उत्तर प्रदेश। राजनीतिक नफा नुकसान को ध्यान में रख कर राष्ट्र बिरोधी बयान देने की भारत में परंपरा बनती जा रही है। इस कड़ी में नया नाम जुड़ गया है, यूपी के पूर्व सीएम व समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का। श्री यादव ने सीमा पर शहीद हो रहे जवानों को लेकर विवादास्पद बयान दिया है। अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा कि सीमा पर बाकी राज्यों की तरह गुजरात के जवान क्यों नही शहीद हो रहे हैं। जिसके बाद अखिलेश यादव की कड़ी आलोचना हो रही है।
अखिलेश की यह टिप्पणी ऐसे समय आई है जब जम्मू-कश्मीर में पिछले कई महीनों से सेना व अलगवादियों के बीच संघर्ष जारी है और अक्सर आतंकवादियों और सुरक्षाबलों में मुठभेड़ की खबरे भी आ रही है। इतना ही नही बल्कि, सीमा पर पाकिस्तान की तरफ से रुक रुक कर लगातार फायरिंग की खबरें आ रही हैं। कहतें हैं कि देश के जांबाज देश की सुरक्षा के लिए अपनी जान दे रहे हैं। वही, हमारे राजनीतिज्ञ उनकी शहादत पर भी राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे। सोचिए कि इन नेताओं द्वारा जारी बयान से प्रभावित होकर यदि सेना के अंदर क्षेत्रवाद पनपने लगे और सैनिक इस अधार पर सीमा की सुरक्षा करने या नही करने का निर्णय लेने तो क्या होगा?
This post was published on मई 10, 2017 21:28
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