बुधवार, जुलाई 16, 2025
होमMaharashtraमुंबई के ऐतिहासिक कार्नैक ब्रिज का बदला नाम, ऑपरेशन सिंदूर की सफलता...

मुंबई के ऐतिहासिक कार्नैक ब्रिज का बदला नाम, ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को समर्पित

Published on

spot_img
Follow Us : Google News WhatsApp

मुंबई की ऐतिहासिक पहचान में एक नया अध्याय जुड़ गया है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार, 10 जुलाई 2025 को सिंदूर ब्रिज का उद्घाटन किया। यह ब्रिज पहले कार्नैक ब्रिज के नाम से जाना जाता था, जो अब “ऑपरेशन सिंदूर” की सफलता के सम्मान में नया नाम प्राप्त कर चुका है।

ब्रिज का यह नया नाम सिर्फ एक शिलापट्ट परिवर्तन नहीं, बल्कि भारत के सैन्य गौरव और औपनिवेशिक इतिहास की विस्मृति की ओर एक मजबूत कदम माना जा रहा है।

कार्नैक से सिंदूर: इतिहास से हटकर नए युग की शुरुआत

पुराना कार्नैक ब्रिज वर्ष 1868 में ब्रिटिश शासनकाल में बनाया गया था और इसका नाम जेम्स रिवेट-कार्नैक के नाम पर रखा गया था, जो 1839 से 1841 तक बॉम्बे प्रेसीडेंसी के गवर्नर थे। यह पुल मस्जिद इलाके को पी डी मेलो रोड से जोड़ता था, जो दक्षिण मुंबई के व्यस्ततम क्षेत्रों में से एक है।

तीन साल पहले, 2022 में इस ब्रिज को असुरक्षित घोषित कर तोड़ दिया गया और इसके स्थान पर नए पुल का निर्माण शुरू हुआ, जो 13 जून 2025 को पूरा हुआ।

 सिंदूर ब्रिज की विशेषताएं

  • कुल लंबाई: 328 मीटर

  • लेन: 4 वाहन लेन (पहले सिर्फ 2 थीं)

  • कनेक्टिविटी: पोर्ट एरिया को क्रॉफर्ड मार्केट, कालबादेवी और धोबी तलाव से जोड़ता है

  • यातायात प्रभाव: दक्षिण मुंबई की भारी ट्रैफिक को कम करने में सहायक

ऑपरेशन सिंदूर: इस नाम के पीछे की वीरता

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उद्घाटन के अवसर पर कहा:

“यह ब्रिज ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के उपलक्ष्य में नामित किया गया है, जो पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों के खिलाफ हमारे सैन्य बलों की बड़ी कार्रवाई थी। सिंदूर का मतलब है देश की वीरता से इतिहास के काले पन्नों को मिटाना।”

उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि प्रबोधनकर ठाकरे की ऐतिहासिक कृति के अनुसार, कार्नैक ने छत्रपति प्रताप सिंह राजे और रंगो बापूजी के खिलाफ षड्यंत्र किए थे, और ब्रिटिश शासन में भारतीयों पर कई अत्याचार किए थे।

ब्रिज का नाम बदलना ब्रिटिश औपनिवेशिक मानसिकता से छुटकारा पाने और भारतीय गौरव की पुनर्स्थापना का प्रयास है।

 कौन था जेम्स रिवेट-कार्नैक?

जेम्स रिवेट-कार्नैक, ब्रिटिश काल में बॉम्बे का गवर्नर था। भारतीय इतिहासकारों के अनुसार, कार्नैक ने स्वतंत्रता संग्राम से पहले स्थानीय मराठा राजाओं के खिलाफ साजिशें की थीं।

इस ब्रिज का नाम उन्हीं के नाम पर होना आज के स्वतंत्र भारत के लिए सांस्कृतिक और ऐतिहासिक रूप से अनुचित माना गया, जिसे अब ठीक कर दिया गया है।

 ब्रिज के उद्घाटन में देरी और राजनीति

इस ब्रिज के उद्घाटन में देरी को लेकर 2 जुलाई 2025 को शिवसेना (UBT) और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) ने विरोध प्रदर्शन भी किया था। उनका आरोप था कि ब्रिज निर्माण तो पूरा हो चुका है लेकिन अभी तक जनता के लिए चालू नहीं किया गया।

इस पर मुंबई महानगरपालिका (BMC) ने स्पष्टीकरण दिया कि अंतिम अनुमति और सेंट्रल रेलवे से NOC, साथ ही साइन बोर्ड और लेन मार्किंग जैसे कार्यों के कारण उद्घाटन में विलंब हुआ।

अब यह ब्रिज पूरी तरह से चालू है और हजारों यात्रियों को राहत देगा।

 शहरी विकास और सांस्कृतिक पुनर्स्थापना

सिंदूर ब्रिज सिर्फ एक यातायात सुविधा नहीं है, यह उस विचार का भी प्रतिनिधित्व करता है जिसमें भारत औपनिवेशिक विरासत को पीछे छोड़कर आधुनिक भारत के प्रतीकों को अपनाना चाहता है।

आज देशभर में कई स्थानों के नाम बदले जा रहे हैं जो ब्रिटिश या मुग़ल इतिहास से जुड़े हैं, और जिनका संबंध भारत के स्वतंत्रता संग्राम या सैन्य गौरव से नहीं है। सिंदूर ब्रिज इस कड़ी में एक प्रेरणादायक उदाहरण बन गया है।

🇮🇳 ‘सिंदूर’ शब्द का प्रतीकात्मक अर्थ

‘सिंदूर’ सिर्फ सैन्य ऑपरेशन का नाम नहीं है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति में सम्मान, समर्पण और बलिदान का प्रतीक भी है। सिंदूर ब्रिज का नाम इस प्रकार रखा गया है कि यह न केवल एक सैनिक विजय की याद दिलाए, बल्कि एक नए युग की शुरुआत का संकेत भी दे।

 क्यों है सिंदूर ब्रिज महत्वपूर्ण? (संक्षेप में)

विशेषता विवरण
पुराना नाम कार्नैक ब्रिज
नया नाम सिंदूर ब्रिज
उद्घाटन की तारीख 10 जुलाई 2025
उद्घाटनकर्ता मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस
कुल लंबाई 328 मीटर
लेन की संख्या 4 वाहन लेन
निर्माण पूर्ण 13 जून 2025
यातायात लाभ दक्षिण मुंबई की ट्रैफिक में राहत
ऐतिहासिक महत्व ऑपरेशन सिंदूर और ब्रिटिश शासन से मुक्ति

सिंदूर ब्रिज का निर्माण और नामकरण केवल एक आधारभूत संरचना का विकास नहीं, बल्कि राष्ट्रवादी सोच और गौरवशाली सैन्य परंपरा की जीत भी है। यह ब्रिज आज भारत को उसकी सांस्कृतिक जड़ों और आधुनिक उपलब्धियों से जोड़ने का प्रतीक बन चुका है।

जहां एक ओर यह ब्रिज मुंबईवासियों को यातायात की सुविधा देगा, वहीं दूसरी ओर यह उन्हें याद दिलाता रहेगा कि भारत अब अपनी पहचान खुद तय करता है, न कि किसी उपनिवेशवादी शासन की विरासत से।

Read this article in

KKN लाइव WhatsApp पर भी उपलब्ध है, खबरों की खबर के लिए यहां क्लिक करके आप हमारे चैनल को सब्सक्राइब कर सकते हैं।

KKN Public Correspondent Initiative


Discover more from KKN Live

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Latest articles

भोजपुरी अभिनेत्री अक्षरा सिंह ने कोर्ट में किया सरेंडर, धोखाधड़ी के आरोप में पेश हुईं

15 जुलाई 2025 को भोजपुरी फिल्म अभिनेत्री अक्षरा सिंह ने बेगूसराय कोर्ट में धोखाधड़ी...

बिहार चुनाव 2025: महागठबंधन का CM चेहरा कौन होगा? राहुल गांधी या तेजस्वी यादव?

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है और राज्य की...

सैमसंग गैलेक्सी F36 5G स्मार्टफोन 19 जुलाई को भारत में लॉन्च होगा, कीमत 20,000 रुपये के अंदर

सैमसंग ने पुष्टि की है कि वह गैलेक्सी F36 5G स्मार्टफोन को भारत में...

सिद्धार्थ मल्होत्रा और कियारा आडवाणी बने माता-पिता, स्वागत किया एक प्यारी सी बेटी का

बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता सिद्धार्थ मल्होत्रा और कियारा आडवाणी ने अब एक प्यारी सी...

More like this

भोजपुरी अभिनेत्री अक्षरा सिंह ने कोर्ट में किया सरेंडर, धोखाधड़ी के आरोप में पेश हुईं

15 जुलाई 2025 को भोजपुरी फिल्म अभिनेत्री अक्षरा सिंह ने बेगूसराय कोर्ट में धोखाधड़ी...

बिहार चुनाव 2025: महागठबंधन का CM चेहरा कौन होगा? राहुल गांधी या तेजस्वी यादव?

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है और राज्य की...

वाराणसी में बाढ़: गंगा जलस्तर तेजी से बढ़ रहा, सुबह-ए-बनारस का मंच डूबा

वाराणसी में गंगा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे शहर के...

जालंधर में 114 वर्षीय मैराथन धावक फौजा सिंह को फॉर्च्यूनर ने मारी टक्कर, चालक गिरफ्तार

जालंधर में हाल ही में हुए एक हादसे में 114 वर्षीय मैराथन धावक फौजा...

शुभांशु शुक्ला का ऐतिहासिक अंतरिक्ष मिशन: भारत और वैश्विक अंतरिक्ष अनुसंधान में नया अध्याय

शुभांशु शुक्ला का अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर 18 दिनों का मिशन भारतीय अंतरिक्ष...

CSBC बिहार पुलिस कांस्टेबल परीक्षा 2025: पूरी जानकारी

आज, 16 जुलाई 2025 से CSBC बिहार पुलिस कांस्टेबल परीक्षा 2025 की शुरुआत हो...

आज का राशिफल: 16 जुलाई 2025 – सितारे क्या कह रहे हैं?

आज 16 जुलाई 2025, बुधवार का दिन ज्योतिषीय दृष्टिकोण से विशेष है। इस दिन...

बिहार में भारी बारिश और ठनका गिरने का अलर्ट, 38 जिले रेड जोन में

बिहार में मॉनसून ने अब अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है। India...

सामोसा-जलेबी पर अब दिखेंगी हेल्थ वॉर्निंग्स, AIIMS नागपुर से शुरू हुई नई मुहिम

देश में पहली बार ऐसा कदम उठाया गया है, जिसमें हाई फैट और हाई...

फिल्म इंडस्ट्री को लगा बड़ा झटका: वेटरन एक्टर-डायरेक्टर धीरज कुमार का 79 वर्ष की उम्र में निधन

भारतीय फिल्म इंडस्ट्री से एक बेहद दुखद खबर सामने आई है। दिग्गज अभिनेता, निर्देशक...

भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला आज लौटेंगे पृथ्वी पर

भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन और अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला आज पृथ्वी पर लौटने...

पटना में बैंक मैनेजर की डेड बॉडी कुएं से मिली, लापता थे तीन दिन से

पटना के बेउर इलाके में मंगलवार को एक बैंक मैनेजर की डेड बॉडी मिलने...

Bihar Police Constable Exam 2025: कांस्टेबल भर्ती परीक्षा कल से, जानिए जरूरी गाइडलाइंस और नियम

बिहार पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा 2025 की शुरुआत 16 जुलाई से होने जा रही...

PM Kisan Yojana की 20वीं किस्त जल्द होगी जारी, किसान चेक करें अपना नाम

किसानों को लंबे समय से पीएम किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Yojana) की...

DU छात्रा स्नेहा देबनाथ की संदिग्ध मौत, परिवार ने हत्या की आशंका जताई

दिल्ली यूनिवर्सिटी की छात्रा स्नेहा देबनाथ की आत्महत्या ने कई सवाल खड़े कर दिए...
Install App Google News WhatsApp