उत्तर बिहार (North Bihar) के लिए एक महत्वपूर्ण रेलवे विकास योजना (Railway Development Plan) पर काम शुरू हो गया है। इस प्रस्ताव (Proposal) में महत्वपूर्ण मुज़फ़्फ़रपुर-सीतामढ़ी रेल सेक्शन (Muzaffarpur-Sitamarhi Rail Section) के डुमरा-परसौनी बाईपास रेल लाइन (Dumra-Parsauni Bypass Rail Line) के दोहरीकरण (Doubling) को टारगेट (Target) किया गया है। इस प्रस्तावित कंस्ट्रक्शन (Construction) से उत्तर बिहार के यात्रियों (Passengers) को बड़ा लाभ होगा। यह परियोजना (Project) रेलवे सिस्टम (Railway System) के लिए भी काफी ऑपरेशनल एडवांटेज (Operational Advantage) लाएगी।
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बाईपास दोहरीकरण से सीतामढ़ी स्टेशन पर भीड़ होगी कम
दोहरीकरण प्रस्ताव (Doubling Proposal) का उद्देश्य यातायात (Traffic) की बड़ी समस्या को कम करना है। यह खास तौर पर सीतामढ़ी स्टेशन (Sitamarhi Station) पर ट्रेन ट्रैफिक लोड (Train Traffic Load) को कम करेगा। वर्तमान में सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन (Sitamarhi Railway Station) पर प्लेटफॉर्म (Platform) की सीमित संख्या एक बड़ी बाधा (Bottleneck) है। इसके अलावा, मालगाड़ियों (Freight Trains) का स्टेशन से होकर गुज़रना मेल (Mail) और एक्सप्रेस ट्रेनों (Express Trains) के परिचालन (Operation) को प्रभावित करता है।
डुमरा-परसौनी बाईपास (Dumra-Parsauni Bypass) के निर्माण से ट्रेनों की आवाजाही (Movement) में सुधार होने की उम्मीद है। यह अपग्रेड (Upgrade) सभी सेवाओं के लिए समय पालन (Punctuality) और टाइम मैनेजमेंट (Time Management) को बहुत बेहतर बनाएगा। यह नई लाइन सीतामढ़ी स्टेशन (Sitamarhi Station) की परिचालन क्षमता (Operational Efficiency) के लिए एक वरदान साबित होगी।
सात किलोमीटर लंबे बाईपास पर सर्वे शुरू
पूर्व मध्य रेल (East Central Railway) के चीफ़ ट्रांसपोर्ट प्लानिंग मैनेजर (CTPM) के आर्डर (Order) के बाद सर्वे (Survey) आधिकारिक तौर पर शुरू हो गया है। समस्तीपुर रेलमंडल (Samastipur Railway Division) के सुपरवाइज़र स्तर (Supervisory-Level) के रेल अधिकारियों (Rail Officials) की एक समर्पित टीम (Team) संयुक्त रूप से यह सर्वे (Survey) कर रही है। इस बाईपास लाइन (Bypass Line) की योजनाबद्ध लंबाई लगभग सात किलोमीटर है। यह छोटा बाईपास (Bypass) महत्वपूर्ण माल यातायात (Freight Traffic) को रीरूट (Reroute) करने की कुंजी है।
बाईपास (Bypass) के पूरा होने के बाद, दरभंगा (Darbhanga) और न्यूजलपाईगुड़ी (New Jalpaiguri) जाने वाली मालगाड़ियाँ (Freight Trains) एक सीधा रूट (Route) अपनाएंगी। वे सीतामढ़ी स्टेशन को पूरी तरह से बाईपास करते हुए डुमरा (Dumra) से सीधे परसौनी (Parsauni) की ओर जाएंगी। वर्तमान में, सभी ट्रेनों (Trains) को दरभंगा (Darbhanga) या रक्सौल (Raxaul) की ओर जाने के लिए सीतामढ़ी से होकर गुज़रना पड़ता है। इंजन बदलने (Engine Change) की आवश्यकता के कारण इस रूट (Route) पर देरी (Delays) होती है।
यात्री और माल आवाजाही में सुगमता
नई बाईपास लाइन (Bypass Line) से ट्रेनों (Trains) की आवाजाही निर्बाध हो जाएगी। ट्रेनें (Trains) परसौनी स्टेशन (Parsauni Station), बाजपट्टी स्टेशन (Bajpatti Station) और जनकपुर रोड (Janakpur Road) होते हुए दरभंगा की ओर बढ़ेंगी। इस सीधे रूटिंग (Routing) से मालगाड़ियों का काफी समय (Time) बचेगा। सीतामढ़ी स्टेशन पर दबाव कम होने से मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों को फायदा होगा। यात्री अधिक विश्वसनीयता के साथ और समय पर अपने गणतव्य (Destinations) तक पहुँच सकेंगे।
रेलवे अधिकारियों (Railway Officials) ने पहले ही इस महत्वपूर्ण इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट (Infrastructure Project) का नक्शा (Map) तैयार कर लिया है। सर्वे रिपोर्ट (Survey Report) को अंतिम रूप दिए जाने के तुरंत बाद जमीन अधिग्रहण (Land Acquisition) की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। नया बाईपास यात्रा को काफी सरल बनाने का वादा करता है।
मुज़फ़्फ़रपुर-सीतामढ़ी रेल सेक्शन पर बड़ा दोहरीकरण प्रोजेक्ट
एक संबंधित विकास (Development) के तहत, पूर्व मध्य रेल (East Central Railway) के समस्तीपुर मंडल (Samastipur Division) ने एक टेंडर (Tender) जारी किया है। यह टेंडर संपूर्ण मुज़फ़्फ़रपुर-सीतामढ़ी रेल सेक्शन (Muzaffarpur-Sitamarhi Rail Section) के व्यापक दोहरीकरण (Comprehensive Doubling) के लिए है। यह व्यापक कार्य 58.740 किलोमीटर की दूरी को कवर करेगा। इस विशाल दोहरीकरण प्रोजेक्ट (Doubling Project) की अनुमानित लागत (Estimated Cost) 635.39 करोड़ रुपये है।
इन्फ्रास्ट्रक्चर (Infrastructure) में इस बड़े निवेश (Investment) के दूरगामी प्रभाव होंगे। इससे कई प्रमुख पर्यटन सर्किटों (Tourist Circuits) को मज़बूती मिलेगी। इनमें रामायण, बुद्ध और शिव सर्किट (Shiva Circuit) शामिल हैं।
बेहतर रेल यात्रा और निर्माण का दायरा
पूरी रेल लाइन (Rail Line) के दोहरीकरण (Doubling) से मुज़फ़्फ़रपुर और सीतामढ़ी के बीच रेल यात्रा (Rail Travel) असाधारण रूप से सुगम (Smooth) हो जाएगी। इस निर्माण (Construction) से काफी समय की बचत (Time Savings) होगी। यह पूरे ट्रेन परिचालन (Train Operation) की प्रक्रिया को और अधिक कुशल (Efficient) भी बनाएगा।
निर्माण (Construction) का स्कोप (Scope) व्यापक है। इसमें मिट्टी का बड़ा कार्य और ब्लैंकेटिंग (Blanketing) शामिल है। इस प्रोजेक्ट (Project) में छोटे पुलों (Minor Bridges) का निर्माण और स्टेशन (Station) तथा अन्य इमारतों (Buildings) का निर्माण शामिल है। प्लेटफार्म (Platform) का काम भी परियोजना (Project) का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसके अलावा, काम में लेवल क्रासिंग (Level Crossings) में संशोधन और विभिन्न अन्य आवश्यक रेलवे निर्माण कार्य (Railway Construction Works) शामिल हैं।



