KKN गुरुग्राम डेस्क | मुंबई में फिर से हीटवेव (Heatwave) का खतरा बढ़ गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 9 से 11 मार्च के बीच मुंबई, ठाणे और रायगढ़ (Thane & Raigad) के कुछ हिस्सों में हीटवेव अलर्ट जारी किया है।
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महज दो हफ्ते पहले, मुंबई ने रिकॉर्ड-तोड़ गर्मी (Record-Breaking Heat) झेली थी, और अब एक नई हीटवेव चेतावनी जारी की गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि 2040 तक मुंबई में साल के 60% दिन हाई हीट डेज (High Heat Days) होंगे।
आइए जानते हैं कि मुंबई का तापमान क्यों बढ़ रहा है, इसका शहर पर दीर्घकालिक प्रभाव क्या होगा और इस चिलचिलाती गर्मी से कैसे बचा जा सकता है।
मुंबई में तापमान इतना अधिक क्यों बढ़ रहा है?
फिलहाल मुंबई गर्मियों के संक्रमण काल (Transition Phase to Summer) में है, लेकिन तापमान सामान्य से कहीं अधिक हो गया है।
✔ 8 मार्च को मुंबई के सांताक्रूज और कोलाबा वेदर स्टेशनों पर तापमान 35°C दर्ज किया गया।
✔ अगर तापमान दो दिनों तक लगातार 37°C से ऊपर रहता है तो हीटवेव घोषित की जाती है।
✔ पिछले महीने, मुंबई ने चार दिनों तक 37°C से अधिक तापमान झेला, जिससे 2025 की पहली हीटवेव घोषित हुई।
मुंबई में हीटवेव का कारण क्या है?
IMD के अनुसार, मुंबई में अचानक तापमान बढ़ने के पीछे एक एंटी-साइक्लोन सिस्टम (Anticyclone System) जिम्मेदार है।
✔ यह सिस्टम देश के भीतरी भागों से गर्म पूर्वी हवाएं (Easterly Winds) मुंबई की ओर लेकर आता है।
✔ इन गर्म हवाओं के कारण समुद्री हवा (Sea Breeze) आने में देरी होती है।
✔ इस वजह से तापमान सामान्य से 4-5°C तक अधिक बढ़ सकता है।
मार्च के महीने में ऐसा होना असामान्य नहीं है। IMD के आंकड़ों के अनुसार, मुंबई में मार्च में अब तक सबसे अधिक तापमान इस प्रकार दर्ज किया गया है:
📌 मार्च 2024 – 38.8°C
📌 मार्च 2023 – 39.4°C
📌 मार्च 2022 – 39.6°C
📌 मार्च 2021 – 40.9°C
यह साफ दर्शाता है कि मुंबई में हर साल गर्मी लगातार बढ़ रही है।
क्या हीटवेव मुंबई के लिए नया सामान्य (New Normal) बन रही है?
मुंबई क्लाइमेट एक्शन प्लान 2022 (Mumbai Climate Action Plan 2022) के अनुसार, IMD सांताक्रूज के पिछले 47 सालों के आंकड़ों (1973-2020) में यह सामने आया:
✔ 1973 से 2020 के बीच मुंबई में 12 बार हीटवेव दर्ज हुई।
✔ पिछले 50 वर्षों में मुंबई का औसत तापमान हर दशक में 0.25°C बढ़ा।
✔ 2040 तक, साल के 60% दिन हाई हीट डेज (High Heat Days) होंगे।
हाई हीट डेज क्या हैं?
🌡️ वह दिन जब तापमान 32°C या उससे अधिक हो जाता है।
Skymet Weather के मौसम विशेषज्ञ महेश पलावत का कहना है कि ग्लोबल वार्मिंग (Global Warming) और क्लाइमेट चेंज (Climate Change) के कारण हीटवेव की संख्या बढ़ रही है।
✔ ग्रीनहाउस गैसों (Greenhouse Gases) के बढ़ने से तापमान में असाधारण वृद्धि हो रही है।
✔ सर्दियों में भी ठंडी लहरों (Cold Waves) की संख्या कम हो रही है, जिससे भारत के उत्तरी हिस्सों में ठंड के दिन कम हो गए।
यह साफ संकेत है कि मुंबई का जलवायु संतुलन (Climate Stability) बिगड़ रहा है।
हीटवेव में कैसे रखें अपना ध्यान?
हीटवेव के दौरान लंबे समय तक तेज गर्मी और उमस (Humidity) रहने के कारण स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इनमें शामिल हैं:
🔥 हीटस्ट्रोक (Heatstroke) – शरीर का तापमान अचानक बहुत अधिक बढ़ जाता है।
💦 डिहाइड्रेशन (Dehydration) – पसीने के कारण शरीर में पानी की कमी हो जाती है।
🌡️ थकावट (Heat Exhaustion) – अत्यधिक गर्मी के कारण कमजोरी और चक्कर आ सकते हैं।
IMD की हीटवेव एडवाइजरी (Heatwave Advisory by IMD):
✔ सुबह 11 बजे से दोपहर 4 बजे तक धूप में जाने से बचें।
✔ हल्के रंग के, ढीले और सूती कपड़े पहनें।
✔ बाहर जाते समय सिर को कपड़े, टोपी या छाते से ढकें।
✔ पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स (Electrolytes) का सेवन करें।
✔ ज्यादा देर तक धूप में रहने से बचें, खासकर बच्चों और बुजुर्गों को।
मुंबई का भविष्य: तापमान कैसे बदलेगा?
विशेषज्ञों का मानना है कि मुंबई का तापमान आने वाले दशकों में और बढ़ेगा।
2040 तक मुंबई में जलवायु परिवर्तन के संभावित प्रभाव:
☀️ गर्मियों की अवधि लंबी और अधिक तीव्र होगी।
🌡️ सर्दी कम हो जाएगी, जिससे ठंडे दिन कम रहेंगे।
🏙️ शहर में ऊष्मा को रोकने वाले क्षेत्रों (Urban Heat Islands) में वृद्धि होगी।
🏭 वायु प्रदूषण (Air Pollution) बढ़ेगा, जिससे सांस संबंधी बीमारियां बढ़ सकती हैं।
विशेषज्ञों का सुझाव है कि मुंबई को जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है।
📌 मुंबई में हीटवेव (Heatwave) की संख्या बढ़ रही है, जिससे शहर का तापमान असामान्य रूप से बढ़ गया है।
📌 पिछले 50 वर्षों में तापमान 0.25°C प्रति दशक बढ़ा है।
📌 2040 तक, मुंबई के 60% दिन हाई हीट डेज (High Heat Days) के रूप में दर्ज किए जाएंगे।
📌 ग्लोबल वार्मिंग (Global Warming) और क्लाइमेट चेंज (Climate Change) मुख्य कारण हैं।
📌 हीटवेव से बचने के लिए लोगों को सावधानी बरतनी होगी और जलवायु संरक्षण की दिशा में कदम उठाने होंगे।
मुंबई के नागरिकों को गर्मी से बचाव के उपाय अपनाने के साथ-साथ सरकार और प्रशासन को क्लाइमेट एक्शन (Climate Action) को प्राथमिकता देने की जरूरत है।
क्या मुंबई इस बढ़ती गर्मी का सामना करने के लिए तैयार है? या हमें बड़े बदलावों की जरूरत है?
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