बिहार में कई धार्मिक और पौराणिक स्थल मौजूद हैं। इन्हीं में से एक है, थावे की भवानी मां। इन्हें देश की 52 शक्तिपीठों में से एक माना जाता है। मान्यता है कि यहां मां अपने भक्त रहषु के बुलावे पर असम के कमाख्या से चलकर यहां पहुंची थीं। कहा जाता है कि भक्त रहषु के आह्वान पर ही मां कमाख्या से चलकर कोलकता, पटना और छपरा होते हुए थावे पहुंच गई और रहषु के मस्तक को विभाजित करके लोगो को दर्शन दिएं। मॉ का दर्शन होते ही हथुआ राजा की मौत हो गई और उसका विशाल किला खंडहर में तब्दिल हो गया
This post was published on सितम्बर 27, 2017 19:00
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