कोलकाता होटल में आग लगी, 14 लोगों की मौत: 22 लोगों को बचाया, SIT जांच करेगी

Fire Breaks Out in Kolkata Hotel, 14 Dead, 22 Rescued: SIT to Investigate

KKN गुरुग्राम डेस्क | कोलकाता के फालपट्टी मछुआ इलाके में मंगलवार रात एक होटल में लगी आग ने 14 लोगों की जान ले ली और 13 अन्य घायल हो गए। आग पर फिलहाल काबू पा लिया गया है, जबकि 22 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है। यह घटना स्थानीय समय के अनुसार रात करीब 8:15 बजे हुई। घटना के बाद पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू किया। आग की गंभीरता को देखते हुए, विशेष जांच दल (SIT) को मामले की जांच करने का आदेश दिया गया है।

आग की वजह और हादसे के कारण

पुलिस के मुताबिक, आग की शुरुआत होटल की चौथी मंजिल पर स्थित बिजली मीटर में शॉर्ट सर्किट होने से हुई। घटनास्थल पर मौजूद एक व्यक्ति ने बताया कि कई लोग जान बचाने के लिए होटल की छत और खिड़कियों से कूदते हुए नजर आए। आग की लपटों से बचने के लिए फंसे हुए लोग अपनी जान बचाने के लिए किसी भी कीमत पर कूदने को तैयार थे।

घटना के बाद, फायर ब्रिगेड और पुलिस की टीम ने तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया और लोगों को होटल से बाहर निकाला। रेस्क्यू कार्य देर रात शुरू हुआ और बुधवार सुबह तक जारी रहा। फिलहाल 14 शवों को निकाल लिया गया है, जबकि 13 लोग घायल हुए हैं।

राजनीतिक प्रतिक्रिया और सुरक्षा की कमी

इस घटना ने कोलकाता और पश्चिम बंगाल सरकार की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर दिया है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने राज्य सरकार से प्रभावित लोगों के लिए तुरंत सहायता की मांग की। उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए कड़े अग्नि सुरक्षा नियम लागू किए जाने चाहिए।

वहीं, पश्चिम बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष शुभंकर सरकार ने भी इस हादसे पर गहरा दुख जताया। उन्होंने कहा कि यह एक दुखद घटना है और होटल में सुरक्षा के कोई उचित इंतजाम नहीं थे। उन्होंने सवाल उठाया कि कोलकाता नगर निगम इस मामले में क्या कर रहा था।

रेस्क्यू ऑपरेशन और बचाव कार्य

होटल में आग लगने के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन को अत्यधिक चुनौतीपूर्ण माना गया। फायर ब्रिगेड और पुलिस के जवानों ने खिड़कियों और दरवाजों से अंदर घुसकर लोगों को बाहर निकाला। आग की चपेट में फंसे हुए लोगों ने होटल की छत और खिड़कियों से कूदने की कोशिश की, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई। रेस्क्यू टीमों ने अपनी जान की बाजी लगाकर 22 लोगों को बचाया। हालांकि, इस दर्दनाक हादसे में 14 लोगों की जान चली गई, जिसमें दो महिलाएं और एक बच्चा भी शामिल हैं।

कोलकाता के होटल में आग पर SIT जांच

इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पश्चिम बंगाल सरकार ने एक विशेष जांच दल (SIT) गठित किया है, जो इस हादसे के कारणों की जांच करेगा। जांच टीम यह पता लगाएगी कि आग के कारणों के पीछे कोई लापरवाही थी या यदि होटल के निर्माण में कोई सुरक्षा मानकों का उल्लंघन हुआ था। पुलिस ने कहा है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

अग्नि सुरक्षा के नियम और मानक

कोलकाता के इस होटल में आग लगने के बाद, अग्नि सुरक्षा के नियमों और होटल व्यवसायियों की जिम्मेदारी पर भी सवाल उठे हैं। ऐसे हादसों से बचने के लिए सरकार और संबंधित अधिकारियों को अग्नि सुरक्षा के सख्त मानकों को लागू करने की आवश्यकता है।

सुरक्षा व्यवस्था में कई बुनियादी चीजें शामिल होनी चाहिए जैसे कि:

  1. अग्नि अलार्म सिस्टम – होटल के प्रत्येक कमरे और गलियारे में अग्नि अलार्म सिस्टम का होना अनिवार्य है, ताकि आग की शुरुआत होते ही लोगों को तुरंत सूचित किया जा सके।

  2. आपातकालीन निकासी दरवाजे – प्रत्येक भवन में पर्याप्त और सुरक्षित आपातकालीन निकासी दरवाजे होने चाहिए, ताकि आग लगने पर लोग आसानी से बाहर निकल सकें।

  3. फायर एक्सटिंग्विशर – भवन के हर फ्लोर पर फायर एक्सटिंग्विशर की उपस्थिति अनिवार्य होनी चाहिए।

  4. रेस्क्यू टीम प्रशिक्षण – होटल के कर्मचारियों को अग्नि सुरक्षा और रेस्क्यू प्रशिक्षण देना जरूरी है ताकि वे आपातकालीन स्थिति में तुरंत कार्रवाई कर सकें।

आग और सुरक्षा के लिहाज से क्या करें: एहतियात बरतने की ज़रूरत

इस प्रकार की घटनाओं से बचने के लिए यह जरूरी है कि हम कुछ सामान्य सुरक्षा उपायों को अपनाएं:

  • सुरक्षित विद्युत उपकरण – घर और होटल में बिजली उपकरणों की नियमित रूप से जांच करनी चाहिए और पुराने या खराब उपकरणों को बदलना चाहिए।

  • अतिरिक्त लोड से बचें – बिजली के तारों और सॉकेट्स पर अधिक लोड नहीं डालना चाहिए, क्योंकि यह शॉर्ट सर्किट का कारण बन सकता है।

  • नियमित अग्नि सुरक्षा निरीक्षण – किसी भी भवन में नियमित रूप से अग्नि सुरक्षा निरीक्षण कराना चाहिए ताकि किसी भी संभावित खतरे को पहले ही पहचाना जा सके।

कोलकाता के होटल में आग: Lessons Learned

कोलकाता के इस होटल में आग लगने के बाद, यह स्पष्ट हो गया है कि अग्नि सुरक्षा के नियमों का पालन करना और सावधानी बरतना अत्यंत आवश्यक है। ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए एक ठोस कार्रवाई की आवश्यकता है ताकि भविष्य में किसी अन्य दुर्घटना से बचा जा सके।

आग की घटनाओं से बचाव के लिए एक मजबूत सुरक्षा नीति की जरूरत है, जिसे सख्ती से लागू किया जाए। यह भी महत्वपूर्ण है कि सरकार और स्थानीय अधिकारियों के बीच सहयोग हो, ताकि सुरक्षा मानकों को लेकर कोई समझौता न हो और भविष्य में किसी भी तरह की आपातकालीन स्थिति का सामना करना पड़े तो लोग सुरक्षित रूप से बाहर निकल सकें।

कोलकाता के होटल में लगी आग ने हमें अग्नि सुरक्षा के महत्व को समझाया है। यह हादसा न केवल कोलकाता बल्कि पूरे देश के लिए एक बड़ा संदेश है कि हमें सुरक्षा मानकों का पालन करना चाहिए। इस घटना की जांच के बाद, उम्मीद की जाती है कि होटल व्यवसायियों और संबंधित अधिकारियों द्वारा अग्नि सुरक्षा की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएंगे।

राजनीतिक नेताओं और प्रशासन को भी यह सुनिश्चित करना चाहिए कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं और जनता को सुरक्षा का पूरा आश्वासन मिले। इस घटना से हमें यह सीखने को मिलता है कि सुरक्षा में कोई भी लापरवाही बड़ी दुर्घटनाओं को जन्म दे सकती है, जिससे अनगिनत जीवन प्रभावित होते हैं।


Discover more from

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Leave a Reply