शिवहर। बिहार में शिवहर पुलिस अपराधियों के समक्ष बौनी साबित हो रही है। बतातें चलें कि बीते कुछ दिनों से शिवहर पुलिस पर हमला तेज हो गया है।
पिपराही में हुए पुलिस पर हमला बीते एक वर्ष के अंदर की यह चौथी घटना है। इस घटना के पूर्व पुरनहिया, तरियानी, हिसम्मा तथा पिपराही थाना क्षेत्र में पुलिस पर हमला की कई घटना घट चुकी है। एक वर्ष के अन्दर सबसे बड़ी घटना जिले के पुरनहिया थाना क्षेद्ध के बसन्तपट्टी गांव में घटी थी।
बीते वर्ष 2017 के 6 अगस्त को जिले के पुरनहिया थाने के बसन्तपट्टी गांव में बाइक की ठोकर से घायल एक बच्चे की मौत को लेकर हुए विवाद को लेकर सडक जाम कर प्रर्दशन कर रहे प्रर्दशनकारियों व पुलिस के बीच विवाद हो गया। दुर्घटना में मृत बच्चे की शव को घर से निकाले को लेकर ग्रामीणों ने पुलिस पर हमला कर दिया जिसमें शिवहर के तत्कालीन एसडपीओ प्रीतीश कुमार, एसआई राम शंकर साह, अजीत कुमार सिंह व विजय कुमार सहित ग्यारह पुलिस कर्मी और आधा दर्जन से अधिक ग्रामीण भी घायल हो गये थे। इस घटना के बाद चालू वर्ष 2010 में जिले के हिरम्मा थाना क्षेत्र के रेबासी गांव में पूर्वी चम्पारण जिले से शादी कर लायी गयी एक लड़की को बरामद करने पहुंची हिरम्मा तथा पूर्वी चम्पारण जिले की पुलिस पर पर भी ग्रामीणों ने हमला कर दिया था। इसी वर्ष बीते अप्रैल माह में तरियानी थाना क्षेत्र के सोनवर्षा पहाड़पुर गावं में चोरी की बाइक बरामद करने पहुंची पुलिस पर भी ग्रामीणों ने हमला कर दिया। वर्तमान में पिपराही पुलिस गश्ती बोलेरो को ही अपराधियो ने लूट ली और इस दौरान अपराधियो ने पुलिस पर फायरिंग भी किया। हालांकि, लूटी गई पुलिस का बोलेरो गोविंद पितौझिया से बरामद हो गया है।