दीपावली का स्वास्थ्य और पर्यावरण से गहरा रिश्ता है। दरअसल, उमस भरी गर्मी के बाद बरसात का महीना आते ही जल जमाव की वजह से सीलन हो जाता है। इससे कीटाणु उत्पन्न होता है। ऐसे में घर की ठीक से साफ- सफाई करना जरूरी हो जाता है। ताकि, सीलन कम हो जाये और कीटाणु को पनपने का मौका नहीं मिले। दूसरी ओर जो कीट अभी तक पनप चुका है, उसको दीप जला कर कम किया जा सकता है1 हालांकि, यह प्रयास किसी एक व्यक्ति या एक परिवार के द्वारा बहुत कारगर नहीं हो सकता है। इसको समूह में और एक साथ करना होगा। ताकि, कीटों को एक जगह से छिप कर दूसरे जगह बचने का मौका नहीं मिले। शायद इसी प्रयास को दीपावली कहा गया होगा। जी हां… दीपावली। जिसकी आज हम जिक्र करने वाले है।