उत्तर बिहार के शिवालयों में भी उमड़ा जन शैलाव
सावन की अंतिम सोमवारी पर जलाभिषेक करने के लिए कांवरयात्रियों का जन शैलाव उमड पड़ा है। तेज धूप की परवाह किये वगैर बुलंद हौसलो के साथ करीब दो लाख कांवरयात्रियों ने अजगैबीनाथधाम से उत्तरवाहिनी गंगाजल लेकर बाबाधाम की ओर कूच कर चुकें है। श्रावणी मेला में कांवरियों का जत्था बोल बम का नारा लगाते अनवरत चला जा रहा है। कांवरियों के उत्साह में कोई कमी नहीं है। रविवार को 177526 सामान्य बम गंगाजल लेकर बाबाधाम की ओर चल पड़े जिसमें 9663 डाकबम शामिल है।
मौसम में बदलाव से मिली राहत
दिन में तेज धूप के कारण कांवरियों को काफी परेशानी उठानी पड़ी तो दोपहर बाद मौसम में बदलाव से भक्तों को थोड़ी राहत मिली। मेला क्षेत्र में कई ऐसे बिजली के पोल हैं जहां एलईडी नहीं जलने से भक्तों को परेशानी होती रही। घाट के किनारे प्रात: जेनरेटर बंद कर दिये जाने से कांवरियों को परेशानी उठानी पड़ती है और ऐसे समय में घाट के किनारे चोर उचक्के सक्रिय हो जाते हैं।
प्रधान सचिव व रेल आईजी ने भरे गंगाजल
इस बीच खबर मिली है कि कृषि विभाग के प्रधान सचिव सुधीर कुमार अजगैबीनाथ धाम पहुंचकर पवित्र गंगा में स्नान कर गंगाजल ले बाबाधाम के लिए प्रस्थान कर गयें हैं। इसी तरह रेल आईजी जेआर एकेडमी लखनऊ अंजनी कुमार पवित्र गंगा में स्नान कर अजगैबीनाथ की पूजा की और देवघर एवं बासुकीनाथधाम के लिए गंगाजल लेकर प्रस्थान कर गयें हैं। इस दौरान उन्होंने कहा की व्यवस्था में कुछ कमी है। भक्ति-भाव से श्रद्धालु आते हैं। लिहाजा, सुविधा और बढ़नी चाहिए थी। इनकी अगुवाई में आरपीएफ इंचार्ज एसके सुधा सहित आरपीएफ इंस्पेक्टर और कई जवानो ने भी कांवरयात्रा की है।
उत्तर बिहार के शिवलायों में उमड़ी आस्था
उत्तर बिहार के विभिन्न शिवलायों में भी जलाभिषेक के लिए आस्था का शैलाव उमड़ पड़ी है। मुजफ्फरपुर के गरीबनाथ धाम में कावर यात्रियों के लिए विशेष प्रबंध किये गये हैं। इसी के साथ औराई के भैरवस्थान मंदिर सहित मीनापुर और बंदरा सहित सुदूर गांव के शिवालयों में भी आज सुवह से ही आस्था का सैलाव उमड़ता रहा। प्रशासन के साथ स्थानीय लोगो ने कांवरयात्रियों की सेवा में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी है।
डीजे के धून पर थिरकते रहे कावंरयात्री
शिव की भक्ति में लीन कांवरयात्रियों का जथ्था डीजे की धून थिरकता हुआ नजर आया। हालांकि, करीब 30 लाउडिस्पीकर और कई-कई डीजे के एक साथ बजने से ध्वनि प्रदूषण की वजह से आम लोगो को थोड़ी परेसानी का भी सामना करना पड़ा। कई जगह भक्ति संगीत की आर में बजने वाली फूहड़ गाने से महिला कांवर यात्रियों को संकोच करते हुए भी देखा गया है।
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