KKN गुरुग्राम डेस्क| दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बड़ा हमला करते हुए दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को घेरा। उन्होंने केजरीवाल के पुराने वादे की याद दिलाई, जिसमें उन्होंने यमुनाजी का पानी साफ करने का दावा किया था। राहुल गांधी ने कहा कि केजरीवाल ने यह वादा किया था कि वह पांच सालों में यमुनाजी का पानी साफ करेंगे, लेकिन वह आज भी गंदा है।
राहुल गांधी ने एक चुनावी रैली में केजरीवाल पर तीखा हमला करते हुए कहा, “अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि वह यमुनाजी का पानी साफ करेंगे और उसमें डुबकी लगाएंगे, लेकिन वह पानी अभी भी गंदा है। मैं उन्हें चुनौती देता हूं कि वह यमुनाजी का पानी पीकर दिखाएं, फिर हम अस्पताल में मिलेंगे।”
राहुल गांधी का हमला: “गंदा पानी, झूठे वादे”
राहुल गांधी ने यह बात दिल्ली के हौज काजी चौक में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कही। उनका कहना था कि अरविंद केजरीवाल ने दिल्लीवासियों से जो वादे किए थे, वे सभी पूरी तरह से अधूरे हैं। उन्होंने कहा कि केजरीवाल के वादों का कोई मतलब नहीं रह गया है और लोग अब इनके झूठे वादों के बारे में जागरूक हो गए हैं।
राहुल गांधी ने इस दौरान दिल्ली के गरीबों की हालत का जिक्र करते हुए कहा, “एक तरफ दिल्ली के गरीब लोग गंदा पानी पीने को मजबूर हैं, वहीं दूसरी ओर केजरीवाल झूठे वादे करके सत्ता में आकर अपनी सरकार के साथ मिलकर भ्रष्टाचार कर रहे हैं।”
केजरीवाल के “कोर टीम” पर हमला
राहुल गांधी ने अरविंद केजरीवाल की “कोर टीम” पर भी हमला किया। उन्होंने कहा कि केजरीवाल की टीम में ऐसे लोग शामिल हैं जो केवल अपने निजी हितों के लिए काम करते हैं। उन्होंने दिल्ली सरकार के नेताओं जैसे कि मनीष सिसोदिया, आतिशी, संजय सिंह, राघव चड्ढा, सत्येंद्र जैन और अन्य को भी निशाने पर लिया। राहुल ने कहा कि यह लोग सत्ता में आते ही जनता से दूर हो जाते हैं और कभी उनके साथ नहीं खड़े होते।
राहुल गांधी ने इन नेताओं की जातीय और धार्मिक पहचान का जिक्र करते हुए कहा, “केजरीवाल की कोर टीम में न तो दलित, न ओबीसी और न ही मुस्लिम समुदाय के लोग शामिल हैं। ये लोग केवल अपनी जाति और धर्म के हिसाब से टीम बनाते हैं और जब कहीं दंगे होते हैं, तो ये सभी लोग गायब हो जाते हैं।”
मोदी और केजरीवाल में कोई अंतर नहीं
राहुल गांधी ने एक और बड़ा बयान देते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच कोई फर्क नहीं है। उन्होंने कहा, “मोदी खुले तौर पर बोलते हैं, जबकि केजरीवाल चुप रहते हैं और जब जरूरत होती है, तो वह जनता के बीच नहीं आते।”
राहुल गांधी ने यह भी कहा कि दिल्ली के चुनाव दरअसल दो विचारधाराओं के बीच की लड़ाई है – एक जो एकता की बात करती है और दूसरी जो नफरत फैलाती है। उन्होंने कहा कि बीजेपी और आरएसएस की विचारधारा नफरत फैलाने वाली है, जबकि कांग्रेस की विचारधारा एकता की है।
गांधी और गोडसे की तुलना
राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी के कार्यकाल को लेकर एक दिलचस्प टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि मोदी के जाने के बाद उन्हें कोई नहीं याद करेगा। राहुल ने महात्मा गांधी और नाथूराम गोडसे का उदाहरण देते हुए कहा, “इस देश में दो लोग थे, गांधी और गोडसे। अब कोई गोडसे को नहीं याद करता। यही स्थिति मोदी की होगी।”
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025
राहुल गांधी का यह बयान दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 से ठीक पहले आया है। चुनाव 5 फरवरी को होने हैं और 8 फरवरी को मतगणना होगी। दिल्ली में कांग्रेस की साख को फिर से मजबूत करने के लिए राहुल गांधी का यह हमला बहुत अहम माना जा रहा है। उनका कहना है कि दिल्ली की जनता अब समझ चुकी है कि केजरीवाल के वादे झूठे हैं और उनके नेतृत्व में दिल्ली की समस्याएं हल होने की बजाय बढ़ रही हैं।
राहुल गांधी ने अंत में कहा कि दिल्ली को एक नई दिशा और नेतृत्व की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ही वह पार्टी है जो दिल्ली के विकास के लिए सही रास्ता दिखा सकती है। उनका कहना था, “हम कांग्रेस में विश्वास रखते हुए दिल्ली को न सिर्फ एक साफ और सुंदर शहर बनाएंगे, बल्कि हम यह सुनिश्चित करेंगे कि यहां के लोग सुरक्षित और समृद्ध रहें।”
राहुल गांधी का यह हमला दिल्ली की राजनीति में एक नई हलचल पैदा कर सकता है। उन्होंने न केवल अरविंद केजरीवाल के शासन को चुनौती दी है, बल्कि बीजेपी और मोदी सरकार के खिलाफ भी एक मजबूत बयान दिया है। अब देखना यह होगा कि दिल्ली की जनता किसे अपना समर्थन देती है और आगामी विधानसभा चुनावों में कौन विजय प्राप्त करता है।