सामने बैठे पाक पीएम नवाज शरीफ ने नजरें झुकाई
अस्ताना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को आतंकवाद के मसले पर पाकिस्तान का नाम लिए बिना ही हमला बोल दिया। इस दौरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ अपने नजरें झुकाये, वही मौजूद रहे थे। मौका था शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के वार्षिक शिखर सम्मेलन का यह शिखर सम्मेलन कजाकिस्तान की राजधानी अस्ताना में आयोजित थी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आतंकवाद मानवता के लिए बड़ा खतरा है। कहा कि आतंकवाद और कट्टरपंथ को परास्त करने के लिए समन्वित प्रयासों की आवश्यकता है। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एससीओ के प्रयासों की सराहना करते हुए मोदी ने उम्मीद जताई कि आठ सदस्यों वाला यूरेशियन गुट इस लड़ाई को नई दिशा व मजबूती प्रदान करेगा।
प्रधानमंत्री ने क्षेत्र में कनेक्टिविटी बढ़ाने की आवश्यकता पर भी बात की और कहा कि यह व्यापार एवं निवेश बढ़ाने के लिए यह जरुरी हो गया है। चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ समेत अन्य नेताओं की मौजूदगी में मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि इस प्रकार के सहयोग में संप्रभुता एवं क्षेत्रीय अखंडता अहम कारक होने चाहिए।
मोदी का यह बयान ऐसे समय में महत्व रखता है, जब कुछ ही सप्ताह पहले भारत ने बीजिंग में आयोजित हाई प्रोफाइल ‘बेल्ट एंड रोड फोरम’ का बहिष्कार कर दिया था। इस सम्मेलन में विश्व के 29 नेताओं ने भाग लिया था।
भारत ने 50 अरब डॉलर के चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारे को लेकर अपनी चिंताओं को लेकर संदेश देने के लिए शिखर सम्मेलन से दूरी बनाई। चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारा बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव बीआरआई का हिस्सा है। यह गलियारा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से होकर गुजरता है। इस क्षेत्रीय गुट के सदस्यों में भारत तथा पाकिस्तान के अलावा, चीन, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, रूस, तजाकिस्तान तथा उज्बेकिस्तान शामिल हैं।