मुजफ्फरपुर। सरकार चाहे जो दावा कर ले। किंतु, सूबे की पुलिस बदमाशो पर नकेल कसने में कामयाब होती दीख नही रही है। नतीजा, अधिकारी बिहार छोड़ कर भागने लगे है और यहां चल रही विकास कार्य के ठप होने का खतरा उत्पन्न हो गया है। एनएचपीसी के कार्यकारी निदेशक प्रदीप जोहर के द्वारा राज्य सरकार व मुजफ्फरपुर जोन के आईजी को लिखे गये पत्र से इसका खुलाशा हुआ है। पत्र में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से जुड़े अधिकारियों की सुरक्षा देने में पुलिस पर नाकामयाब होने का आरोप लगाते हुए दो अधिकारी के बिहार छोड़ कर चले जाने की बात कही गई है। बतातें हैं कि भुगतान को लेकर ठेकेदार शैलेश सिंह से लगातार मिल रही धमकी के बाद एनएचपीसी के दो अधिकारी बिहार छोड़कर चले गए हैं। बिहार छोड़ने वालों में एनएचपीसी के उप प्रबंधक प्रणव कुमार भारतीय व प्रबंधक आनंद कुमार का नाम शामिल है। बहरहाल, भय का यह माहौल खबड़ा के राहुल नगर स्थित पूरे कार्यालय और उसके कर्मियों व अधिकारियों में है। बतातें चलें कि एनएचपीसी राज्य में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत सड़कें बनवा रही है। बिहार के छह जिलों में उसे अभी आधा दर्जन से अधिक सड़कों का निर्माण करना है। वही, 182 सड़कों के रख रखाव का जिम्मा भी उसी के अधीन आता है। केंद्र व राज्य सरकार के बीच हुए समझौते के मुताबिक केंद्रीय एजेंसी को सुरक्षा देने की जवाबदेही राज्य सरकार की है। किंतु, सुरक्षा मुहैय्या कराने में नाकामयाबी का आलम ये है कि अब सूबे में चल रही विकास के कार्य ठप पड़ने का खतरा उत्पन्न हो गया है।
This post was published on मई 17, 2017 12:12
या आप जानते हैं कि गिद्ध क्यों विलुप्त हो गए? और इसका मानव जीवन पर… Read More
भारत और पाकिस्तान के 1947 के बंटवारे में केवल जमीन ही नहीं, बल्कि घोड़ागाड़ी, बैंड-बाजा,… Read More
7 दिसंबर 1941 का पर्ल हार्बर हमला केवल इतिहास का एक हिस्सा नहीं है, यह… Read More
सफेद बर्फ की चादर ओढ़े लद्दाख न केवल अपनी नैसर्गिक सुंदरता बल्कि इतिहास और संस्कृति… Read More
आजादी के बाद भारत ने लोकतंत्र को अपनाया और चीन ने साम्यवाद का पथ चुना।… Read More
मौर्य साम्राज्य के पतन की कहानी, सम्राट अशोक के धम्म नीति से शुरू होकर सम्राट… Read More