लड़कियो के जींस के बटन तक हटवाये गये, सेंटर के भीतर से आकर मां को सौंपा ब्रा
नीट परीक्षा में लड़कियो को शर्मसार होना पड़ा है। उन्हे अंदरूनी वस्त्र भी उतारने पड़े है। सुरक्षा जांच के दौरान एक लड़की को बेहद शर्मनाक स्थिति का सामना करना पड़ा। घटना केरल के कन्नूर की है। लड़की को कथित रूप से एग्जाम हॉल में घुसने से पहले इनरवेयर उतारने को कहा गया। उसके मुताबिक महिला सुरक्षाकर्मियों ने लड़की से अंडरगारमेंट्स उतारने को कहा, ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि उसके पास कोई चीटिंग की सामग्री नहीं है। लड़की ने आरोप लगाया कि प्रशासन के सख्त ड्रेस कोड के कारण अन्य लड़कियों को भी इसी शर्मनाक स्थिति से गुजरना पड़ा। परीक्षा के बाद लड़की ने मीडियाकर्मियों को इस घटना के बारे में बताया।
उसने कहा कि विरोध करने के बावजूद एग्जाम सेंटर के अधिकारियों ने उस पर इनरवेयर उतारने का दबाव डाला। लड़की की मां ने बताया कि मेरी बेटी पहले सेंटर के अंदर गई और फिर बाहर आकर अपना ब्रा मुझे दे गई। बच्चे के साथ इतने अपमानजनक रवैए के परिवार ने परीक्षा केंद्र के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इसके अलावा कन्नूर के एग्जाम हॉल में परीक्षा देने आई एक अन्य लड़की से भी कुछ एेसा ही सूलक किया गया। उससे उनकी जींस के बटन हटाने को कहा गया। इसके बाद उसे नई ड्रेस खरीदकर लानी पड़ी। आईएएनएस के बातचीत में लड़की के पिता ने बताया कि उन्हें एग्जाम सेंटर से 3 किलोमीटर दूर एक कपड़े की दुकान पर उसके लिए एक पैंट खरीदकर लानी पड़ी। उन्होंने बताया, उसने जींस पहनी हुई थी। चूंकि उसमें जेबें और लोहे के बटन थे, इसलिए उसे उतारने को कहा गया ।
देशभर के 103 परीक्षा केन्द्रों पर 7 मई को मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए नीट परीक्षा हुई थी। इसमें 11 लाख 35 हजार 104 स्टूडेंट शरीक हुए थे। यह पिछले साल इसी परीक्षा में शामिल हुए छात्र-छात्राओं की संख्या से 41.42 फीसदी ज्यादा था। नकल की बढ़ती शिकायतों को देखते हुए सीबीएसई ने काफी सख्त गाइडलाइंस जारी की थीं। नियम के मुताबिक उम्मीदवारो को जूते पहनने की मनाही थी। केवल चप्पल ही पहनने की इजाजत दी गई थी। गर्ल्स स्टूडेंट्स साड़ी के बजाए साधारण सूट या जीन्स टी-शर्ट वह भी बगैर किसी तस्वीर या प्रिंट वाली पहन सकती थीं।
हिदायत दी गई थी कि टी-शर्ट पर बड़ी और काली रंग की बटन न लगी हो। पीने के पानी का बोतल भी परीक्षा हॉल में नहीं ले जाने को कहा गया था। पेन पेंसिल भी इम्तहान सेंटर पर मुहैया कराया जाएगा। हाथों की अंगुली में अंगूठी भी पहनने को मना किया गया था। पूरी बाजू की शर्ट पहनने की मनाही थी। केवल एडमिट कार्ड ही ले जाने को कहा गया था।मोबाइल लाने पर सख्त पाबंदी थी। नीट के एग्जाम सेंटर पर बुर्का, ताबीज, ब्रेसलेट और कृपाण भी अपने पास रखने पर रोक थी। इसके अलावा पर्स, एटीएम कार्ड, लॉकेट, जूते, फुल स्लीव्स की शर्ट, घड़ी, धूप वाले चश्में, हेयर क्लिप, रबर बैंड, चूड़ी आदि पर भी रोक लगाई गई थी।
This post was published on %s = human-readable time difference 11:52
7 दिसंबर 1941 का पर्ल हार्बर हमला केवल इतिहास का एक हिस्सा नहीं है, यह… Read More
सफेद बर्फ की चादर ओढ़े लद्दाख न केवल अपनी नैसर्गिक सुंदरता बल्कि इतिहास और संस्कृति… Read More
आजादी के बाद भारत ने लोकतंत्र को अपनाया और चीन ने साम्यवाद का पथ चुना।… Read More
मौर्य साम्राज्य के पतन की कहानी, सम्राट अशोक के धम्म नीति से शुरू होकर सम्राट… Read More
सम्राट अशोक की कलिंग विजय के बाद उनका जीवन पूरी तरह से बदल गया। एक… Read More
KKN लाइव के इस विशेष सेगमेंट में, कौशलेन्द्र झा मौर्यवंश के दूसरे शासक बिन्दुसार की… Read More