नेपाल। नेपाल एक बार फिर से राजनीतिक अनिश्चितता की दौर में है। बहरहाल, नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ ने बुधवार को टेलीविजन पर देश के नाम संबोधन के दौरान अपने पद से इस्तीफे की घोषणा करके सभी को चकित कर दिया है। प्रचंड के इस कदम से नेपाली कांग्रेस के साथ समझौते के तहत नेकां अध्यक्ष शेर बहादुर देउबा के अगले प्रधानमंत्री बनने का मार्ग प्रशस्त हो गया है।
राजनीति के जानकार बतातें हैं कि प्रचंड अब देश की राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी से मुलाकात कर उन्हें अपना इस्तीफा सौपेंगे। पिछले साल अगस्त में देउबा के समर्थन से प्रधानमंत्री बने प्रचंड ने नेपाली कांग्रेस के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किया था, जिसके मुताबिक उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दिया है।
फरवरी 2018 में संसदीय चुनाव होने तक संवैधानिक बाध्यता के मुताबिक, प्रचंड तथा देउबा ने बारी-बारी से सरकार का नेतृत्व करने पर सहमति जताई थी। समझौते के मुताबिक, प्रचंड को निकाय चुनाव होने तक प्रधानमंत्री पद पर बने रहना था, जबकि प्रांतीय तथा केंद्र स्तरीय चुनाव देउबा के प्रधानमंत्रित्व काल में होंने थे।
This post was published on मई 24, 2017 23:45
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