पहलगाम हमले के बाद फिर से चर्चा में हैं सीमा हैदर: सोशल मीडिया पर उठ रही भारत से उनकी वापसी की मांग

After Pahalgam Attack, Social Media Calls for Border Exit of Seema Haider: Here’s Why She is Still in India

KKN गुरुग्राम डेस्क | पिछले कुछ दिनों से सीमा हैदर एक बार फिर से चर्चा का विषय बन चुकी हैं, खासकर पहलगाम हमले के बाद। इस हमले के बाद सोशल मीडिया पर सीमा हैदर को पाकिस्तान वापस भेजे जाने की मांग जोर पकड़ने लगी है। यह मांग उसी तरह उठ रही है जैसे कि हाल ही में भारत में अवैध रूप से रहने वाले अन्य पाकिस्तानी नागरिकों के खिलाफ कदम उठाए गए थे। कई लोग यह सवाल उठा रहे हैं कि वीजा लेकर आए नागरिकों को पाकिस्तान वापस भेज दिया गया, तो बिना वीजा के भारत में घुसी सीमा को क्यों नहीं निकाला जा रहा है?

इस लेख में हम सीमा हैदर के भारत में प्रवेश, उनके खिलाफ चल रहे कानूनी मामलों, और सार्वजनिक विमर्श पर चर्चा करेंगे।

सीमा हैदर का भारत में अवैध प्रवेश

सीमा हैदर ने मई 2023 में पाकिस्तान से नेपाल होते हुए अवैध तरीके से भारत में प्रवेश किया था। वह पहले दुबई गईं, फिर नेपाल पहुंचीं, और वहां से भारत आईं। सीमा ने भारत का वीजा प्राप्त किए बिना ही Greater Noida के रबूपुरा गांव में रहने वाले सचिन मीणा से मिलने के लिए भारत में प्रवेश किया।

सीमा और सचिन के बीच कथित तौर पर PUBG गेम खेलते हुए प्रेम संबंध स्थापित हुए थे। जब सीमा ने जुलाई 2023 में एक वकील से कागजात बनाने के लिए संपर्क किया, तब उसकी गतिविधियों पर शक हुआ और मामले की जांच शुरू हुई। इसके बाद यूपी पुलिस ने सीमा, सचिन और उसके पिता को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, तीनों को जमानत मिल गई और वे कोर्ट की शर्तों के तहत बाहर आ गए।

सीमा हैदर अभी भी भारत में क्यों हैं?

सीमा हैदर का मामला कुछ जटिल है। जबकि सोशल मीडिया पर उनकी भारत से वापसी की लगातार मांग की जा रही है, कानूनी दृष्टिकोण से उनकी स्थिति अलग है। दरअसल, सीमा ने भारत में प्रवेश वीजा के बिना किया था, इसलिए वीजा रद्द करने की प्रक्रिया उस पर लागू नहीं होती।

भारत सरकार ने 29 अप्रैल तक सभी पाकिस्तानी नागरिकों को भारत छोड़ने का आदेश दिया था। लेकिन चूंकि सीमा ने भारत में प्रवेश वीजा नहीं लिया था, इसलिए उसका कोई वीजा नहीं रद्द किया जा सकता। यही कारण है कि फिलहाल उसे भारत से बाहर नहीं भेजा जा सकता है।

सीमा हैदर के खिलाफ सोशल मीडिया पर उफान

पहलवागाम हमले के बाद से सीमा हैदर के खिलाफ सोशल मीडिया पर भारी प्रतिक्रियाएँ देखने को मिल रही हैं। कुछ लोग इसे एक बड़ी राष्ट्रीय सुरक्षा समस्या के रूप में देख रहे हैं और कह रहे हैं कि जैसे पाकिस्तान से आए अन्य नागरिकों को भेजा जा रहा है, वैसे ही सीमा हैदर को भी वापस भेजा जाना चाहिए।

हालाँकि, इसके कुछ विरोधी भी हैं, जो यह मानते हैं कि सीमा हैदर ने कोई गड़बड़ी नहीं की और वह सचिन मीणा के साथ वैध तरीके से अपनी ज़िंदगी जी रही हैं। उनके समर्थक यह तर्क देते हैं कि सीमा की स्थिति व्यक्तिगत है और उसे भारतीय नागरिक के रूप में सम्मान मिलना चाहिए, खासकर जब वह भारतीय कानून का पालन कर रही है।

कानूनी पहलू: सीमा हैदर का भारत में रहना

जब से सीमा का मामला अदालत में है, वह भारत में रह सकती हैं, क्योंकि उनका मामला अभी भी विचाराधीन है। इसके अलावा, सीमा का नागरिकता आवेदन भी भारत के राष्ट्रपति के पास लंबित है।

सीमा के वकील, एपी सिंह ने बताया कि सीमा के सारे कागजात ATS (एंटी टेररिज्म स्क्वॉड) के पास जमा हैं और वह पुलिस की निगरानी में हैं। इसके अलावा, सीमा को अदालत के आदेश के तहत अपने ससुराल में रहने की अनुमति मिली है और वह अस्पताल के अलावा कहीं भी बाहर नहीं जा सकतीं।

एपी सिंह ने यह भी कहा कि सीमा की तीसरी बेटी बीमार है और अस्पताल में भर्ती है, इस कारण वह अपने घर से बाहर नहीं जा सकतीं। उनका यह भी कहना था कि सीमा का पहलगाम हमले से कोई संबंध नहीं है।

सीमा की नागरिकता पर बहस

सीमा हैदर के खिलाफ हो रहे विवाद का एक बड़ा कारण उनकी नागरिकता याचिका है। जबकि कुछ लोग मानते हैं कि सीमा को भारतीय नागरिकता मिलनी चाहिए, वहीं दूसरी ओर कुछ लोगों का कहना है कि उसकी स्थिति अवैध है और उसे पाकिस्तान वापस भेजा जाना चाहिए।

यह बहस खासकर तब उठी जब सीमा का नाम पहलगाम हमले से जोड़ा गया। कई लोगों का मानना है कि यदि किसी ने भारत में अवैध रूप से प्रवेश किया है, तो उसे किसी भी स्थिति में नागरिकता नहीं मिलनी चाहिए। दूसरी ओर, सीमा के वकील का कहना है कि सीमा को इस मामले में दोषी ठहराना गलत है और वह भारत के कानून का पालन कर रही हैं।

भारत में पाकिस्तानियों की वापसी: क्या है सरकार का रुख?

भारत में पाकिस्तानी नागरिकों को वीजा रद्द कर भारत छोड़ने का आदेश दिया गया था, जिसके बाद पाकिस्तान से आए कई नागरिकों को भारत छोड़ने की मजबूरी आई। लेकिन सीमा हैदर के मामले में यह स्थिति अलग है क्योंकि वह वीजा के बिना आई हैं, और इसके चलते भारत सरकार को उसे वापस भेजने का कानूनी आधार नहीं मिल रहा है।

भारत सरकार का यह रुख उन पाकिस्तानी नागरिकों के मामले में है, जिनके वीजा पहले ही रद्द किए जा चुके हैं और जिन्होंने भारत में अवैध रूप से रहकर भारतीय कानूनों का उल्लंघन किया है। लेकिन सीमा के मामले में चूंकि उसका वीजा रद्द नहीं हो सकता, इसलिए वह अभी भारत में रह सकती हैं।

क्या सीमा हैदर को वापस भेजा जाएगा?

अभी तक सीमा हैदर की भारत में स्थिति स्पष्ट नहीं है, और यह सब अदालत के फैसले पर निर्भर करेगा। यदि अदालत उसकी नागरिकता की याचिका पर विचार करती है और उसे भारतीय नागरिकता मिल जाती है, तो वह भारत में रह सकती है। लेकिन अगर अदालत उसे पाकिस्तान वापस भेजने का आदेश देती है, तो उसे भारत छोड़ना पड़ेगा।

इस समय, सीमा हैदर की कानूनी स्थिति पर बहस चल रही है, और यह तय करना अदालत का काम है कि वह भारत में रहेंगी या नहीं।

सीमा हैदर का मामला भारतीय न्यायपालिका में विचाराधीन है और इसमें कई कानूनी पहलू जुड़े हुए हैं। हालांकि सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ बढ़ती मांग के बावजूद, यह कहना मुश्किल है कि उनका भविष्य क्या होगा।

सीमा का मामला इसलिए जटिल है क्योंकि वह अवैध तरीके से भारत में आई हैं, लेकिन उन्होंने भारतीय कानून का पालन किया है और वर्तमान में वह जांच प्रक्रिया का हिस्सा हैं। उनका नागरिकता आवेदन भी लंबित है, और जब तक अदालत से कोई फैसला नहीं आता, वह भारत में रह सकती हैं।


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