सोमवार, जुलाई 7, 2025
होमBiharEast Champaranराजकुमार शुक्ला ने रखी चंपारण सत्याग्रह की नींब

राजकुमार शुक्ला ने रखी चंपारण सत्याग्रह की नींब

Published on

spot_img
Follow Us : Google News WhatsApp

मीनापुर से जुड़े सत्याग्रहियों के तार

जेपी राणा
मुजफ्फरपुर। चंपारण में गांधी के सत्याग्रह को जो जानते हैं, वे राजकुमार शुक्ल का नाम भी जानते होंगे। गांधी के चंपारण सत्याग्रह में दर्जनों नाम ऐसे रहे जिन्होंने दिन-रात एक कर गांधी का साथ दिया। गांधी के आने के पहले चंपारण में कई नायकों की भूमिका महत्वपूर्ण रही। इनमें कौन महत्वपूर्ण नायक था, तय करना मुश्किल है?
सबकी अपनी भूमिका थी, सबका अपना महत्व था। लेकिन 1907-08 के इस आंदोलन के बाद गांधी को चंपारण लाने में और उन्हें सत्याग्रही बनाने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका राजकुमार शुक्ल की मानी जाती है। इनका जन्म चम्पारण ज़िला के सतबरिया ग्राम में हुआ था। इनकी धर्म पत्नी का नाम श्रीमती केबला देवी था जो मुजफ्फरपुर जिला अन्तर्गत मीनापुर थाना के भटौलिया गांव की रहने वाली थी।
कहतें है कि गांधी के चंपारण सत्याग्रह में दर्जनों नाम ऐसे रहे जिन्होंने दिन-रात एक कर गांधी का साथ दिया। अपना सर्वस्व त्याग दिया। उन दर्जनों लोगों के तप, त्याग, संघर्ष, मेहनत का ही असर रहा कि कठियावाड़ी ड्रेस में पहुंचे बैरिस्टर मोहनदास करमचंद गांधी चंपारण से ‘महात्मा’ बनकर लौटे और भारत की राजनीति में एक नई धारा बनते चले गये। दरअसल, गांधीजी ने 1917 में चंपारण से सत्याग्रह की आगाज किया था।
इतिहास के पन्ने में दर्ज भले न हो ,लेकिन इस सच से इनकार नही किया जा सकता है कि चंपारण में गांधीजी के आने के पहले भी एक बड़ी आबादी निलहों से अपने सामर्थ्य के अनुसार बड़ी लड़ाई लड़ रही थी। उस आबादी का नेतृत्व शेख गुलाब, राजकुमार शुक्ल, हरबंश सहाय, पीर मोहम्मद मुनिश, संत राउत, डोमराज सिंह, राधुमल मारवाड़ी जैसे लोग कर रहे थे।
1907-08 में निलहों से चंपारणवालों की भिड़ंत हुई थी। यह घटना कम ऐतिहासिक महत्व नहीं रखती। शेख गुलाब जैसे जांबाज ने तो निलहों का हाल बेहाल कर दिया था। चंपारण सत्याग्रह का अध्ययन करने वाले भैरवलाल दास कहते हैं, ‘साठी के इलाके में शेख ने तो अंग्रेज बाबुओं और उनके अर्दलियों को पटक-पटककर मारा था। इस आंदोलन में चंपारणवालों पर 50 से अधिक मुकदमे दर्ज हुए और 250 से अधिक लोग जेल गए। शेख गुलाब सीधे भिड़े तो पीर मोहम्मद मुनिश जैसे कलमकार ‘प्रताप’ जैसे अखबार में इन घटनाओं की रिपोर्टिंग करके तथ्यों को उजागर कर देश-दुनिया को इससे अवगत कराते रहे। राजकुमार शुक्ल जैसे लोग रैयतों को आंदोलित करने के लिए एक जगह से दूसरी जगह की भाग-दौड़ करते रहे। राजकुमार शुक्ल ही थे जिन्होंने गांधी को चंपारण आने को बाध्य किया और आने के बाद गांधी के बारे में मौखिक प्रचार करके सबको बताया ताकि जनमानस गांधी पर भरोसा कर सके और गांधी के नेतृत्व में आंदोलन कर सके।
सभी ने अपने तरीके से अपनी भूमिका निभाई और इस आंदोलन का असर हुआ। 1909 में गोरले नामक एक अधिकारी को भेजा गया। तब नील की खेती में पंचकठिया प्रथा चल रही थी। यानी एक बीघा जमीन के पांच कट्ठे में नील की खेती अनिवार्य थी।  इस आंदोलन का ही असर रहा कि पंचकठिया की प्रथा तीनकठिया में बदलने लगी। यानी रैयतों को पांच की जगह तीन कट्ठे में नील की खेती करने के लिए निलहों ने कहा।
चंपारण के सत्याग्रह के इतिहास पर बात करने वाले सभी राजकुमार शुक्ल की भूमिका को काफी अहम मानते हैं। सब जानते हैं कि ये राजकुमार शुक्ल ही थे जो गांधी को चंपारण लाने की कोशिश करते रहे। गांधी को चंपारण बुलाने के लिए एक जगह से दूसरी जगह दौड़ लगाते रहे। चिट्ठियां लिखवाते रहे और गांधीजी को भेजते रहे। पैसे न होने पर चंदा करके, उधार लेकर गांधी के पास जाते रहे। कभी अमृत बाजार पत्रिका के दफ्तर में रात गुजारकर कलकत्ता में गांधी का इंतजार करते थे। कई बार अखबार के कागज को जलाकर खाना बनाते और भाड़ा बचाने के लिए शवयात्रा वाली गाड़ी पर सवार होकर यात्रा करते थे। खुद गांधीजी ने अपनी आत्मकथा ‘माई एक्सपेरिमेंट विद ट्रूथ’ में राजकुमार शुक्ल पर एक पूरा अध्याय लिखा है।
राजकुमार शुक्ल से जुड़े हुए ऐसे कई अध्याय हैं कि गांधी के आने के बाद कैसे वे रैयतों को एकजुट करके लाते थे। सबका छोटा-बड़ा केस भी लड़ते थे। लेकिन शुक्ल की जिंदगी का एक महत्वपूर्ण अध्याय गांधी के चंपारण से चले जाने के बाद का है। जो अंजान है और इस पर ज्यादा चर्चा नहीं होती।
भैरवलाल दास द्वारा संपादित राजकुमार शुक्ल की डायरी में एक बेहद मार्मिक प्रसंग है। गांधी के चंपारण से जाने के बाद भितिहरवा से शुक्ल के संगठन का काम जारी रहा है। रोलेट एक्ट के विरुद्ध वे ग्रामीणों व रैयतों में जन जागरण फैलाते रहते हैं। ग्रामीणों के बीच उनकी सक्रियता 1920 में हुए असहयोग आंदोलन में भी रही। वे चंपारण में किसान सभा का काम करते रहे।  1919 में लहेरियासराय में बिहार प्रोविंशियल एसोसिएशन का 11वां सत्र आयोजित हुआ जिसमें वे भाग लिए। वहां जासूसी करने गया एक अंग्रेज अधिकारी लिखता है कि राजकुमार शुक्ल इन सभी के नेता हैं।


Discover more from

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Latest articles

एक दरवाज़ा… क्या आप इस रहस्य को सहेज पाएंगे

अंजुमन की इस रहस्यमयी यात्रा में आपका स्वागत है। एक सुनसान महल, सौ दरवाज़े,...

15 अगस्त से पटना मेट्रो के पहले चरण का उद्घाटन, बदलने जा रहा है राजधानी का परिवहन

पटना, बिहार की राजधानी, अब अपने मेट्रो सिस्टम के साथ एक नया युग शुरू...

दिल्ली में पुरानी गाड़ियों पर प्रतिबंध: उपराज्यपाल का मुख्यमंत्री को पत्र, तैयारी पर उठाए सवाल

दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए पुरानी और एंड-ऑफ-लाइफ (EOL) गाड़ियों...

कपिल शर्मा ने कनाडा में खोला “Kap’s Cafe”: एक नया व्यापारिक कदम

प्रसिद्ध हास्य अभिनेता कपिल शर्मा ने अपनी नई व्यावसायिक यात्रा की शुरुआत की है।...

More like this

BRA बिहार विश्वविद्यालय: 1.27 लाख स्नातक सीटों के लिए मेरिट लिस्ट जारी, नामांकन प्रक्रिया आज से शुरू

BRA बिहार विश्वविद्यालय ने स्नातक की 1.27 लाख सीटों पर नामांकन के लिए पहली...

प्रधानमंत्री मोदी का जुलाई में बिहार दौरा: मोतिहारी से महिलाओं के लिए सौगात की तैयारी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बिहार दौरा आगामी 18 जुलाई 2025 को मोतिहारी में प्रस्तावित...

नैनीताल में दोस्त को बचाते हुए बिहार के वायुसैनिक की मौत

मुजफ्फरपुर के रहने वाले साहिल जो भारतीय वायुसेना में एयरमैन के रूप में सेवा...

मुजफ्फरपुर में मीनापुर-टेंगराहा पथ के चौड़ीकरण के लिए भूमि अधिग्रहण, NH-28 पर सुरक्षा खतरे की स्थिति

मुजफ्फरपुर में मीनापुर-टेंगराहा पथ के चौड़ीकरण के लिए भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया पूरी की गई...

मुजफ्फरपुर में चंदवारा पुल को दरभंगा फोरलेन से जोड़ने के लिए 12 एकड़ भूमि का अधिग्रहण, 6 सदस्यीय समिति गठित

KKN गुरुग्राम डेस्क | मुजफ्फरपुर में चंदवारा पुल को दरभंगा फोरलेन से जोड़ने के...

अब गोवा जैसा मज़ा मिलेगा मुजफ्फरपुर की खरौना नहर में, जानिए क्यों बन रही है ये जगह हॉट डेस्टिनेशन

KKN गुरुग्राम डेस्क | अगर आप भी ठंडी हवा, शांत पानी और हरियाली से...

बिहार: मुजफ्फरपुर के थाना परिसर से चोर उड़ा ले गए जब्त की गई लग्जरी कार, सीसीटीवी में कैद हुई घटना

KKN गुरुग्राम डेस्क | बिहार के मुजफ्फरपुर जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने...

मुजफ्फरपुर को जाम से राहत दिलाएगी चांदनी चौक–भगवानपुर सिक्स लेन सड़क परियोजना

KKN गुरुग्राम डेस्क | मुजफ्फरपुर शहरवासियों के लिए एक राहत भरी खबर है। चिर-प्रतिक्षित...

मुजफ्फरपुर में सनकी पिता ने दो मासूम बेटों पर धारदार हथियार से किया हमला

KKN गुरुग्राम डेस्क | बिहार के मुजफ्फरपुर जिले से एक दिल दहला देने वाली...

मुजफ्फरपुर के अखाड़ाघाट में बनेगा नया फोरलेन पुल

KKN गुरुग्राम डेस्क | बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में ट्रैफिक जाम से जूझ रहे...

प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को मिलेगा 5000 की मुफ्त स्टडी किट

KKN गुरुग्राम डेस्क | अगर आप प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं लेकिन महंगे...

मुजफ्फरपुर में हिस्ट्रीशीटर अजीत राय की हत्या: गर्लफ्रेंड के घर में घुसकर अपराधियों ने मारी गोली

KKN गुरुग्राम डेस्क | बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में शुक्रवार रात एक सनसनीखेज वारदात...

मुजफ्फरपुर आई हॉस्पिटल पर 5 लाख का जुर्माना: मोतियाबिंद ऑपरेशन में लापरवाही से महिला की आंख की रोशनी गई

KKN गुरुग्राम डेस्क | बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में स्थित एक प्रतिष्ठित आई हॉस्पिटल...

मुजफ्फरपुर पहुंचे अनिरुद्धाचार्य जी, कथा के मंच से उठाई भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की बात

बिहार के मुजफ्फरपुर में इस वक्त आध्यात्मिकता की गूंज सुनाई दे रही है। शहर...
Install App Google News WhatsApp