पूरी दुनिया कोरोना वायरस संकट से इस वक्त जूझ रही है। कई देश इसे रोकने के लिए वैक्सीन बनाने मे जुटे है, लेकिन अब तक किसी तरह की वैक्सीन का पता नहीं चल पाया है। इस वायरस ने पूरे विश्व मे लगभग 35 लाख से अधिक लोगों को संक्रमित किया है और लगभग ढाई लाख से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
अमेरिकी फार्मास्युटिकल दिग्गज फाइजर इंक ने अपने वैक्सीन का ट्रायल पहले अमेरिकी रोगियों पर किया है और साथ ही रेजेनरॉन फार्मास्यूटिकल्स ने कहा कि, अगर यह वैक्सीन काम नही करता है, तो एक अन्य एंटीबॉडी उपचार उपलब्ध हो सकता है। उनका कहना है, कि अगली दवा जून में पहली बार मनुष्यों पर अध्ययन के लिए उपलब्ध होगी। साथ ही गिलियड साइंसेज इंक, वायरस उपचार के विनिर्माण के विस्तार पर काम कर रहा है, ताकि पूरी दुनिया भर में इसका उपयोग किया जा सके। इसके साथ हैब फाइजर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अल्बर्ट बोरला ने एक बयान में कहा, “चार महीने से भी कम समय में हम प्रीक्लिनिकल स्टडीज से मानवों पर परीक्षण कर सकेंगे।”
This post was published on मई 6, 2020 14:38
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