मीनापुर। सिवाइपट्टी थाना क्षेत्र के टेंगरारी धपहर गांव के भोला सहनी ने दस धूर जमीन मे 25 प्रकार की फसले लगाकर कमाल कर दिया है। उनकी इस खेती की काफी चर्चा है। जहां किसान बड़े बड़े प्लॉटो मे एक ही फसल उगाने मे रह जाते है। वही भोला ने दस धूर जमीन मे वह कर दिखाया है,जो कोई सोच नही सकता। भोला सहनी के पास वैसे तो दस कट्ठा जमीन है। किंतु उसने दस धूर जमीन मे नया प्रयोग किया है। उसने तीन महिना पहले से इसकी शुरूआत की है। हालांकि उस खेत मे दस साल पुराना कटहल का पेड़ भी है। भोला का प्रयास रंग भी दिखा रहा है। क्योकि उस खेत से परवल, भिंडी, कुंदरी, ओल अब निकलने भी लगा है। खाने से बच जाने पर वह उसको बाजार मे बेच देता है। दस धूर जमीन मे भोला ने परवल,कुंदरी,भिंडी,हरा मर्चा, ईख, कदम, करैला, कदम, बांस, ओल विभिन्न प्रकार के साग व अन्य फसलो को उगा रहा है। तीन महिने पहले इसकी खेती करने वाला भोला बताता है कि इसके पीछे उसका कोई मकसद छिपा नही है। बल्कि उसने प्रयोग करके देखा.उसका रिस्क सफल रहा। वह इस खेत मे उर्वरक का भी प्रयोग करता है। इसमे गोबर, खल्ली, फ्यूराडोन, कोराजीन के अलावा जैविक खाद का भी प्रयोग करता है। उसको सात लड़की एवं एक लड़का है। तीन लड़की की शादी हो चुकी है। वह लड़कियो की पढाई दसमा से आगे नही होता है। वह कहता है कि जमाना खराब है। वह अकेला और कमजोर आदमी है। लड़का भी नवमा वर्ग मे पढकर दस चक्का ट्रक चलाता है। किंतु उसके पिता का कहना है कि वह आर्थिक सहयोग उन्हे नही करता है। तीन लड़की की शादी तो वह कर चुके है। किंतु चार लड़की की शादी अब भी चिंता है.खेती के अलावा वह फेरी कर लोहा टीना खरीदते है। हालांकि शेष जमीन मे भी वह खेती करते है। वह इस बार डाउन गोभी,अगहनी गोभी व मघरा गोभी की खेती करने पर भी विचार कर रहे है।
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