मौजूदा दौर में मानवाधिकार एक ग्लोबल इशू बन चुका है। किंतु, इसके साथ ही एजेंडा के तहत सलेक्टिव भूभाग और सलेक्टिव समूह के लिए आवाज बुलंद करने की खतरनाक प्रवृति भी दस्तक देने लगा है। एजेंडा वाली इसी प्रवृति का शिकार बन चुकें है उइगर और बिगर मुसलमानो का एक बड़ा समूह। दरअसल, यह समूह चीन के शिनजियांग प्रांत में सदियों से रहता आया है। किंतु, हालिया दिनो में चीन की वामपंथी सरकार के दमनकारी नीति का शिकार होने लगी है। क्या है पूरा मामला? देखिए, इस रिपोर्ट में…