अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वांस का भारत दौरा: व्यापार और संस्कृति पर आधारित विशेष यात्रा

JD Vance, US Vice President, Arrives in India for a Three-Day Official Visit

KKN गुरुग्राम डेस्क | अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वांस सोमवार, 21 अप्रैल 2025 को अपने परिवार के साथ तीन दिवसीय भारत दौरे पर नई दिल्ली पहुंचे। यह उनके भारत का पहला आधिकारिक दौरा है, जिसमें वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे और भारत-अमेरिका के बीच व्यापार समझौतों सहित कई द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे।

हालांकि दौरे का मुख्य फोकस सांस्कृतिक कार्यक्रमों और पर्यटन स्थलों की यात्रा पर रहेगा, वांस के साथ उनकी पत्नी उषा और तीन बच्चे—इवान, विवेक और मिराबेल—भी यात्रा पर हैं। इस यात्रा का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य बच्चों को भारतीय संस्कृति से परिचित कराना भी है, क्योंकि उषा वांस की जड़ें भारत से जुड़ी हुई हैं।प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात और रात्रिभोज

वांस का भारत दौरा बेहद महत्वपूर्ण है, खासकर उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से होने वाली मुलाकात के कारण। इस मुलाकात में भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर चर्चा होने की संभावना है। साथ ही, भारत और अमेरिका के रणनीतिक सहयोग, क्षेत्रीय सुरक्षा और वैश्विक मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा। इसके बाद, वांस और उनके परिवार को प्रधानमंत्री मोदी के आधिकारिक आवास पर एक विशेष रात्रिभोज में आमंत्रित किया जाएगा, जिसमें कई केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता भी शामिल होंगे।

इसके अलावा, वांस के दिल्ली आगमन में कुछ घंटों की देरी के कारण कई अन्य नेताओं से मुलाकातें रद्द कर दी गई हैं। प्रधानमंत्री मोदी भी इस सप्ताह 22-23 अप्रैल को सऊदी अरब यात्रा पर जाने वाले हैं, जिसके कारण उनकी व्यस्तता रही।

भारत यात्रा का उद्देश्य और इटली के बाद भारतीय दौरा

जेडी वांस की यह भारत यात्रा, उनके एक सप्ताह के दो-देशीय दौरे का हिस्सा है। इस दौरे की शुरुआत 18 अप्रैल को इटली से हुई थी, और भारत उनका दूसरा गंतव्य है। यह वांस की भारत की पहली आधिकारिक यात्रा है। इससे पहले, फरवरी में वांस और प्रधानमंत्री मोदी पेरिस में आयोजित AI एक्शन समिट के दौरान मिले थे, जहां दोनों नेताओं के बीच विभिन्न वैश्विक और व्यापारिक मुद्दों पर बातचीत हुई थी।

भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर चल रही बातचीत, और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए प्रतिशोधात्मक टैरिफ (जो फिलहाल जुलाई तक स्थगित हैं), वांस के इस दौरे का अहम हिस्सा होंगे।

रणनीतिक साझेदारी और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा

भारत और अमेरिका के बीच वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत बनाने के उद्देश्य से वांस के इस दौरे के दौरान सभी प्रासंगिक मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत और अमेरिका के संबंध इतने व्यापक हैं कि सभी मानवतावादी प्रयासों से जुड़े मुद्दे भी इस चर्चा का हिस्सा होंगे। यह दौरा दोनों देशों के संबंधों को और मजबूत करेगा।

इसके अतिरिक्त, इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच क्षेत्रीय और वैश्विक घटनाक्रमों पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा, और भारत और अमेरिका के बीच फरवरी में जारी संयुक्त बयान में लिए गए फैसलों की समीक्षा की जाएगी।

जयपुर और आगरा में वांस का परिवार यात्रा करेगा

वांस और उनका परिवार प्रधानमंत्री मोदी से रात्रिभोज के बाद सोमवार रात को जयपुर, राजस्थान के लिए रवाना होंगे। 22 अप्रैल को राजस्थान के राज्यपाल और मुख्यमंत्री द्वारा उनका औपचारिक स्वागत किया जाएगा। इसके बाद, वे जयपुर के प्रमुख दर्शनीय स्थलों जैसे आमेर किला, जंतर मंतर, सिटी पैलेस और हवा महल का भ्रमण करेंगे।

वहीं, 23 अप्रैल को वांस और उनका परिवार ताजमहल देखने के लिए आगरा जाएंगे, जो भारत का सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। इस यात्रा का उद्देश्य भारतीय सांस्कृतिक धरोहर और इतिहास से जुड़ी प्रमुख जगहों का दौरा करना है।

अमेरिकी नेताओं की भारत यात्रा: तुलसी गबार्ड का दौरा

जेडी वांस से पहले, अमेरिकी खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड मार्च 2025 में भारत आई थीं। वह ट्रंप प्रशासन की ओर से भारत आने वाली पहली कैबिनेट मंत्री थीं, जिन्होंने सिक्योरिटी कॉन्क्लेव और रायसीना डायलॉग में हिस्सा लिया था। गबार्ड ने भारत और अमेरिका के बीच बढ़ते संबंधों पर सकारात्मक टिप्पणी की थी और दोनों देशों के बीच सुरक्षा और रणनीतिक सहयोग की आवश्यकता को रेखांकित किया था।

वांस की अंतरराष्ट्रीय यात्रा: पेरिस और म्यूनिख की यात्रा

जेडी वांस की यह भारत यात्रा उनकी तीसरी अंतरराष्ट्रीय यात्रा है। फरवरी में, उन्होंने पेरिस और म्यूनिख का दौरा किया, जहां उन्होंने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और यूरोपीय देशों के रक्षा खर्च पर आलोचना की थी। इसके बाद मार्च में, वह अपनी पत्नी और प्रतिनिधि वॉल्ट्ज के साथ ग्रीनलैंड गए, जहां उन्हें ट्रंप प्रशासन की भू-राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं के कारण ठंडी प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ा था।

जेडी वांस का भारत दौरा दोनों देशों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, खासकर व्यापार, सुरक्षा और सांस्कृतिक सहयोग को और मजबूत करने के लिहाज से। इस यात्रा से न केवल व्यापारिक रिश्तों में सुधार होगा, बल्कि दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को भी नई दिशा मिलेगी। वांस का यह परिवारिक दौरा भारतीय संस्कृति और ऐतिहासिक स्थलों से जुड़ने का भी एक अवसर है, जो उनके बच्चों को भारतीय सभ्यता से परिचित कराएगा।

भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय संबंधों में यह यात्रा एक नई हलचल लाएगी, और भविष्य में दोनों देशों के बीच सहयोग और समझौतों का रास्ता खोलने में मदद करेगी।


Discover more from

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Leave a Reply