बोधगया
बिहार का बोधगया पुलिस और पब्लिक के बीच संघर्ष का गवाह बन गया। शनिवार को करीब पांच घंटे तक पुलिस के अधिकारी उपद्रवियों के आगे बेबस बनी रही। इस दौरान उपद्रवियों ने कई पुलिस अधिकारी को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। उपद्रवियों ने राह चलते महिला यात्रियों से भी दुर्व्यवहार किया गया और इस सब के बीच पुलिस तमाशबीन बनी रही।
हुआ ये कि बोधगया के सर्वोदयपुरी की 17 वर्षीया एक किशोरी से मारपीट व दुष्कर्म की घटना के बिरोध में पूर्व सीएम जीतनराम मांझी के बेटे संतोष कुमार सुमन उर्फ संतोष मांझी दुमुहान में धरना कर रहे थे। इसी बीच करीब 250 युवाओं का एक जत्था धरनास्थल के करीब आया और उपद्रव मचाने लगा।
उपद्रवियों ने सबसे पहले बोधगया ट्रैफिक थाना प्रभारी संजय कुमार की पिटायी कर दी। इसके बाद पुलिस वाले भागने लगे। पुलिस को पीछे हटते देख उपद्रवी बेकाबू होने लगे। इसके बाद इनका तांडव वाहनों पर शुरू हुआ। कई वाहनों में आग लगा दी। करीब पांच घंटे के चली इस हाई वोल्टेज ड्रामा के बाद लॉ एंड ऑर्डर डीएसपी सतीश कुमार की पहल पर मामला शांत हुआ।
This post was published on अप्रैल 2, 2017 09:39
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