच करने की बात कही है।
इन लोगों से ली गई है रिश्वत
मुखिया महानंद राय ने जिन लाभुकों से रिश्वत मांगने का खुलासा किया है। उनमें, दिव्यांग नंद साह से चार हजार रुपये, जोहरा खातून से तीन हजार रुपये, बबलू साह ने एक हजार रुपये, ब्रह्मदेव पंडित से एक हजार रुपये, रामकली देवी से एक हजार रुपये, सावत्री देवी से पांच हजार रुपये और दिलीप दास से तीन हजार रुपये की रिश्वत लेने का आरोप है। फिलहाल, रिश्वत वसूले जाने का मामला प्रकाश में आते ही इस विभाग से जुड़े कर्मचारी सकते में आ गये हैं।
This post was published on नवम्बर 4, 2017 23:15
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