श्रीलंका के सीरियल ब्लास्ट में भारत के 6 लोगो समेत 290 लोगो के मौत की पुष्टि हो चुकीं है। ईस्टर के मौके पर गिरजाघर और पांच-सितारा होटलों में आठ आत्मघाती हमले हुए थे। इसमें करीब 500 अन्य लोग घायल हो गएं हैं। श्रीलंकाई पुलिस ने इस मामले में अभी तक 24 लोगों को गिरफ्तार किया है।
श्रीलंका में हुए बम धमाकों में कर्नाटक के दो जेडीएस विधायको की मौत होने की आशंका है। यह आशंका स्वयं कर्नाटक के मुख्यमंत्री कुमार स्वामी ने जाहिर की है। इससे पहले मरने वालों में छह भारतीय के शामिल होने की बात कही गई थी। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने धमाके मारे गए दो अन्य लोगों की सोमवार को पहचान भी की। स्वराज ने कोलंबो में भारतीय उच्चायुक्त ने ट्वीट को रीट्वीट किया। उच्चायुक्त ने ट्वीट किया, ” हम बड़े दुख के साथ कल हुए हमले में दो लोगों के. जी हनुमंतरायप्पा और एम रंगयप्पा के निधन की पुष्टि करते हैं। स्वराज ने रविवार को सिलसिलेवार ट्वीट में तीन भारतीयों लक्ष्मी, नारायण चंद्रशेखर और रमेश के मारे जाने की पुष्टि की थी। केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने रविवार को हुए बम धमाके में केरल के पी एस रसायिना के मारे जाने की पुष्टि की थी। गौरतलब है कि श्रीलंका में रविवार को गिरजाघरों तथा पांच सितारा होटलों में ईस्टर के मौके पर आत्मघाती हमलों सहित आठ बम धमाकों में कम से कम 290 लोगों की जान चली गई हैं और करीब 500 लोग घायल हुए हैं।
संयुक्त राष्ट्र सभ्यता गठबंधन (यूएनएओसी) के प्रमुख मिगुएल मोराटिनोस ने श्रीलंका में रविवार को हुए हमले की निंदा की है। मोराटिनोस के प्रवक्ता निहाल साद ने विज्ञप्ति जारी कर कहा कि उन्होंने इस बर्बतापूर्ण हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है। उन्होंने कहा, “यह आतंकी हमले हमें आतंकवाद के खिलाफ सामूहिक रुख अपनाने से नहीं रोक सकते।” उन्होंने धार्मिक स्थलों की सुरक्षा के लिए अपने कार्य योजना को विकसित करने के लिए काम जारी रखने की प्रतिज्ञा की जिससे उपासक शांति और करुणा की भावना से अपने अनुष्ठानों का पालन कर सकें।
पुलिस प्रवक्ता रूवन गुनासेखरा ने बताया कि पहला धमाका स्थानीय समयानुसार सुबह 8: 45 बजे हुआ। उन्होंने कहा कि ईस्टर प्रार्थना सभा के दौरान कोलंबो के सेंट एंथनी चर्च, पश्चिमी तटीय शहर नेगेम्बो के सेंट सेबेस्टियन चर्च और बट्टिकलोवा के एक चर्च को निशाना बनाया गया। वहीं अन्य तीन धमाके कोलंबो स्थित पांच सितारा होटलों – शंगरीला, द सिनामोन ग्रांड और द किंग्सबरी में हुए। छह धमाकों के कुछ घंटों बाद सातवां धमाका कोलंबो चिड़ियाघर के नजदीक एक होटल में हुआ। आठवां धामाका दमेतागोडा इलाके में तब हुआ जब फिदायीन हमलावर ने पुलिस द्वारा रोकने की कोशिश करने पर खुद को उड़ा लिया। इसमें चार पुलिसवालों की मौत हो गई।
गुनासेखरा ने बताया कि 66 शवों को नेशनल हॉस्पिटल में रखा गया है। जबकि, 260 का वहां इलाज चल रहा है। वहीं नेगेम्बो के अस्पताल में 100 शवों को पहुंचाया गया है। इस बीच 100 लोगों का इलाज चल रहा है। वहीं कोलंबो स्थित अस्पताल के सूत्रों ने कहा कि शवों में कम से कम नौ शव विदेशी नागरिकों के हैं। श्रीलंका के विदेश सचिव रविंथा अरियासिंघे ने कहा कि कम से कम 27 विदेशियों की धमाकों में मौत हुई है। मरने वालों की शिनाख्त की कोशिश जारी है।
श्रीलंका के आईजीपी पुजीथ जयसुंदरा ने कहा कि 11 अप्रैल को खुफिया जानकारी मिली थी कि कट्टरपंथी संगठन ‘नेशनल थौवीथ जमात’ गिरजाघरों और भारतीय उच्चायोग पर हमले की योजना बना रहा है। इसके मद्देनजर पूरे देश में अलर्ट जारी किया गया था।
This post was published on अप्रैल 22, 2019 12:15
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