कौशलेन्द्र झा
मुजफ्फरपुर। मीनापुर थाना क्षेत्र के मोहनपुर गांव में सोमवार सुबह करीब सात बजे कुएं में गिरने से दो सगे भाई की दर्दनाक मौत हो गई। हादसा उस समय हुई जब एक भाई कुएं में गिरे बकरी को बचाने के दौरान कुएं में गिर गया। भाई को बचाने आए दूसरा भाई भी कुएं में गिर
दो सगे भाई 25 वर्षीय रामलगन राय एवं 20 वर्षीय रामसकल राय के शवों को काफी मशक्कत के बाद तीन घंटे के बाद कुएं से निकाला गया। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच भेज दिया। इस हादसे के बाद पूरे गांव में मातम पसर गया है। परिजनों के चित्कार से पूरा माहौल गमगीन है। गांव के लोग भी गमजदा में हैं। पूर्व मुखिया कपिलदेव यादव की सूचना पर पहुंचे सीओ ज्ञान प्रकाश श्रीवास्तव ने बताया कि मृतक के परिजन को चार-चार लाख रुपये मुआवजे के लिए जिले के वरीय पदाधिकारियों को पत्र लिखा जाएगा।
करीब दस वर्षों से बंद था कुआं:
ग्रामीणों ने बताया कि मोहनपुर के गोविंद राय के घर के पीछे एक पुराना कुआं है। करीब दस वर्षों से कुआं बंद था। खर-पतवार से कुएं को ढक दिया गया है। सोमवार सुबह करीब सात बजे एक बकरी कुएं में गिर गई। बकरी को बचाने के लिए गोविंद राय का पुत्र रामलगन कुएं में कूद गया। थोड़ी देर बाद कोई हलचल नहीं देख उसका छोटा भाई रामसकल भी कुएं में कूद गया। लेकिन, दोनों में किसी भाई के भी बाहर नहीं आने पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।
मेहंदी के रंग से पहले मिट गई मांग की सिंदूर:
बबिता के हाथों से अभी मेहंदी का रंग भी नहीं उतरा था तब तक मांग का सिंदूर मिट गया। उसने जिदंगी के रंग को अबतक ठीक से देखा भी नहीं था। चौदह दिन पहले रामसकल के साथ सात फेरे लेते हुए क्या-क्या ख्वाब देखी थी। लेकिन सोमवार की सुबह की एक मनहूस खबर ने उसकी जिदंगी के उन तमाम सपनों को चकनाचूर कर डाला, जिसे बबिता ने अपने पति रामसकल के साथ देखा था।
यह खबर उसके घर में बिजली की तरह गिरी। रो-रोकर उसके परिजनों का भी बुरा हाल है। पत्नी बबिता दहाड़ मारकर रो रही है। बबिता की चीख सुनकर लोगों का कलेजा कांप जा रहा था। वहीं, रामलगन की पत्नी विमला देवी बार-बार बेहोश होकर गिर जा रही थी। विमला का डेढ़ साल पहले रामलगन से विवाह हुई थी और गोद में करीब एक वर्ष की बेटी भी है।
This post was published on जुलाई 17, 2017 23:35
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