हम जिस भोजन सामग्री को अपने बेहतर स्वास्थ्य के लिए उपयोग करते हैं। उसमें मौजूद पेस्टीसाइड का कुछ अंश हमारे बीमारी का कारण बन कर हमारे स्वास्थ्य को बिगाड़ रहा है। भारत की एक बड़ी आबादी पिछले कुछ समय से अपने भोजन के साथ धीमा जहर खाने को विवश है। लोगो के पास इससे बचने का कोई विकल्प फिलहाल तो नहीं दीख रहा है। सिंचाई जल और कीटनाशकों के जरिए अनाज, सब्जी और फलों के साथ हममें से अधिकांश लोगो के शरीर में लगातार पेस्टीसाइड अपना जगह बना रहा है। खतरे का आलम ये है कि बच्चो के लिए अमृत कहलाने वाला मां का दूध भी अब धीरे-धीरे विषैला होने लगा है। इस खबर की सबसे चौकाने वाली पहलू ये कि हम में से अधिकांश लोग इस खतरे से अनजान है। क्या है पूरा मामला। देखिए इस रिपोर्ट में…