बुधवार, जुलाई 16, 2025
होमHealthपीछे की ओर चलना (उल्टा चलना): एक सामान्य आदत जो शरीर और...

पीछे की ओर चलना (उल्टा चलना): एक सामान्य आदत जो शरीर और दिमाग को अलग-अलग फ़ायदे देती है

Published on

spot_img
Follow Us : Google News WhatsApp

हम अक्सर फिटनेस के नए-नए ट्रेंड्स आज़माते हैं—हाई-इंटेंसिटी वर्कआउट, योगा चैलेंज या माइंडफ़ुल मेडिटेशन। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि सिर्फ़ चलने की दिशा बदलना भी आपकी सेहत को नयी रफ़्तार दे सकता है? वैज्ञानिकों और फ़िज़ियोथेरेपिस्टों की ताज़ा रिसर्च बताती है कि पीछे की ओर चलना (रिवर्स वॉकिंग) न सिर्फ़ मांसपेशियों को अलग तरीक़े से सक्रिय करता है, बल्कि दिमाग़ी क्षमता, संतुलन और रीहैबिलिटेशन में भी कारगर है।

 रिवर्स वॉकिंग क्या है?

सामान्य तौर पर हम आगे की ओर चलते हैं; लेकिन जब आप उल्टी दिशा में कदम बढ़ाते हैं, तो शरीर को नई न्यूरो-मस्क्युलर चुनौतियाँ मिलती हैं। इसे retro walking या backward walking भी कहा जाता है। यह क्रिया सुनने में भले ही आसान लगे, पर इसमें स्पेशियल अवेयरनेस, ध्यान और कोआर्डिनेशन काफी ज़रूरी होता है, जिससे शरीर-दिमाग़ का तालमेल मज़बूत बनता है।

 शारीरिक फ़ायदे: क्यों है पीछे चलना अनमोल?

(क) मुद्रा सुधारे, कमर सीधी करे

आगे की ओर लंबे समय तक चलना या बैठे-बैठे काम करना शरीर को झुकाव की आदत डाल देता है। पीछे की ओर चलने से हैमस्ट्रिंग, काफ़ और ग्लूट्स जैसी मांसपेशियाँ सक्रिय होती हैं, रीढ़ सीधी रहती है और पोश्चर में तुरंत सुधार दिखता है।

(ख) संतुलन और कोआर्डिनेशन में बढ़ोतरी

रिवर्स वॉकिंग से प्रोप्रियोसेप्शन—यानी शरीर की ‘स्थानिक समझ’—मज़बूत होती है। इससे बुज़ुर्गों में गिरने का ख़तरा कम होता है और एथलीटों की एजिलिटी बढ़ती है।

(ग) लो-इम्पैक्ट कार्डियो विकल्प

शोध बताता है कि उल्टा चलना जोड़ों पर कम दबाव डालता है, जबकि हृदय गति को उचित स्तर तक बढ़ाता है। घुटने की चोट, कमर दर्द या मोटापे से जूझ रहे लोग इसे सुरक्षित कार्डियो के रूप में अपना सकते हैं।

(घ) चोट से उबरने में सहायक

फ़िज़ियोथेरेपिस्ट ACL सर्जरी, शिन-स्प्लिंट, प्लांटर फ़ेशिआइटिस जैसी समस्याओं में बैकवर्ड वॉकिंग को रिहैब प्रोटोकॉल में शामिल करते हैं। इससे नी मसल्स दोबारा ट्रेन होती हैं बिना अतिरिक्त तनाव के।

 दिमाग़ी फायदा: न्यूरोप्लास्टिसिटी को दे बूस्ट

(क) ध्यान व याददाश्त तेज़

जब मस्तिष्क रोज़ के पैटर्न से हटकर नई जानकारी प्रोसेस करता है, तो कॉर्टेक्स और सेरेबेलम ज़्यादा सक्रिय होते हैं। परिणामतः फ़ोकस, मेमोरी और सोचने-समझने की क्षमता बेहतर होती है।

(ख) मूड सुधार, तनाव घटाने में मदद

नई गतिविधि से डोपामीन और एंडॉर्फ़िन रिलीज़ होती हैं। यही “गुड-फील” हार्मोन ख़ुशी बढ़ाते हैं और एंग्ज़ायटी कम करते हैं। अनोखी चाल का रोमांच भी मनोवैज्ञानिक राहत देता है।

(ग) रचनात्मक सोच बढ़ाए

कई अध्ययन बताते हैं कि अपरिचित गतिविधियाँ डिफ़ॉल्ट-मोड नेटवर्क को एक्टिवेट करती हैं, जो क्रिएटिव प्रॉब्लम-सॉल्विंग से जुड़ा है। अगली बार आइडिया ब्लॉक हो, तो कुछ मिनट उल्टा चलकर देखें!

 वैज्ञानिक प्रमाण: शोध क्या कहता है?

  • Journal of Physical Therapy Science (2019) में छपे एक अध्ययन के अनुसार, 6 सप्ताह की बैकवर्ड वॉकिंग ट्रेनिंग ने सीनियर सिटिज़न्स में गति और संतुलन दोनों में सुधार दिखाया।

  • जापान व यूके की यूनिवर्सिटीज़ ने पाया कि रिवर्स वॉकिंग पैर की निचली मांसपेशियों को फॉरवर्ड वॉकिंग की तुलना में अधिक सक्रिय करती है, जिससे गिरने का जोखिम घटता है।

 कैसे शुरू करें?—सेफ्टी गाइड

  1. सपाट व बाधा-रहित जगह चुनें — पार्क की समतल पगडंडी या जिम का कॉरिडोर बेहतरीन हैं।

  2. दृष्टि-नियंत्रण बनाए रखें — शुरुआत में हर 4-5 कदम पर पीछे झांकें या दर्पण/दोस्त की मदद लें।

  3. धीरे-धीरे समय बढ़ाएँ — पहले दिन 2-3 मिनट, फिर 10-15 मिनट तक लाएँ।

  4. फ़ुटवेयर सही हो — सपोर्टिव सोल और एड़ी के साथ जूते पहनें ताकि फॉलरिस्क घटे।

  5. चोट या पुरानी बीमारी है? — चिकित्सक या फ़िज़ियोथेरेपिस्ट से परामर्श ज़रूर लें।

लेवल-अप आइडियाज़: जब बेसिक हो जाए आसान

  • uphill रिवर्स वॉकिंग: ट्रेडमिल को 5-7° इंक्लाइन पर सेट करें।

  • बैकवर्ड वॉकिंग लंज: जांघ और ग्लूट्स के लिए शक्तिशाली वेरिएशन।

  • रिवर्स जॉग या स्प्रिंट: स्पोर्ट्स प्लेयर्स के लिए एथलेटिक कंडीशनिंग में मददगार।

 सांस्कृतिक व ऐतिहासिक पहलू

बहुत से एशियाई मार्शल आर्ट्स में उल्टा चलना संतुलन साधने का पारंपरिक हिस्सा है। अफ़्रीका के कुछ जनजातीय रीति-रिवाजों में इसे धार्मिक-आध्यात्मिक अभ्यास माना जाता रहा है। आधुनिक समय में मूवमेंट थेरेपी और मेडिटेशन समूह भी इसे अपनाने लगे हैं।

सामान्य-सी लगने वाली यह गतिविधि मांसपेशियों की मजबूती, हृदय स्वास्थ्य, मानसिक सतर्कता और रचनात्मकता को एक साथ बढ़ाती है। सिर्फ़ 5-10 मिनट प्रति दिन का पीछे की ओर चलना आपको समग्र स्वास्थ्य की ओर बड़ा क़दम लेने में मदद कर सकता है। याद रखें—कभी-कभी जीवन में प्रगति का रास्ता पीछे जाने से भी शुरू होता है!

Read this article in

KKN लाइव WhatsApp पर भी उपलब्ध है, खबरों की खबर के लिए यहां क्लिक करके आप हमारे चैनल को सब्सक्राइब कर सकते हैं।

KKN Public Correspondent Initiative


Discover more from KKN Live

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Latest articles

सैमसंग गैलेक्सी F36 5G स्मार्टफोन 19 जुलाई को भारत में लॉन्च होगा, कीमत 20,000 रुपये के अंदर

सैमसंग ने पुष्टि की है कि वह गैलेक्सी F36 5G स्मार्टफोन को भारत में...

सिद्धार्थ मल्होत्रा और कियारा आडवाणी बने माता-पिता, स्वागत किया एक प्यारी सी बेटी का

बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता सिद्धार्थ मल्होत्रा और कियारा आडवाणी ने अब एक प्यारी सी...

वाराणसी में बाढ़: गंगा जलस्तर तेजी से बढ़ रहा, सुबह-ए-बनारस का मंच डूबा

वाराणसी में गंगा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे शहर के...

जालंधर में 114 वर्षीय मैराथन धावक फौजा सिंह को फॉर्च्यूनर ने मारी टक्कर, चालक गिरफ्तार

जालंधर में हाल ही में हुए एक हादसे में 114 वर्षीय मैराथन धावक फौजा...

More like this

वाराणसी में बाढ़: गंगा जलस्तर तेजी से बढ़ रहा, सुबह-ए-बनारस का मंच डूबा

वाराणसी में गंगा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे शहर के...

जालंधर में 114 वर्षीय मैराथन धावक फौजा सिंह को फॉर्च्यूनर ने मारी टक्कर, चालक गिरफ्तार

जालंधर में हाल ही में हुए एक हादसे में 114 वर्षीय मैराथन धावक फौजा...

शुभांशु शुक्ला का ऐतिहासिक अंतरिक्ष मिशन: भारत और वैश्विक अंतरिक्ष अनुसंधान में नया अध्याय

शुभांशु शुक्ला का अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर 18 दिनों का मिशन भारतीय अंतरिक्ष...

CSBC बिहार पुलिस कांस्टेबल परीक्षा 2025: पूरी जानकारी

आज, 16 जुलाई 2025 से CSBC बिहार पुलिस कांस्टेबल परीक्षा 2025 की शुरुआत हो...

आज का राशिफल: 16 जुलाई 2025 – सितारे क्या कह रहे हैं?

आज 16 जुलाई 2025, बुधवार का दिन ज्योतिषीय दृष्टिकोण से विशेष है। इस दिन...

बिहार में भारी बारिश और ठनका गिरने का अलर्ट, 38 जिले रेड जोन में

बिहार में मॉनसून ने अब अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है। India...

सामोसा-जलेबी पर अब दिखेंगी हेल्थ वॉर्निंग्स, AIIMS नागपुर से शुरू हुई नई मुहिम

देश में पहली बार ऐसा कदम उठाया गया है, जिसमें हाई फैट और हाई...

भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला आज लौटेंगे पृथ्वी पर

भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन और अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला आज पृथ्वी पर लौटने...

पटना में बैंक मैनेजर की डेड बॉडी कुएं से मिली, लापता थे तीन दिन से

पटना के बेउर इलाके में मंगलवार को एक बैंक मैनेजर की डेड बॉडी मिलने...

Bihar Police Constable Exam 2025: कांस्टेबल भर्ती परीक्षा कल से, जानिए जरूरी गाइडलाइंस और नियम

बिहार पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा 2025 की शुरुआत 16 जुलाई से होने जा रही...

PM Kisan Yojana की 20वीं किस्त जल्द होगी जारी, किसान चेक करें अपना नाम

किसानों को लंबे समय से पीएम किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Yojana) की...

DU छात्रा स्नेहा देबनाथ की संदिग्ध मौत, परिवार ने हत्या की आशंका जताई

दिल्ली यूनिवर्सिटी की छात्रा स्नेहा देबनाथ की आत्महत्या ने कई सवाल खड़े कर दिए...

बिहार कैबिनेट की बड़ी बैठक में 30 प्रस्तावों पर मुहर, 2030 तक एक करोड़ रोजगार देने का लक्ष्य

बिहार सरकार की अहम कैबिनेट बैठक सोमवार सुबह 10:30 बजे मुख्य सचिवालय स्थित कैबिनेट...

IRCTC का बड़ा फैसला: Tatkal टिकट बुकिंग के लिए अब आधार ओटीपी अनिवार्य

IRCTC ने Tatkal टिकट बुकिंग को लेकर एक बड़ा बदलाव किया है। अब से...

Bihar 11th Admission 2025: OFSS बिहार की दूसरी मेरिट लिस्ट जारी, 19 जुलाई तक लें एडमिशन

बिहार बोर्ड ने Bihar 11th Admission 2025 के लिए दूसरी मेरिट लिस्ट जारी कर...
Install App Google News WhatsApp