KKN न्यूज़ डेस्क। कोरोना वायरस के कारण पूरे देश को तीन सप्ताह तक लॉकडाउन करने का आदेश दिया गया है । अगले 21 दिनों तक देश के लोगों को घरों से बाहर नहीं निकलने को कहा गया है। जबतक अत्यंत आवश्यक ना हो घर से बाहर न निकलें, क्योंकि अनावश्यक घरों से बाहर निकालना पर सकता है महंगा।
लॉकडाउन को नही मानने वालों को होगी सजा, भरना पड़ेगा जुर्माना
आपको बताते चले की लॉकडाउन के दौरान नियम तोड़ते पाए जाने पर सजा और जुर्माना दोनों का प्रावधान किया गया है। इसमें सजा को एक महीने से दो साल तक बढ़ाया जा सकता है। 21 दिनों के इस लॉकडाउन के दौरान नियमों को नहीं माननेवाले पर आपदा प्रबंधन अधिनियम की धारा 51 के तहत कार्रवाई होगी। इसमें सजा और जुर्माने दोनों की प्रावधान है। लॉकडाउन के नियमों को नहीं मानने वालों को 200 रुपये का जुर्माना और साथ ही एक महीने की जेल हो सकती है। अगर किसी की वजह से कानूनी व्यवस्था में बाधा आई या दंगे की स्थिति हुई, तो सजा छह महीने तक के लिए बढ़ जाएगी। आदेश में कहा गया है कि, अगर सुरक्षा बलों के आदेश न मानने से किसी की जान जाती है या खतरे की स्थिति बनती है, तो दोषी पाए जाने को जेल होगी। जिसे दो साल तक के लिए बढ़ाया भी जा सकता है।
अफवाह फैलाने वाले भी नहीं बक्शे जाएंगे
मंगलवार रात आठ बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्र के नाम संबोधन के बाद गृह मंत्रालय द्वारा जारी एक आदेश में कहा गया है, कि कोरोना वायरस से जुड़ी अफवाह फैलाने वाले व्यक्तियों को भी दंडित किया जाएगा। गृह मंत्रालय के आदेश में कहा गया है कि, अगर कोई कोरोना वायरस से संबंधित कुछ भी अफवाह फैलाता है, तो उसे एक साल तक की सजा हो सकती है, साथ ही जुर्माना भी लग सकता है।
फंड में घोटाला करनेवालों के खिलाफ भी होगी कार्रवाई
लोगों की सहायता के लिए दिए गए फंड में घोटाला करनेवालों के खिलाफ भी कार्रवाई की बात कही गई है। घोटाला करनेवालों को दो साल तक की सजा का प्रावधान किया गया है। सरकारी अफसर भी इसके दायरे में होंगे।
21 दिन के लॉकडाउन पर तेलंगाना के सीएम चंद्रशेखर राव ने कड़ी चेतावनी दी है। चंद्रशेखर राव ने कहा है कि अगर लोग लॉकडाउन के दौरान घरों से बाहर निकले तो, उनको पास देखते ही गोली मारने का आदेश देने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा। इसलिए लोग इस नियम का पालन करें। पीएम मोदी ने मंगलवार को रात आठ बजे जनता को संबोधित कर बताया कि, पूरे देश को 21 दिन के लिए लॉकडाउन किया जा रहा है। इस खतरनाक वायरस के खिलाफ सबसे अहम हथियार सामाजिक दूरी को सख्त तरीके से लागू करने के लिए यह फैसला लिया गया है।
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