भारत के निर्वाचन आयोग ने जिन पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के तारीख की घोषित की है। उनमें केरल भी शामिल है। केरल में विधानसभा की 140 सीट है और इसके लिए यहां 6 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। दो मई को परिणाम की घोषणा हो जायेगी। लिहाजा हलचल तेज हो गई है। केरल की राजनीति में दिलचस्पी रखने वाले इसको अलग नजरिए से देखते है। केरल को वामपंथ का गढ़ कहा जाता है। यहां की राजनीति में एलडीएफ और यूडीएफ का दबदबा रहा है। इस बार भी मुख्य मुकाबला इन्हीं दोनो के बीच होनी है। हालांकि, इस नूराकुश्ती के बीच केरल में पहली बार एनडीए ने अपने लिए पोलिटिकल स्पेस की खोज शुरू कर दी है। सवाल उठता है कि केरल की राजनीति में बीजेपी के लिए सम्भावनाएं है क्या?