मुजफ्फरपुर। बिद्युत वितरण कंपनी एस्सेल के द्वारा आंदोलकारियों पर एफआईआर दर्ज कर देने से भड़के मुस्तफागंज के बिजली उपभोक्ता अब आर पार की लड़ाई के मूड में है। उपभोक्ताओं ने बैठक करके एस्सेल के उच्चाधिकारी से मिल कर एफआईआर वापिस लेने की मांग करने का फैसला लिया है। बावजूद इसके यदि एफआईआर वापिस नही लिया गया तो एस्सेल के खिलाफ चरणबद्ध आंदोलन करने का निर्णय हुआ है। आंदोलन के प्रथम चरण में 17 जून को मशाल जुलूश निकालने और दूसरे चरण में मुजफ्फरपुर शिवहर सड़क को जाम करने और आक्रोशपूर्ण धरना प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया है।
बतातें चलें कि एस्सेल के प्रशासनिक अधिकारी रीतेश निगम ने विभाग के कर्मचारियों को बंधक बनाने व विभागीय कार्य में बेवजह हस्तक्षेप करने का आरोप लगाते हुए बुधवार को मीनापुर थाना में आधा दर्जन लोगो पर एफआईआर दर्ज कराई है। जिन लोगो पर एफआईआर दर्ज की गई है। उनमें, जिपा पति अर्जुन कुमार गुप्ता, प्रमोद कुमार कुशवाहा, मनोज शर्मा, लालबाबू ठाकुर, राजू साह व विनय कुमार का नाम शामिल इसके अतिरिक्त कई अज्ञात लोगो का नाम भी शामिल है।
दरअसल हुआ ये कि दो सप्ताह से जले हुये ट्रांसफार्मर को हटा कर शनिवार को मुस्तफागंज में विभाग ने नया ट्रांसफार्मर लगा दिया। रविवार को नया ट्रांसफार्मर चालू हुआ और सोमवार को ही जल गया। इससे मुस्तफागंज के लोग भड़क गये और जिपा पति अर्जुन कुमार गुप्ता के नेतृत्व में मीनापुर के एस्सेल कार्यालय में तालाबंदी करके बिजली के उपभोक्ता धरना पर बैठ गये। कहतें है कि मात्र 24 घंटे के भीतर नया ट्रांसफार्मर के जल जाने से बैक फुट पर आये एस्सेल के अधिकारियों ने मंगलवार को ही दूबारा नया ट्रांसफार्मर तो लगाया। किंतु, तालाबंदी करने वाले छह लोगो पर एफआईआर दर्ज करा दी।
अब इसी एफआईआर को वापिस लेने की मांग को लेकर मुस्तफागंज के लोगो ने देव नाथ साह की अध्यक्षता में बैठक करके एक बार फिर से आंदोलन की राह पकड़ ली है। बहरहाल बैठक में पवन कुमार, चंदन पाण्डेय, मिन्टु कुश्वाहा, कौशल किशोर प्रसाद, रंजीत कुमार, ईश्वर कुमार गुप्ता, जितेन्द्र साह, नारायण प्रसाद, दिनेश साह, गोपाल साह, रमेश कुमार गुप्ता, जयनंदन राय, नरेश ठाकुर, संतोष चौधरी, रामबचन सहनी, लड्डू मल्लिक सहित बड़ी संख्या में लोगो ने हिस्सा लिया है।
This post was published on %s = human-readable time difference 23:50
7 दिसंबर 1941 का पर्ल हार्बर हमला केवल इतिहास का एक हिस्सा नहीं है, यह… Read More
सफेद बर्फ की चादर ओढ़े लद्दाख न केवल अपनी नैसर्गिक सुंदरता बल्कि इतिहास और संस्कृति… Read More
आजादी के बाद भारत ने लोकतंत्र को अपनाया और चीन ने साम्यवाद का पथ चुना।… Read More
मौर्य साम्राज्य के पतन की कहानी, सम्राट अशोक के धम्म नीति से शुरू होकर सम्राट… Read More
सम्राट अशोक की कलिंग विजय के बाद उनका जीवन पूरी तरह से बदल गया। एक… Read More
KKN लाइव के इस विशेष सेगमेंट में, कौशलेन्द्र झा मौर्यवंश के दूसरे शासक बिन्दुसार की… Read More