मीनापुर प्रखंड पंचायत समिति की बैठक में शनिवार को 69,26,916 रुपये की लागत से होने वाले 24 महत्वपूर्ण योजनाओं का चयन हुआ। लम्बी प्रतीक्षा के बाद बैठक में सात स्थायी समिति का गठन कर लिया गया है। साथ ही फर्जी शिक्षकों को बर्खास्त करने का भी निर्णय लिया गया।
प्रखंड कार्यलय में हुई बैठक की अध्यक्षता प्रमुख राधिका देवी ने की। बैठक में मवेशी को रखने के लिए चार फाटक बनाने व सरकारी नर्सरी से पेड़ों की कटाई करने वालों पर एफआईआर करने सहित मीनापुर में लम्बे समय से कार्यरत 17 एएनएम के स्थानांतरण करने के प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई। इससे पहले सदस्यों ने नियोजित 98 फर्जी शिक्षकों को बर्खाश्त करने का भी निर्णय लिया। बीडीओ ने सदस्यों को बताया कि इसके अतिरिक्त 366 नियोजित शिक्षकों की जांच अंतिम चरण में है। शीघ्र ही उन सभी पर कार्रवाई होगी।
बैठक में मनरेगा, बाल विकास, शिक्षा, आपूर्ति, कृषि व स्वास्थ्य विभाग आदि की समीक्षा की गई। सूचना मिलने के बावजूद बैठक में नहीं पहुंचने पर सदस्यों ने मध्याह्न भोजन प्रभारी के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पास किया। बैठक के दौरान सदस्य नीलम कुमारी, अनामिका, विनोद कुमार, शशिरंजन यादव व महानन्द राय ने मनरेगा से किसानों को जोड़ने की मांग की। वहीं, सदस्य शिवचन्द्र प्रसाद ने मवेशी से फसल को बचाने के लिए फाटक बनाने की मांग की।
सुबोध कुमार व अजय कुमार ने आंगनबाड़ी की जांच करने के लिए कमिटी के गठन की मांग रखी। इस बीच सीडीपीओ ने बताया कि 144 वार्ड में नए सिरे से आंगनबाड़ी केन्द्र खोलने के लिए सर्वेक्षण का कार्य अंतिम चरण में है। रिपोर्ट प्राप्त होते ही बहाली की प्रक्रिया आरंभ हो जायेगी। बैठक में विधायक मुन्ना यादव, उपप्रमुख रंजन कुमार सिंह, सदस्य रामनन्दन राम, कृष्ण कुमार मुन्ना, इंदल सहनी, जगदीश साह, किशोरी राम, रेणु सिंह, सुशीला देवी, उषा सिंह, मेघनी देवी, पूनम कुमारी, निर्मला देवी, विमला देवी, रामशोभा राय आदि मौजूद थे।
पंचायत समिति की बैठक में सात स्थायी समिति का गठन किया गया है। इसमें सामान्य स्थायी समिति और वित्त अंकेक्षण तथा योजना समिति के पदेन अध्यक्ष प्रमुख राधिका देवी होंगी। इसी प्रकार उत्पादन समिति के अध्यक्ष सीमा देवी, शिक्षा समिति के अध्यक्ष विनोद प्रसाद, समाजिक न्याय समिति के अध्यक्ष रंजन कुमार सिंह, लोक स्वास्थ्य व परिवार कल्याण समिति के अध्यक्ष अंजना मिश्रा व लोक निर्माण समिति के अध्यक्ष धीरेंद्र कुमार को मनोनीत किया गया है।
प्रमुख राधिका देवी ने शनिवार को बीडीओ को ज्ञापन देकर फर्जी शिक्षकों को बर्खास्त करने के स्वीकृत प्रस्ताव का विरोध किया है। प्रमुख ने लिखा है कि इस प्रस्ताव पर उनसे दबाव डाल कर हस्ताक्षर लिया गया है, जो गलत है। बीडीओ को दिए ज्ञापन पर उपप्रमुख रंजन कुमार सिंह सहित आधा दर्जन पंसस का हस्ताक्षर हैं। पूर्व में प्रमुख राधिका देवी की अध्यक्षता में हुई पंसस की बैठक में सर्व सम्मति से 98 फर्जी नियोजित शिक्षकों को बर्खास्त करने का प्रस्ताव स्वीकृत किया गया था।
This post was published on नवम्बर 12, 2017 08:49
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