राजनीतिक गलियारे में अटकलो का बाजार गर्म
राजकिशोर प्रसाद
नई दिल्ली। मॉरिसस के प्रधानमन्त्री के सम्मान में पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा आयोजित सम्मान भोज में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी शामिल होंगे। साथ ही फरक्का बराज से गंगा में जमा हो रहे गांद को हटाने पर भी नीतीश कुमार पीएम नरेंद्र मोदी से बात करेंगे। नीतीश की पीएम से इस मुलाकात को लेकर राजनीतीक गलियारे में चर्चा जोरो पड़ है। लोग इसे राजनीति में एक नये समीकरण से जोड़ कर देख रहे है।
हालांकि सीएम नीतीश कुमार इसे एक औपचारिकता बताते हुये गंगा में फरक्का ब्रिज के कारण जमा होने वाली गांद पर चर्चा करने की बात बता रहे है। शुक्रवार को राष्ट्रपति पद के साझा उम्मीदवार पर गैर भजपा दलो की बैठक में नीतीश का शामिल नही होना और शनिवार की पीएम की भोज में शामिल होना राजनीतीक गलियारे में चर्चा का विषय बन गया है।
हालांकि इससे पहले भी नीतीश जपान के प्रधानमंत्री के सम्मान में भी पीएम द्वारा आयोजित भोज में शामिल हो चुके है। सीएम नीतीश बाढ़ की भयावह स्थिति की मुख्य वजह फरक्का से गंगा में उत्पन्न गांद को मानते रहें हैं और इस पर केंद्र से एक ठोस नीति बनाने की वकालत भी करते रहें हैं। किन्तु, वर्तमान में बिहार की राजनीती परिपेक्ष में चल रहे सियासी उतार चढाव में पीएम की भोज में सीएम नीतीश की उपस्थिति के खास मायने निकाले जा रहें हैं।