8 अक्टूबर 2025 को लखीसराय जिले के यूनियन बैंक शाखा में एक 35 वर्षीय कर्मचारी का शव पाया गया। पुलिस ने प्रारंभिक जांच में इसे आत्महत्या का मामला बताया है। मृतक की पहचान सुरेन्द्र कुमार के रूप में हुई है, जिसे उनके परिचितों द्वारा निक्कू के नाम से जाना जाता था। पुलिस के मुताबिक, सुरेन्द्र कुमार को बैंक के अंदर पंखे से लटका हुआ पाया गया। इस घटना ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया है।
Article Contents
घटना का विवरण: शव की खोज और पुलिस का शुरुआती बयान
यह घटना बुधवार सुबह हुई, जब बैंक के कर्मचारी काम पर पहुंचे। उन्हें पता चला कि मुख्य दरवाजा अंदर से बंद है और सुरेन्द्र कुमार से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल रही थी। इस पर उन्होंने दरवाजा तोड़ा और अंदर जाकर सुरेन्द्र कुमार का शव पंखे से लटका हुआ पाया।
पुलिस के अनुसार, सुरेन्द्र कुमार ने सुबह पहले बैंक में प्रवेश किया और दरवाजा अंदर से बंद किया था। यह बताता है कि उन्होंने आत्महत्या की योजना पहले से बना ली थी।
सीसीटीवी फुटेज से आत्महत्या का खुलासा
पुलिस ने बैंक के सीसीटीवी फुटेज की जांच की, जिसमें यह साफ नजर आ रहा है कि सुरेन्द्र कुमार ने आत्महत्या के लिए फंदा तैयार किया था। फुटेज में वह फंदा बनाने से पहले कुछ और गतिविधियां करते हुए दिखे हैं। यह फुटेज इस मामले में महत्वपूर्ण साक्ष्य साबित हो सकती है।
पुलिस ने घटनास्थल से आवश्यक साक्ष्य एकत्र किए और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए लखीसराय सदर अस्पताल भेज दिया है। जांच जारी है और पुलिस ने बैंक के कर्मचारियों से भी पूछताछ शुरू कर दी है।
घटना के बाद का माहौल और कर्मचारियों की प्रतिक्रिया
मृतक के सहकर्मियों ने सुरेन्द्र कुमार को एक खुशमिजाज और मिलनसार व्यक्ति बताया। उनके अनुसार, सुरेन्द्र ने कभी भी किसी प्रकार की मानसिक परेशानी या तनाव का संकेत नहीं दिया था। उनके लिए यह घटना पूरी तरह से चौंकाने वाली थी। सहकर्मियों ने यह भी बताया कि वह एक आम आदमी की तरह अपने काम में व्यस्त रहते थे और अक्सर सभी के साथ अच्छे रिश्ते बनाए रखते थे।
पुलिस का बयान: जांच में कोई भी पहलू नजरअंदाज नहीं किया जाएगा
सदर पुलिस थाने के अधिकारी ने कहा कि शुरुआती जांच में यह आत्महत्या का मामला लगता है, लेकिन जांच जारी है। उन्होंने यह भी कहा कि मामले की पूरी जांच की जा रही है और किसी भी संभावित कारण को नकारा नहीं किया जाएगा। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद मौत के कारणों की पुष्टि हो सकेगी। पुलिस को मृतक के परिवार से भी बयान मिलने की उम्मीद है, जो इस मामले में और जानकारी देने में मदद कर सकते हैं।
मनोबल और मानसिक स्वास्थ्य पर सवाल
इस घटना ने एक बार फिर मानसिक स्वास्थ्य और कार्यस्थल में होने वाले दबाव की महत्वपूर्ण चर्चा को जन्म दिया है। हालांकि पुलिस और जांच अधिकारी अभी तक यह स्पष्ट नहीं कर पाए हैं कि सुरेन्द्र कुमार ने आत्महत्या का कदम क्यों उठाया, लेकिन इस घटना ने मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दे को उजागर किया है। कार्यस्थल पर मानसिक तनाव और दबाव से जूझ रहे व्यक्तियों के लिए समर्थन प्रदान करने की आवश्यकता पर जोर दिया गया है।
कई बार लोग अपने निजी और पेशेवर जीवन में संघर्ष करते हैं, लेकिन उस पर कोई बात नहीं करता। इस तरह के मामलों में कार्यस्थल के माहौल और कर्मचारियों के बीच सहयोगात्मक संस्कृति की अहम भूमिका हो सकती है, जिससे किसी के आत्महत्या जैसे कदम से बचा जा सकता है।
सुरेन्द्र कुमार की मौत एक चौंकाने वाली घटना है, जो लखीसराय जिले में कई सवाल छोड़ गई है। पुलिस जांच में यह मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है, लेकिन किसी भी कारण को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। जांच जारी है और यह देखने की बात होगी कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में क्या खुलासे होते हैं।
यह घटना कार्यस्थल पर मानसिक दबाव और तनाव के मुद्दे पर एक महत्वपूर्ण सवाल उठाती है। इसे सुलझाने के लिए सरकार और समाज को मिलकर काम करने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
लखीसराय में यह घटना एक गंभीर चेतावनी है कि हमें अपने कार्यस्थल और व्यक्तिगत जीवन में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति अधिक जागरूकता और संवेदनशीलता दिखानी होगी।
Read this article in
KKN लाइव WhatsApp पर भी उपलब्ध है, खबरों की खबर के लिए यहां क्लिक करके आप हमारे चैनल को सब्सक्राइब कर सकते हैं।
Share this:
- Click to share on WhatsApp (Opens in new window) WhatsApp
- Click to share on Facebook (Opens in new window) Facebook
- Click to share on X (Opens in new window) X
- Click to share on LinkedIn (Opens in new window) LinkedIn
- Click to share on Threads (Opens in new window) Threads
- Click to share on Telegram (Opens in new window) Telegram



